लखनऊः लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आज से यूपी की आठ सीटों पर नामांकन शुरू हो गया . जिन सीटों पर नामांकन होने हैं, उनमें ज्यादातर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की हैं. इन सीटों पर रालोद, भाजपा के साथ सपा के बीच रोमांचक मुकाबला होने के संभावना है. सबसे रोचक बात यह है कि इन सीटों पर भाजपा जैसी पार्टी अभी तक प्रत्याशी नहीं तय कर पाई है. शायद यही वजह है कि अभी तक चुनावी समीकरण की साफ तस्वीर सामने नहीं आ सकी है.
इस बार रालोद भाजपा के साथ
पिछले चुनाव में सपा-रालोद व बसपा के महागठबंधन इन आठ सीटों में पांच सीटें जीतने में कामयाब रहा था, वहीं बीजेपी की झोली में महज तीन सीटें ही आईं थी. इस बार पश्चिमी यूपी में बड़ी पैठ रखने वाला रालोद बीजेपी के साथ है. जयंत चौधरी और बीजेपी की नजदीकी क्या इस बार यहां से बीजेपी को बढ़त दिला पाएगी, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.जयंत चौधरी, संजीव बालियान, ओम कुमार और वरुण गांधी का भविष्य इस चुनाव में तय हो जाएगा. भाजपा से वरुण का टिकट अभी तय नहीं है, लेकिन उनके निजी सचिव ने आज कलेक्ट्रेट से नामांकन पत्र का चार सेट खरीदा है. साफ है कि वरुण चुनाव लड़ेंगे, लेकिन किस पार्टी से, इस पर सस्पेंस बना हुआ है.
पिछले चुनाव में किस दल ने कौन सी सीट जीती थी
- बसपा, रालोद और सपा महागठबंधन ने सहारनपुर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद और रामपुर सीठें जीतें थीं.
- भाजपा ने कैराना, मुजफ्फरनगर और पीलीभीत की सीटें जीती थीं.
इन सीटों पर आज से नामांकन शुरू
- रामपुर : इस सीट पर आज से नामांकन शुरू हो जाएंगे. रोचक बात यह है कि इस बार यहां मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले आजम खां के बिना चुनाव होगा. सपा ने इस सीट से अभी तक प्रत्याशी नहीं घोषित किया है. बीजेपी ने घनश्याम लोधी को प्रत्याशी बनाया है.
- बिजनौर : भाजपा और रालोद गठबंधन में रालोद को दो सीटें बिजनौर व बागपत मिली हैं. इसमें बिजनौर में पहले चरण में ही चुनाव होना है.
- मुजफ्फरनगर : 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और रालोद मुखिया अजित सिंह आमने-सामने थे. बालियान जीते थे. इस बार रालोद भाजपा के साथ हैं. ऐसे में संजीव को जिताने के लिए रालोद भी दम लगाएगी.
- सहारनपुर : सपा-कांग्रेस गठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में गई है. भाजपा, कांग्रेस व बसपा में किसी ने भी अभी यहां से प्रत्याशी घोषित नहीं किया है.
- कैराना : 2019 के चुनाव में भाजपा के प्रदीप कुमार चौधरी यहां से सपा की तबस्सुम बेगम को हराकर चुनाव जीते थे. यहां से बसपा प्रत्याशी का इंतजार है.
- नगीना : बसपा के गिरीश चंद्र महागठबंधन से पिछला चुनाव जीतकर सांसद बने थे. बसपा ने अभी तक किसी का टिकट फाइनल नहीं किया है.
- मुरादाबाद : सपा के एसटी. हसन भाजपा के कुंवर सर्वेश कुमार को हराकर चुनाव जीते थे. सपा-कांग्रेस गठबंधन में यह सीट सपा के पास है.
- पीलीभीत : मौजूदा समय में इस सीट पर वरुण गांधी के भविष्य को लेकर चर्चा चल रही है. अभी तक बीजेपी ने इस सीट से प्रत्याशी नहीं घोषित किया है. सपा और बसपा ने भी प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया है.
चुनाव का पूरा शेड्यूल
- नामांकन शुरू-20 मार्च
- अंतिम तिथि-27 मार्च
- नामांकन पत्रों की जांच-28 मार्च
- नाम वापसी-30 मार्च
- मतदान-19 अप्रैल
- मतगणना-4 जून
सुबह 11 से तीन बजे तक नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि लोकसभा चुनाव प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, भयमुक्त, प्रलोभनमुक्त व सुरक्षित मतदान कराने के लिए 20 मार्च से चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो रही है. सुबह 11 बजे से अपराह्न 3 बजे तक उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे.
95 लाख से ज्यादा खर्च नहीं कर पाएंगे उम्मीदवार
प्रथम चरण की 08 लोकसभा क्षेत्रों में 1.43 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 76.23 लाख पुरूष, 67.14 लाख महिला तथा 824 थर्ड जेन्डर हैं. इन निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 7693 मतदान केन्द्र तथा 14842 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्येक सामान्य श्रेणी के प्रत्याशी को 25000 रुपये तथा अनु. जाति-अनु जनजाति के प्रत्याशी को 12,500 रुपये जमानत धनराशि जमा करनी होगी. राष्ट्रीय-राज्यीय दलों के प्रत्याशियों को निर्वाचन क्षेत्र का एक निर्वाचक प्रस्तावक के रूप में तथा रजिस्ट्रीकृत अमान्यता प्राप्त राजनैतिक दल एवं निर्दलीय प्रत्याशियों को 10 प्रस्तावक की आवश्यकता होगी. लोकसभा चुनाव क्षेत्र में खर्च की अधिकतम सीमा 95 लाख रुपये निर्धारित है.
पीलीभीत से ही चुनाव लड़ेंगे वरुण गांधी, किस दल से यह तय नहीं
उत्तर प्रदेश की पीलीभीत लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद वरुण गांधी का टिकट काटने की चर्चाएं आम है लेकिन वरुण गांधी ने पीलीभीत से ही चुनाव लड़ने की तैयारियां तेज कर दी हैं. वरुण गांधी के निजी सचिव कार्यालय प्रभारी और अधिवक्ता के साथ कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचकर लोकसभा चुनाव के लिए पर्चा खरीदा है. ऐसे में यह लगभग टाइम माना जा रहा है कि वरुण गांधी पीलीभीत से चुनाव लड़ेंगे लेकिन यह स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है कि वरुण गांधी भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरेंगे या फिर किसी अन्य पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर.
दरअसल पीलीभीत लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद वरुण गांधी बीते 3 सालों से जनहित से जुड़े तमाम मुद्दों को लेकर अपनी ही पार्टी की नीतियों पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे थे. ऐसे में वरुण गांधी कि भाजपा से दूरी होने की खबरें भी सामने आ रही थी. चुनाव नजदीक आते-आते वरुण गांधी का टिकट काटने की चर्चाएं भी आम हो गई. हालांकि वरुण गांधी ने बीते दिनों पीएम की अध्यक्षता में आयोजित हुए एक कार्यक्रम में शामिल होकर हर किसी को चौंका दिया है. वरुण गांधी ने पीएम की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग वाले इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम की तारीफ भी की.