पटना: बिहार में लोकसभा की 40 सीटों में एनडीए और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है. हालांकि कुछ सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला भी होना तय है. राजद के 23 सीटों में से 8 सीटों पर भाजपा के साथ 11 सीटों पर जदयू के साथ एक सीट पर हम और तीन सीट पर चिराग पासवान की पार्टी के साथ सीधा मुकाबला है.
बिहार में 40 लोकसभा सीटों पर जंग: वहीं कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में महागठबंधन में 9 सीट मिली हैं जिसमें से 5 सीट पर भाजपा के साथ तीन सीट पर जदयू के साथ और एक सीट पर चिराग पासवान की पार्टी से सीधा मुकाबला है. वहीं माले को तीन सीट मिली है. एक सीट बीजेपी एक सीट जदयू और एक सीट उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी से मुकाबला होगा.
NDA Vs INDIA: सीपीआई को एक सीट मिली है और बीजेपी से उस पर मुकाबला होगा. सीपीएम को भी एक सीट मिली है और चिराग पासवान की पार्टी से उस पर मुकाबला होगा. मुकेश सहनी को गोपालगंज, मोतिहारी और झंझारपुर 3 सीट मिली है इसमें दो सीट मोतिहारी और गोपालगंज पर भाजपा के साथ और झंझारपुर सीट पर जदयू के साथ सीधा मुकाबला होगा.
आमने-सामने एनडीए और महागठबंधन: ऐसे तो महागठबंधन और एनडीए के दल सभी सीटों पर अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. दोनों तरफ से चुनाव प्रचार में ताकत भी लगाई जा रही है. राजनीति के विशेषज्ञ भी अपने-अपने तरीके से 40 सीट पर विश्लेषण करने में लगे हैं. सात चरणों में होने वाले मुकाबले को लेकर सभी दल अपने-अपने तरीके से दावा कर रहे हैं.
"2019 में एनडीए को 39 सीट पर जीत मिली थी. इस बार और अधिक दल हम लोगों के साथ है. साथ ही मजबूत नेतृत्व हमारे साथ है और हम लोगों की नीति भी साफ है. इसलिए जनता का व्यापक समर्थन मिल रहा है."- अभिषेक झा, जदयू प्रवक्ता
कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर लड़ रही चुनाव?: लोकसभा चुनाव की 40 सीटों में से एनडीए ने भाजपा जदयू लोजपा रामविलास राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हम के बीच सीटों के बंटवारे और उम्मीदवार की घोषणा काफी पहले कर दी तो दूसरी तरफ महागठबंधन खेमे में सीटों का बंटवारा तो हो गया है लेकिन अभी तक उम्मीदवारों की घोषणा नहीं हुई है. महागठबंधन में राजद 23, कांग्रेस 9, लेफ्ट 5, वीआईपी 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं एनडीए में बीजेपी 17, जदयू 16, लोजपा रामविलास पांच, हम और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी एक सीट पर चुनाव लड़ रही है. वहीं आरजेडी का कहना है कि सभी सीटों पर तेजस्वी से मुकाबला है.
"एनडीए ने जरूर उम्मीदवार पहले घोषणा कर दिया है लेकिन उन्हें लगातार समझौता करना पड़ रहा है. स्वार्थ के लिए वहां समझौता किया जा रहा है. लेकिन महागठबंधन में विचार के लिए समझौता किया गया है. बिहार में सात चरणों में जो मुकाबला है सभी में तेजस्वी बनाम अन्य का मुकाबला है."- एजाज अहमद, आरजेडी प्रवक्ता
पहला चरण में इनके बीच होगा मुकाबला: पहला चरण 19 अप्रैल में चुनाव होना है. औरंगाबाद गया नवादा और जमुई चार सीटों पर सभी सीट पर महागठबंधन की तरफ से राजद के उम्मीदवार हैं तो वहीं एनडीए के तरफ से औरंगाबाद और नवादा में बीजेपी और गया में हम के साथ तो जमुई में चिराग पासवान की पार्टी से मुकाबला होना है.
दूसरे चरण में जदयू से टफ फाइट: दूसरा चरण 5 सीटों पर 26 अप्रैल को चुनाव होना है. किशनगंज कटिहार पूर्णिया भागलपुर और बांका तीसरा चरण झंझारपुर सुपौल अररिया मधेपुरा और खगड़िया. एनडीए की तरफ से पांचों सीट पर जदयू के उम्मीदवार हैं. वहीं महागठबंधन के तरफ से किशनगंज कटिहार और भागलपुर पर कांग्रेस वहीं पूर्णिया और बांका में राजद के उम्मीदवार हैं. यानी कि इस चरण में जदयू का कांग्रेस और राजद से सीधा मुकाबला है, लेकिन पूर्णिया सीट पर पप्पू यादव के उतरने से त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है.
तीसरे चरण में सहनी और चिराग देंगे टक्कर: तीसरा चरण में 5 सीटों पर 7 मई को चुनाव होना है. झंझारपुर सुपौल अररिया मधेपुरा और खगड़िया में चुनाव होगा. 5 सीटों में से जदयू झंझारपुर सुपौल और मधेपुरा में चुनाव लड़ रहा है तो वहीं अररिया में बीजेपी तो खगड़िया चिराग पासवान की पार्टी चुनाव लड़ रही है. जदयू का झंझारपुर में वीआईपी से तो सुपौल और मधेपुरा में आरजेडी से मुकाबला है. अररिया सीट पर बीजेपी का आरजेडी से मुकाबला है तो खगड़िया सीट सीपीएम को लोजपा से मुकाबला करना होगा.
चौथा चरण है खास: चौथा चरण में 5 सीटों पर 13 मई को चुनाव होना है. दरभंगा उजियारपुर समस्तीपुर बेगूसराय और मुंगेर 5 सीटों पर चुनाव होगा. इसमें दरभंगा उजियारपुर पर राजद का मुकाबला भाजपा के साथ है तो वहीं समस्तीपुर सीट पर चिराग पासवान लोजपा का मुकाबला कांग्रेस से होगा. मुंगेर सीट पर राजद का मुकाबला जदयू से है.
मुजफ्फरपुर में बीजेपी का मुकाबला कांग्रेस से: पांचवें चरण में 5 सीटों पर 20 मई को चुनाव होगा. सीतामढ़ी मधुबनी मुजफ्फरपुर सारण और हाजीपुर पर चुनाव होगा. इन पांच सीटों में से मधुबनी मुजफ्फरपुर सारण पर बीजेपी चुनाव लड़ रही है. जबकि हाजीपुर सीट पर चिराग पासवान की पार्टी और सीतामढ़ी सीट पर जदयू चुनाव लड़ रही है. मुजफ्फरपुर में बीजेपी का मुकाबला कांग्रेस से तो सीतामढ़ी जदयू का मुकाबला आरजेडी से हाजीपुर में राजद का मुकाबला चिराग पासवान की पार्टी से होगा.
छठे चरण में 8 सीटें: छठे चरण 8 सीटों पर 25 मई को चुनाव होना है, वाल्मीकि नगर पश्चिम चंपारण पूर्वी चंपारण शिवहर वैशाली गोपालगंज महाराजगंज और सिवान. इन 8 सीटों में से पश्चिम चंपारण पूर्वी चंपारण गोपालगंज महाराजगंज पर बीजेपी चुनाव लड़ रही है. जबकि वाल्मीकि नगर सिवान शिवहर में जदयू और वैशाली में चिराग पासवान की पार्टी चुनाव लड़ रही है.
सातवें चरण में उपेंद्र कुशवाहा से जंग: सातवां चरण में 8 सीटों पर 1 जून को चुनाव होगा, नालंदा पटना साहिब पाटलिपुत्र आरा बक्सर सासाराम काराकाट और जहानाबाद. इन 8 सीटों में से पटना साहिब पाटलिपुत्र आरा बक्सर सासाराम बीजेपी चुनाव लड़ रही है तो वहीं जहानाबाद और नालंदा पर जदयू और काराकाट पर उपेंद्र कुशवाहा चुनाव लड़ रहे हैं. पाटलिपुत्र, बक्सर में बीजेपी का मुकाबला आरजेडी से तो पटना साहिब और सासाराम में बीजेपी का मुकाबला कांग्रेस से है. वहीं आरा में बीजेपी का मुकाबला माले से होगा. तो नालंदा में जदयू का माले से मुकाबला होगा. वही. काराकाट में उपेंद्र कुशवाहा का मुकाबला माले से होगा. वहीं जहानाबाद में जदयू का आरजेडी से मुकाबला है.
बिहार में पिछले चार लोकसभा में वोटिंग प्रतिशत: बिहार लोकसभा में वोटिंग प्रतिशत की बात करंतो 2004 में 58.02% मतदान हुआ था. वहीं 2009 में मतदान का प्रतिशत कम रहा, ये 44.47 % पहुंच गया. 2014 में 56.28% और 2019 में 57.33% मतदान हुआ.
"जो महागठबंधन उम्मीदवार तक की घोषणा नहीं कर पा रहा है वह मुकाबला कैसे करेगा. कहीं कोई टक्कर नहीं है. इस बार 400 के पार जाना है. उसमें बिहार का भी हिस्सा 40 होगा."- अरविंद सिंह, प्रवक्ता, भाजपा
'बेहतर होगी महागठबंधन की स्थिति'- एक्सपर्ट: एएन सिंह इंस्टीट्यूट के पूर्व निदेशक डीएम दिवाकर का कहना है कि सातों चरणों में जो चुनाव होना है इस बार 2019 वाली स्थिति होने वाली नहीं है. चुनाव प्रचार अभी बहुत जोर नहीं पकड़ रहा है लेकिन एक दो चरणों के चुनाव के बाद ही स्थिति साफ होने लगेगी. डीएम दिवाकर का कहना है इस बार 39 सीट एनडीए को मिलता नहीं दिख रहा है. कितनी सीट मिलेगी फिलहाल यह कहना मुश्किल है, लेकिन 2019 से महागठबंधन की स्थिति बेहतर जरूर होगी.
RJD Vs BJP: राजनीतिक विशेषज्ञ प्रिय रंजन भारती का कहना है कि सातों चरणों को चुनाव को देखें तो पहले चरण में जदयू, कांग्रेस और वाम दल नहीं है. ऐसे में मुकाबला राष्ट्रीय जनता दल और बीजेपी के बीच है. साथ ही हम और लोजपा से ही आरजेडी का मुकाबला होना है यानी चारों एनडीए के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि अभी एनडीए के पास ही चारों सीट है. जमुई में पूर्व विधायक अजय प्रताप सिंह के आरजेडी में शामिल होने के कारण अर्चना रविदास के जीतने की संभावना बढ़ गई है.
"राजद के लिए खोने को कुछ नहीं है. जमुई में राजद ने नरेंद्र सिंह के बेटे अजय प्रताप को उतार कर लड़ाई दिलचस्प बना दी है. स्थानीय वर्सेस बाहरी का रूप देकर इसे अपने पक्ष में भुनाने की कोशिश भी हो रही है. ऐसे प्रधानमंत्री ने बिहार में पहली जनसभा जमुई से ही किया है. अब देखना है इसका कितना असर होता है, लेकिन नरेंद्र सिंह और उनके परिवार का इस इलाके में काफी पकड़ है और उसका लाभ अजय प्रताप को मिल सकता है."- प्रिय रंजन भारती, राजनीतिक विशेषज्ञ
पप्पू यादव ने पूर्णिया का मुकाबला बनाया दिलचस्प: जमुई सीट अजय प्रताप के कारण चर्चा में आ गया है क्योंकि इस सीट पर चिराग पासवान ने अपने बहनोई को उतारा है. वहीं दूसरे चरण में जदयू के सभी पांच सीट है इसमें सीमांचल का सीट भी है. 5 सीटों में से चार सीट एनडीए के पास है और एक सीट किशनगंज का महागठबंधन के पास है. पूर्णिया की सीट चर्चा में है क्योंकि यहां से निर्दलीय रूप में पप्पू यादव ने नामांकन किया है.
आरजेडी की रणनीति का हो सकता है असर: पूर्णिया से राजद के टिकट पर बीमा भारती चुनाव लड़ रही है जो जदयू से पाला बदलकर गई हैं. पूर्णिया में लड़ाई त्रिकोणीय होना तय है. वहीं किशनगंज सीट भी एआईएमआईएम के कारण चर्चा में है और यहां भी मुकाबला त्रिकोणीय होना है. ऐसे जदयू के लिए पांचों सीट पर इस बार लड़ाई आसान नहीं है. वहीं तीसरे चरण में भी जदयू के लिए चुनाव इस बार आसान नहीं होगा. यहां भी महागठबंधन के लिए खोने को कुछ नहीं है क्योंकि पांचो सीट एनडीए के पास है जिसमें से तीन सीट जदयू का सीटिंग सीट है.
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