चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले हरियाणा में जननायक जनता पार्टी को बहुत बड़ा झटका लगा है. सूत्रों के अनुसार, जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह पार्टी से मौखिक रूप से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही जेजेपी के कई विधायक भी पार्टी छोड़ने की तैयारी में हैं
जेजेपी को लग सकता है बड़ा झटका: सूत्रों के मुताबिक जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दिया है. निशान सिंह की कांग्रेस में जाने की चर्चा चल रही है. सूत्रों के अनुसार, जेजेपी के कई विधायक नाराज चल रहे हैं. चर्चा है कि नाराज जेजेपी विधायक भी जल्द ही पार्टी छोड़ सकते हैं. जेजेपी के कई विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. सूत्रों के अनुसार जेजेपी छोड़कर कांग्रेस में जो शामिल होने वाले हैं, उनमें से कुछ लोकसभा सीट के लिए दावेदारी जता रहे हैं.
निशान सिंह ने भेजा इस्तीफा: वहीं, इस बीच ईटीवी भारत के साथ फोन के माध्यम से बातचीत में निशान सिंह ने कहा है "हमने मौखिक रूप से इस्तीफा दे दिया है. जल्द ही लिखित रूप में इस्तीफा भेज दूंगा. पार्टी पर कोई दोषारोपण नहीं करूंगा, पार्टी में कार्यकर्ता परेशान हो गए थे मैं भी परेशान था."
कमलेश सैनी ने पार्टी से दिया इस्तीफा: वहीं, जेजेपी की राष्ट्रीय महासचिव कमलेश सैनी ने जेजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला को इस्तीफा भेज दिया है. कमलेश सैनी ने पत्र में लिखा है "मैं जननायक जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रही हूं. इसके साथ ही पार्टी के सभी पद से भी त्याग पत्र दे रही हूं. पार्टी के द्वारा दी गई सभी जिम्मेदारियों के लिए मैं पार्टी का आभार व्यक्त करती हूं. कृपया मेरा त्यागपत्र तत्काल प्रभाव से माना जाए."
निशान सिंह को टिकट देने की तैयारी में कांग्रेस!: सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस पार्टी ने जननायक जनता पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष निशान सिंह को टोहाना से विधानसभा टिकट देना तय कर दिया है. इसके बाद निशांत सिंह अब कांग्रेस में कभी भी शामिल हो सकते हैं. बता दें कि टोहाना सीट पर मौजूदा विधायक देवेंद्र बबली भी जननायक जनता पार्टी से हैं. उनको लेकर पहले से ही यह चर्चा हमेशा रही है कि वह अगला चुनाव भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर टोहाना से लड़ेंगे, क्योंकि टोहाना से बीजेपी के टिकट पर सुभाष बराला विधानसभा चुनाव लड़ते रहे हैं. वह अब राज्यसभा के सांसद बन चुके हैं. ऐसे में बीजेपी को भी वहां पर किसी मजबूत उम्मीदवार की तलाश है. वह तलाश देवेंद्र बबली पर बीजेपी की पूरी होती है.
मार्च में टूटा गठबंधन: बता दें कि मार्च महीने में बीजेपी-जेजेपी का साढ़े 4 साल पुराना गठबंधन टूट गया. गठबंधन टूटने के साथ ही सूबे में कई नेता आनन-फानन में दल बदल में जुट गए. गठबंधन टूटने के बाद बीजेपी और जेजेपी नेताओं के बीच जमकर बयानबाजी भी हुई. इसी बीच एक बार फिर से हरियाणा की राजनीति में बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकता है.
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