श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने भी लोकसभा चुनाव में उतरने की तैयारी कर ली है. डीपीएपी ने मंगलवार को बताया कि आजाद अनंतनाग-राजौरी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. गौरतलब है कि गुलाम नबी आजाद ने 2022 में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) का गठन किया था. आजाद ने आखिरी बार 2014 में उधमपुर से चुनाव लड़ा था, लेकिन भाजपा नेता जितेंद्र सिंह से हार का सामना करना पड़ा था.
डीपीएपी नेता ताज मोहिउद्दीन ने श्रीनगर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आज डीपीएपी की कोर कमेटी की बैठक हुई. कोर कमेटी ने फैसला किया है कि पार्टी अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद अनंतनाग-राजौरी सीट से चुनाव लड़ेंगे.
अपनी पार्टी के साथ गठबंधन पर कोई प्रगति नहीं
अल्ताफ बुखारी की जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के साथ गठबंधन की संभावना पर मोहिउद्दीन ने कहा कि बातचीत में कोई प्रगति नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि हमारे पास समय की कमी है और बातचीत में ज्यादा प्रगति नहीं हुई है. इसलिए बेहतर होगा कि वे अपना काम करें और हम अपना काम करें. मोहिउद्दीन ने कहा कि हम कश्मीर की अन्य लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों का फैसला उचित समय पर लेंगे.
पहले चर्चा थी कि आजाद अल्ताफ बुखारी की अपनी पार्टी के साथ गठबंधन करेंगे. सूत्रों ने बताया कि गठबंधन को लेकर बातचीत सफल नहीं हो सकी, क्योंकि अपनी पार्टी भी अनंतनाग-राजौरी सीट पर अपना उम्मीदवार उतारना चाहती थी.
त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद
वर्ष 2022 में परिसीमन के बाद बनी अनंतनाग-राजौरी सीट पर अभी तक पीडीपी और भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है. पीडीपी की तरफ से महबूबा मुफ्ती अनंतनाग-राजौरी सीट से मैदान में उतार सकती हैं. अगर महबूबा मुफ्ती चुनाव मैदान में उतरती हैं, तो इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है.
जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी सीट पर सात मई को मतदान होना है, जबकि श्रीनगर सीट पर 13 मई और बारामूला सीट पर 20 मई को मतदान होगा.
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