मुर्शिदाबाद: लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के मतदान के दौरान पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से छिटपुट हिंसा की घटनाएं सामने आईं. सीपीआई (एम) और बीजेपी ने पार्टी के बूथ एजेंटों पर बम से हमला कर डराने-धमकाने की कोशिश का आरोप लगाया. पश्चिम बंगाल के राज्य सचिव और सीपीआई (एम) के पोलित ब्यूरो सदस्य मोहम्मद सलीम ने इस संबंध में शिकायत की है.
वह मुर्शिदाबाद से चुनाव लड़ रहे हैं. वह उस इलाके में पहुंचे जहां तृणमूल कांग्रेस समर्थित बदमाशों ने कथित तौर पर सीपीएम पोलिंग एजेंटों पर बम फेंके गए. सूत्रों ने बताया कि स्थानीय कांग्रेस अध्यक्ष के घर पर भी बम फेंका गया, जिससे लोगों में दहशत फैल गई. सूत्रों ने बताया कि सलीम ने गोपीनाथ शिशु शिक्षा केंद्र बूथ पर 'चुनावी कदाचार' का पता लगाया, जहां उन्होंने एक फर्जी मतदाता को पकड़ा.
इससे पहले मुर्शिदाबाद के हरिहरपारा पुलिस स्टेशन के पाथरघाटा इलाके में हिंसा के आरोप सामने आने पर हालात बिगड़ गए. कांग्रेस ने डोमकल क्षेत्र में टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा हिंसा का आरोप लगाया. पार्टी के अनुसार टीएमसी सदस्यों द्वारा कम तीव्रता के बम फेंकने की घटनाएं देखी गईं. सीपीआई (एम) के मुताबिक डोमकल में बूथ संख्या 254, 255 पर पार्टी एजेंटों की पिटाई की गई. पार्टी ने आरोप लगाया कि मोटरसाइकिल सवार उपद्रवियों ने बम ले रखे थे और तोड़फोड़ की. इसमें कहा गया है कि भागबंगोला और हरहरपारा में बमबारी की घटनाएं सामने आईं.
सत्ताधारी दल के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर डोमकल दक्षिण नगर मठपारा बूथ संख्या 145 में मतदाताओं को बूथ में प्रवेश करने से रोका गया. मौके पर पहुंची पुलिस और केंद्रीय बलों ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया. लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के दौरान जंगीपुर के एक मतदान केंद्र पर टीएमसी के एक बूथ अध्यक्ष की कथित तौर पर बीजेपी उम्मीदवार धनंजय घोष से झड़प हो गई. बीजेपी उम्मीदवार धनंजय घोष ने कहा, 'मैं बीजेपी उम्मीदवार हूं और मुझे टीएमसी के बूथ एजेंट ने धमकी दी है. अगर एक उम्मीदवार के साथ ऐसा व्यवहार किया जा सकता है, तो आम लोगों के साथ क्या हो सकता है. हम इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेंगे.'