पटनाः कांग्रेस ने बिहार में अपने हिस्से की बची 6 लोकसभा सीटों से अपने प्रत्याशियों का एलान कर दिया है. इनमें मुजफ्फरपुर से अजय निषाद, पश्चिमी चंपारण से मदन मोहन तिवारी को टिकट दिया गया है वहीं पटना साहिब से पार्टी ने लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार के बेटे अंशुल अविजित को मैदान में उतारा है जबकि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के बेटे आकाश सिंह महाराजगंज लोकसभा सीट से पार्टी के कैंडिडेट होंगे.
पटना साहिब से अंशुल अविजितः कांग्रेस ने अहम सीट पटना साहिब से लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार के बेटे अंशुल अविजित पर भरोसा जताते हुए मैदान में उतारा है. अंशुल अविजित पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं लेकिन मुख्य रूप से उनकी पहचान मीरा कुमार के बेटे के रूप में है. अंशुल अविजित का मुकाबला बीजेपी के मौजूदा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से होगा.
महाराजगंज से आकाश कुमार सिंहः बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के पुत्र आकाश कुमार सिंह महाराजगंज लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी बनाए गये हैं. आकाश सिंह 2019 लोकसभा चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा की तत्कालीन पार्टी आरएलएसपी के टिकट पर पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि तब आकाश हार गये थे. इस बार महाराजगंज में आकाश का मुकाबला बीजेपी के मौजूदा सांसद जनार्दन सिग्रीवाल से होगा.
संजय जायसवाल के सामने मदन मोहन तिवारीः कांग्रेस ने पश्चिमी चंपारण से मदन मोहन तिवारी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. मदन मोहन तिवारी कांग्रेस के पुराने नेता रहे हैं और 2015 में पश्चिमी चंपारण से विधायक रह चुके हैं. 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी की कद्दावर नेता रेणु देवी को हराया था. पश्चिमी चंपारण में वह कांग्रेस के बड़े ब्राह्मण चेहरा के रूप में जाने जाते हैं. उनका मुकाबला जीत की हैट्रिक लगा चुके बीजेपी के संजय जायसवाल से होगा.
मुजफ्फरपुर में फिर आमने-सामने राजभूषण और अजयः कांग्रेस ने बीजेपी छोड़कर आए मौजूदा सांसद अजय निषाद को मुजफ्फरपुर के चुनावी रण में उतारा है. अजय निषाद 2014 और 2019 में बीजेपी के टिकट पर मुजफ्फरपुर के सांसद रहे हैं. अजय निषाद का इस बार भी मुकाबला राजभूषण चौधरी निषाद से है. दरअसल बीजेपी ने इस बार अजय निषाद की जगह राजभूषण चौधरी को अपना कैंडिडेट बनाया है जिन्होंने पिछली बार वीआईपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था.
समस्तीपुर में शांभवी के सामने सन्नीः कांग्रेस ने जेडीयू नेता और नीतीश कैबिनेट में मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी को समस्तीपुर से टिकट देकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है. सन्नी हजारी कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए हैं. सन्नी हजारी के पिता महेश्वर हजारी समस्तीपुर से 2009 में सांसद रह चुके हैं. सन्नी हजारी का मुख्य मुकाबला LJPR कैंडिडेट शाम्भवी चौधरी से होगा जो नीतीश कैबिनेट में मंत्री अशोक चौधरी की बेटी हैं.
सासाराम से मनोज कुमारः मीरा कुमार के सासाराम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने से मना करने के बाद कांग्रेस की तलाश आखिरकार मनोज कुमार भारती पर जाकर खत्म हुई. 2019 में बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके मनोज कुमार इस बार कांग्रेस के उम्मीदवार बनाए गये हैं. मनोज कुमार भारती कुछ दिनों तक मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी में भी थे.सासाराम में मनोज कुमार भारती का मुकाबला बीजेपी के शिवेश राम से होगा.
कांग्रेस के 'लड़ाकों' पर विशेषज्ञों की रायः ईटीवी भारत से बातचीत में वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय ने कहा कि कांग्रेस ने जिन 6 प्रत्याशियों की घोषणा की है उसमें 4 दूसरे दल से लाए गए हैं. अजय निषाद, सन्नी हजारी, आकाश कुमार सिंह और मनोज कुमार. ये चारों कुछ दिन पहले तक दूसरे दल में थे, लेकिन अब कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे.
जातीय समीकरण को साधने की कोशिश: इसके अलावा कांग्रेस ने इन उम्मीदवारों को उतारकर जातीय समीकरण साधने की भी कोशिश की है. खासकर महाराजगंज और पश्चिमी चंपारण में. महाराजगंज में भूमिहारों की संख्या अच्छी खासी है इसी को ध्यान में रखते हुए आकाश कुमार सिंह को टिकट दिया गया है. वहीं पश्चिमी चंपारण में ब्राह्मणों की संख्या को देखते हुए मदन मोहन तिवारी को उम्मीदवार बनाया गया है.
कांग्रेस के सभी 9 उम्मीदवार हो गये फाइनलः 6 सीट पर कांग्रेस प्रत्याशियों के एलान के साथ ही सीट बंटवारे में मिली सभी 9 सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी फाइनल हो गये हैं. इन 6 प्रत्याशियों के एलान से पहले कांग्रेस ने भागलपुर से अजित शर्मा, कटिहार से तारिक अनवर और किशनगंज लोकसभा सीट से मोहम्मद जावेद को अपना उम्मीदवार बनाया था.