सिद्दीपेट: भाजपा तेलंगाना में मुसलमानों के लिए आरक्षण खत्म कर देगी और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग को इसका लाभ देगी. उक्त बातें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को एक सार्वजनिक सभा में कहीं. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने फैसला किया है कि वे तेलंगाना में कांग्रेस और टीआरएस द्वारा मुसलमानों के लिए किए गए आरक्षण को खत्म कर देंगे और एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण करेंगे.
शाह ने कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने पिछले महीने कहा था कि राज्य की कांग्रेस सरकार शिक्षा और रोजगार में मुसलमानों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण की रक्षा करेगी. उन्होंने कांग्रेस पर तेलंगाना को दिल्ली का एटीएम बनाने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने देश में लंबित समस्याओं को खत्म करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के अलावा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने का काम मोदी सरकार के शासनकाल में हुआ.
शाह ने कांग्रेस पर पिछली भारत राष्ट्र समिति सरकार द्वारा किए गए घोटालों की जांच नहीं करने का आरोप लगाया. साथ ही तेलंगाना राष्ट्र समिति ने बाद में इसका नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) कर दिया. भाजपा नेता शाह ने कहा कि टीआरएस द्वारा किए गए सभी घोटालों में से, कांग्रेस एक की भी जांच नहीं कर रही है. टीआरएस और कांग्रेस दोनों एक साथ हैं. मोदीजी तेलंगाना को भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिए काम करेंगे.
कांग्रेस और टीआरएस दोनों तेलंगाना मुक्ति दिवस नहीं मनाते क्योंकि वे मजलिस (एआईएमआईएम) से डरते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने फैसला किया है कि वह 17 सितंबर को तेलंगाना मुक्ति दिवस के रूप में मनाएगी. उन्होंने कहा कि तेलंगाना के लोगों ने लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों को चुनने का फैसला किया है.तेलंगाना की 17 संसदीय सीटों पर 13 मई को मतदान होगा. 2019 के आम चुनाव में, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने नौ सीटें, भारतीय जनता पार्टी ने चार, कांग्रेस ने तीन और एआईएमआईएम ने एक सीट जीती थी.
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