तिरुवनंतपुरम: कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी चाहते हैं कि उनके बेटे और भाजपा उम्मीदवार अनिल एंटनी को केरल की पथानामथिट्टा सीट से हार का सामना करना पड़े. उन्होंने मतदाताओं से अनिल को हराने और पथानमथिट्टा में यूडीएफ उम्मीदवार एंटो एंथोनी को जिताने की अपील की है.
तिरुवनंतपुरम स्थित इंदिरा भवन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए एके एंटनी ने कहा, मैंने राजनीति और परिवार को हमेशा अलग रखा. कांग्रेस मेरा धर्म है. मेरे बेटे (अनिल एंटनी) और के करुणाकरण की बेटी का भाजपा में शामिल होना निराश करने वाला है. उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव में भाजपा ने केरल में सबरीमाला मुद्दे को भुनाने की कोशिश की, लेकिन वे कामयाब नहीं हुए. इस चुनाव में भी भाजपा को कम वोट मिलने की उम्मीद है. वह तीसरे स्थान पर रह सकती है.
लोकसभा चुनाव 2024 को देश को बचाने के लिए अहम लड़ाई बताते हुए एंटनी ने नरेंद्र मोदी और भाजपा की सत्ता में वापसी के परिणामों को लेकर आगाह किया. उन्होंने चेताया कि अगर मोदी वापस सत्ता में आते हैं तो हमारा संविधान खतरे में पड़ सकता है. एंटनी ने केंद्र में नरेंद्र मोदी और केरल में पिनाराई विजयन को हटाने के कांग्रेस के मिशन को दोहराया. साथ ही दूरदर्शन पर 'द केरल स्टोरी' फिल्म के प्रसारण के जरिये सांप्रदायिक तनाव भड़काने की भाजपा की कोशिश की निंदा की.
अनिल एंटनी ने किया पलटवार
वहीं, भाजपा उम्मीदवार अनिल एंटनी ने अपने पिता की उन्हें हराने की अपील पर पलटवार किया है. उन्होंने राष्ट्र विरोधी विचार रखने वाले अपने प्रतिद्वंद्वी एंटो एंटनी के लिए प्रचार करने वालों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की. भाजपा नेता ने कहा, भारतीय सेना का अपमान करने वाले सांसद का समर्थन करने पर उन्हें दुख हो रहा है. एक पूर्व रक्षा मंत्री इस तरह की बात कर रहे हैं और मुझे गांधी परिवार के पक्ष में खड़े होने के लिए उनसे केवल सहानुभूति है.
अनिल एंटनी ने अपने पिता के राजनीतिक दृष्टिकोण को खारिज करते हुए उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया. उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी सोनिया गांधी और राहुल गांधी की निजी संपत्ति है. कांग्रेसी नेता उनकी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की सेवा कर रहे हैं. क्या मुझे गांधी परिवार की सेवा करनी चाहिए, जिन्होंने बोफोर्स से लेकर नेशनल हेराल्ड तक भारत को लूटा? मैं लुटेरों के लिए काम नहीं करूंगा.
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