कोझिकोड : लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण का मतदान शुक्रवार को होने वाला है. सेकंड फेज के मतदान के लिए मतदाता काफी उत्सुक हैं. बता दें, कल केरल के सभी 20 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा. जानकारी के मुताबिक, मतदान के लिए पंजीकरण कराने वाले हर चार प्रवासी भारतीयों में से लगभग तीन केरल से हैं. भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) के आंकड़ों के राज्य-वार विश्लेषण से पता चलता है कि मतदान के लिए पंजीकरण कराने वाले 74.9 प्रतिशत अनिवासी भारतीय (एनआरआई) केरल राज्य से हैं. केरल के बाद आंध्र प्रदेश 6.4 प्रतिशत, महाराष्ट्र 4.7 प्रतिशत और साथ ही तमिलनाडु और तेलंगाना 2.9 प्रतिशत हैं.
इस बीच, केरल के एनआरआई, जिनमें से अधिकांश वर्तमान में खाड़ी देशों में रहते हैं, राज्य में शुक्रवार को होने वाले लोकसभा चुनाव में वोट डालने के लिए बड़ी संख्या में घर लौट रहे हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए पिछले दो दिनों में 22,000 से अधिक एनआरआई पहले ही केरल पहुंच चुके हैं.
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय द्वारा प्रकाशित मतदाताओं की अंतिम सूची के अनुसार, केरल में 89,839 पंजीकृत एनआरआई मतदाता हैं. एनआरआई मतदाताओं के लिए केरल की यात्रा के लिए लगभग 12 चार्टर्ड उड़ानें बुक की गईं. केरल में विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े कई प्रवासी संगठनों ने किफायती दर पर उड़ान टिकट बुक करने के लिए ट्रैवल एजेंसियों के साथ सहयोग किया है.
केरल के कई एनआरआई कल लोकसभा चुनाव में वोट डालने के लिए घर लौट आए हैं. कोझिकोड जिले में, जहां एनआरआई मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है, उनमें से लगभग 90 प्रतिशत पहले ही यहां आ चुके हैं. 35,793 मतदाताओं में से, केरल मुस्लिम सांस्कृतिक केंद्र (KMCC) और INCAS नामक धर्मार्थ संगठन 29,300 NRI को वापस लाए और NRI मतदाताओं के साथ पांचवां विमान आज कारिपुर में उतरने वाला है. शाम करीब साढ़े चार बजे यूएई से एयर अरेबिया की फ्लाइट से करीब 120 मतदाता पहुंचेंगे.
पिछले कुछ दिनों में आने वालों में से अधिकांश वडकारा निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता हैं. सऊदी अरब और अन्य देशों से लगभग एक दर्जन 'वोट उड़ानों' की व्यवस्था की गई है. कई लोग ईद-उल-फितर मनाने के लिए यहां पहुंचे और फिर चुनाव के लिए यहीं रुक गए. संगठन खाड़ी देशों में स्थित एनआरआई को वापस लाने के लिए उनसे संपर्क कर रहे हैं. अकेले KMCC की जेद्दा इकाई में 25,000 सदस्य हैं.
अन्य जिलों में भी बड़ी संख्या में एनआरआई अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए घर लौटे हैं. कन्नूर, कासरगोड और मलप्पुरम में पिछले दो हफ्तों में लगभग 20,000 एनआरआई मतदाता खाड़ी देशों से घर लौट आए हैं. कुछ एनआरआई विशेष चार्टर्ड उड़ानों से आए. इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के नेता अब्दु रहमान रंदाथानी ने कहा कि चुनावों की घोषणा होने के बाद से, उनके चैरिटी संगठन केएमसीसी ने अरब देशों में रहने वाले मलयाली लोगों को वोट देने के लिए घर लौटने के लिए प्रयास करना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि केएमसीसी की जड़ें खाड़ी देशों में मजबूत हैं.
उन्होंने कहा कि केएमसीसी की मदद से एनआरआई ने अपने हवाई किराए को कम करने के लिए एयरलाइंस के साथ बातचीत की. अकेले मलप्पुरम जिले में लगभग 10,000 लोग पहले ही घर लौट चुके हैं. कल तक कुछ और लोगों के आने की उम्मीद है. रंदाथानी के मुताबिक, पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भी खाड़ी देशों से बड़ी संख्या में मलयाली वोट देने आए थे.