जमुईः लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) झारखंड में भी चुनाव लड़ना चाहती है. इसके लिए पार्टी ने एनडीए शीर्ष नेतृत्व के सामने सीटों की मांग रखी है. शुक्रवार को जमुई दौरे पर पहुंचे सांसद सह लोजपा (आर) के झारखंड प्रभारी अरुण भारती ने ये बातें कहीं. परिसदन में प्रेस वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी का स्टैंड है कि झारखंड में भी चुनाव लड़ा जाए. इसकी तैयारी की जा रही है.
"एनडीए के साथ हमारा गठबंधन फिलहाल बिहार और केंद्र में है. गठबंधन में हमलोगों ने झारखंड में चुनाव लड़ने के लिए कुछ सीटों की मांग रखी है. झारखंड के लिए गठबंधन में बातचीत का जो भी नतीजा निकलेगा हमलोग मीडिया के साथ साझा करेंगे."- अरुण भारती, जमुई सांसद
बिहार में गठबंधन एकजुटः अगर सीटों की मांग पूरी नहीं की जाती तो लोकजनशक्ति पार्टी क्या करेगी तथा बिहार विधानसभा चुनाव पर इसका क्या असर पड़ेगा, इस सवाल के जवाब में लोजपा आर के सांसद ने कहा कि भविष्य को लेकर कयास लगाना ठीक नहीं है. हमलोग एक-एक कदम चलकर आगे बढ़ते हैं. गठबंधन में सीटों को लेकर जो फैसला होगा तब का तब तय किया जाएगा. बिहार विधानसभा चुनाव के संबंध में अरुण भारती ने कहा कि गठबंधन के पांचो दल साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
अपराधी पकड़े जा रहे हैंः बिहार में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है. सरकार से सवाल पूछ रहा है कि अब कौन सा 'राज' चल रहा है. इस सवाल के जवाब में जमुई सांसद ने कहा कि राष्ट्रीय जनात दल के राज में संगठित अपराध होते थे. अब इस प्रकार का अपराध नहीं हो रहा है. अरुण भारती ने कहा कि बिहार में जो भी अपराध हो रहे हैं, अपराधियों को पकड़ा जा रहा है. रूल ऑफ लॉ के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
झारखंड की राजनीति गरमायीः बता दें कि झारखंड में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. लेकिन, एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं है. कुछ दिन पहले रांची में लोजपा आर की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी, जिसमें चिराग पासवान ने 28 सीटों पर दावा ठोंका था. चिराग से पहले जदयू ने 11 सीटों पर दावा ठोंका था. चिराग पासवान और नीतीश कुमार की पार्टी का बिहार और केंद्र में भाजपा के साथ गठबंधन है. ऐसे में भाजपा की मुश्किल बढ़ती दिख रही है.
इसे भी पढ़ेंः चिराग की भाजपा से बढ़ती नाराजगी, करीब आने लगे पारस... BJP का 'पासवान प्रेम'! - Chirag Paswan angry with BJP
इसे भी पढ़ेंः NDA से अलग स्टैंड लेते दिखे चिराग, विरोधियों से मिला रहे सुर.. आखिर ऐसी क्या मजबूरी? - CHIRAG PASWAN