बड़कागांव: बड़कागांव प्रखंड के महुदी गांव में अष्टमी का वापसी जुलूस प्रशासन द्वारा रोके जाने पर देर शाम तक राम भक्तों में आक्रोश बनी हुई है. पुलिस द्वारा लगाए गए उत्तरी दिशा के बैरिकेडिंग को राम भक्त द्वारा तोड़कर पहले आगे बढ़ गए. दूसरे बैरिकेडिंग के पास के जय श्री राम का नारा लगाते हुए आगे बढ़ने के प्रयास किए जा रहे थे कि इसी बीच मचान में आगजनी की घटना हो गई. आक्रोशित लोगों ने प्रशासन के आधा दर्जन वाहनों में तोड़फोड़ की.
भीड़ को हटाने के लिए पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने की भी खबर है. आग पर काबू पाने के लिए एंबुलेंस वाहन पहुंच चुकी है. घटना की सूचना मिलते ही हजारीबाग उपयुक्त नैंसी सहाय और पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार सिंह ने महुदी गांव पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया है. रात होने के कारण अफरा तफरी का महौल बन गया है.
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि बड़कागांव प्रखंड के महुदी गांव में वापसी जुलूस को प्रशासन के द्वारा रोके जाने के बाद आक्रोशित लोगों ने सीओ की गाड़ी समेत आधा दर्जन वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया. इस पथराथ में सीओ का ड्राइवर भी चोटिल हुआ है. घटना के दौरान दो मचान में भी आग लगा दिया गया. जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी. स्थिति नियंत्रण में पर तनावपूर्ण है.
डीसी नैंसी सहाय ने कहा कि जुलूस पार करने को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ स्थिति नियंत्रण में है. जबकि एसपी अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि सीओ पर पथराव कर दिया था. पुवाल के मचान में आग लगाई गई है. स्थिति नियंत्रण में है.
समाचार लिखे जाने तक हजारीबाग डीसी नैंसी सहाय, एसपी अरविंद कुमार सिंह हजारीबाग एसडीओ शैलेश कुमार, बड़कागांव एसडीपीओ कुलदीप कुमार, अंचलाधिकारी बालेश्वर राम, प्रखंड विकास पदाधिकारी जितेंद्र कुमार मंडल, इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह, थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह सहित डीएसपी रैंक के कई पुलिस पदाधिकारी, प्रखंड के सभी आला अधिकारी, संबंधित कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में पुलिस बल कैंप किए हुए हैं.
दरअसल, बड़कागांव प्रखंड के महुदी गांव में 40 वर्ष से रुका रामनवमी का जुलूस अष्टमी के दिन बिना प्रशासन की देखरेख का शांतिपूर्वक निकलकर सोनपुरा गांव मेलाटांड़ पहुंचा. जुलूस निकलने की सूचना पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई और खुशी का माहौल हो गया. जुलूस निकलने की सूचना मिलते ही बड़कागांव प्रशासन की टीम महुदी गांव पहुंची और वापसी जुलूस को रोक दिया गया. प्रशाशन की ओर से जुलूस रोके जाने के बाद लोग वहां धरने पर बैठ गए थे. वहीं प्रशासन की ओर से पूरे इलाके को छावनी में तब्दिल कर दिया गया. हजारीबाग सदर एसडीओ शैलेश कुमार और बड़कागांव एसडीपीओ कुलदीप कुमार के नेतृत्व में प्रशासन की टीम ने लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वो नाकाम रहे.
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