नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के 30 अगस्त को घोषित नवीनतम AICC (कांग्रेस) फेरबदल में विपक्ष के नेता और पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी का प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई दिया. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार को घोषित एआईसीसी सचिवों और संयुक्त सचिवों की सूची में कई युवा चेहरों को शामिल किया गया. ये वो चेहरे हैं जो सालों से पर्दे के पीछे कड़ी मेहनत कर रहे थे और अब उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए कांग्रेस को तैयार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण पार्टी भूमिकाएं दी गई हैं.
खड़गे की घोषणा में राहुल का प्रभाव
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि, नई नियुक्तियों में से लगभग 60 प्रतिशत एससी, एसटी, ओबीसी समुदायों से हैं. मई 2022 में उदयपुर चिंतन शिविर में अपनाए गए ‘50 अंडर 50' नियम या 50 वर्ष से कम आयु के सभी पदाधिकारियों में से आधे को आगे बढ़ाने की राहुल गांधी की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने आगे कहा कि, पिछले हफ्तों में राहुल ने छोटे-छोटे समूहों में देश भर के युवा नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया और उनके साथ संगठन को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की.
एआईसीसी में फेरबदल
कांग्रेस में हुए हालिया फेरबदल में सचिव और संयुक्त सचिव के रूप में नए चेहरों को शामिल किया गया है और साथ ही उन्हें सौंपी गई. साथ ही जिम्मेदारियों में भी फेरबदल किया गया है. इन बदलावों के बाद राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे अब 3 सितंबर को युवा नेताओं को संबोधित करेंगे और उन्हें बताएंगे कि पार्टी उनसे क्या उम्मीद करती है.
विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की तैयारी
इस विषय पर AICC पदाधिकारी बीएम संदीप ने ईटीवी भारत से कहा कि, "कई साल पहले हमें पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर काम करने का मौका मिला था. अब कई युवाओं को शामिल किया गया है और राज्यों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं दी गई हैं. हमारे नेता राहुल गांधी संगठन में सुधार के इच्छुक हैं और यह सही दिशा में उठाया गया कदम है." ऐसे ही कुछ कार्यकर्ताओं में मेघालय से ताल्लुक रखने वाली सरिता लैटफलांग भी शामिल हैं, जो एक फाइटर के तौर पर पूर्वोत्तर के कई राज्यों में काम कर रही हैं. अब वह सचिव के तौर पर AICC के छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट की सहायता करेंगी.
जानें क्या हुए बदलाव
पूर्व जेडीयू नेता शरद यादव की बेटी सुभाषिनी यादव अब सचिव के तौर पर AICC के गुजरात प्रभारी मुकुल वासनिक की सहायता करेंगी. पिछले कुछ महीनों में वह राहुल गांधी द्वारा देश भर में संबोधित किए गए विभिन्न 'संविधान बचाओ' सम्मेलनों में शामिल रही हैं. नेट्टा डिसूजा गुजरात से हैं और अंतरिम प्रमुख के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान महिला कांग्रेस को आगे बढ़ाने में उनकी भूमिका की पार्टी के दिग्गज नेताओं ने सराहना की है. वह अब संगठन प्रभारी एआईसीसी केसी वेणुगोपाल के साथ सचिव के रूप में सहयोग करेंगी.
किसको क्या मिला
साथ ही एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष नीरज कुंदन भी सचिव के रूप में उनकी सहायता करेंगे. नीरज कुंदन जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। पंजाब के विधायक और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान परगट सिंह अब सचिव के रूप में एआईसीसी उत्तराखंड प्रभारी कुमारी शैलजा की सहायता करेंगे। पिछले कुछ वर्षों में प्रवक्ता के रूप में विभिन्न टीवी बहसों के दौरान पार्टी के पक्ष को मजबूती से रखने वाले आलोक शर्मा अब सचिव के रूप में एआईसीसी पंजाब प्रभारी देवेंद्र यादव की सहायता करेंगे.
पार्टी संगठन को मजबूत करने की दिशा में राहुल गांधी
दिल्ली के सुशांत मिश्रा, जो राहुल गांधी के दौरों के आयोजन में शामिल रहे थे, अब संयुक्त सचिव के रूप में एआईसीसी प्रशासन प्रभारी गुरदीप सिंह सप्पल की सहायता करेंगे. राजस्थान की पूर्व विधायक दिव्या मदेरणा अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में एआईसीसी प्रभारी भरत सिंह सोलंकी की सचिव के तौर पर सहायता करेंगी. हरियाणा के नेता अजय यादव के बेटे और राजद नेता लालू प्रसाद के दामाद चिरंजीव राव, राजस्थान में एआईसीसी प्रभारी एसएस रंधावा की सहायता करेंगे। इसके अलावा, पार्टी ने मनोज चौहान और प्रफुल्ल गुड़ाधे को एआईसीसी प्रभारी हरियाणा दीपक बाबरिया की सहायता के लिए नियुक्त किया है. सप्तगिरी उलाका और सिरिवेल्ला प्रसाद को एआईसीसी प्रभारी झारखंड गुलाम अहमद मीर की सहायता के लिए नियुक्त किया है.
इसके अलावा बीएम संदीप, काजी निजामुद्दीन, कुणाल चौधरी और यूबी वेंकटेश को एआईसीसी प्रभारी महाराष्ट्र रमेश चेन्निथला की सहायता के लिए नियुक्त किया है. इसी तरह, दानिश अबरार और सुखविंदर सिंह डैनी 2025 के विधानसभा चुनावों से पहले एआईसीसी प्रभारी दिल्ली दीपक बाबरिया की सचिव के तौर पर सहायता करेंगे.
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