श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर) : लद्दाख से नवनिर्वाचित सांसद हाजी हनीफा जान ने मंगलवार को नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी सहित प्रमुख कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की. बैठक में ईरान के अयातुल्ला खामेनेई के प्रतिनिधि अयातुल्ला मेहदीवपुर भी शामिल हुए. सांसद के साथ लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी) के अध्यक्ष मोहम्मद जाफर अखुन और अन्य स्थानीय नेता भी मौजूद थे.
जिसके बाद से यह कयास लगाये जाने लगा कि सांसद हाजी हनीफा जान INDIA गठबंधन में शामिल हो सकते हैं. कांग्रेस नेताओं के साथ उनकी मुलाकातों के बाद हनीफा के राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. इस बात की काफी चर्चा है कि हनीफा इंडिया अलायंस के साथ जुड़ सकते हैं, जिससे विपक्ष का गठबंधन मजबूत होगा.
वहीं, INDIA गठबंधन में शामिल होने की खबर को लेकर सांसद हाजी हनीफा जान ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि अभी तक उन्होंने किसी भी राजनीतिक गठबंधन से जुड़ने के बारे में विचार नहीं किया है. सांसद ने साफ कहा है कि NDA हो, चाहे INDIA गठबंधन, अभी तक मैंने किसी भी दल में शामिल होने पर कोई विचार नहीं किया है. सांसद जान ने कहा कि उन्होंने बैठक के दौरान इंडिया ब्लॉक के नेताओं के साथ लद्दाख के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, और लद्दाख की लंबे समय से चली आ रही शिकायतों को दूर करने पर जोर दिया.
नई दिल्ली से ईटीवी भारत से फोन पर बात करते हुए हाजी हनीफा जान ने कहा कि उन्होंने गठबंधन के बारे में कोई अंतिम फैसला नहीं किया है. सभी लद्दाखी हितधारकों के साथ विचार-विमर्श के बाद निर्णय लिया जाएगा. जान ने हाल ही में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे सहित इंडिया ब्लॉक के नेताओं के साथ लद्दाख की मांगों को लेकर हुई बातचीत का खुलासा किया. इससे पहले, दिल्ली में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला के साथ चर्चा हुई थी. केंद्र सरकार और एनडीए प्रतिनिधियों के साथ भी आगे की बैठकें निर्धारित हैं.
बातचीत के दौरान, सांसद जान ने अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए कहा कि मेरी उम्मीदवारी और जीत का उद्देश्य केंद्र शासित प्रदेश के भीतर लद्दाख की स्थायी मांगों की वकालत करना है.
बता दें, हाजी हनीफा जान ने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपनी संसदीय सीट सुरक्षित की, उन्हें 65,259 वोट मिले और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 27,862 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. कांग्रेस उम्मीदवार त्सेरिंग नामग्याल को 37,397 वोट मिले, जबकि भाजपा के ताशी ग्यालसन को 31,956 वोट मिले. नेशनल कॉन्फ्रेंस के पूर्व नेता हनीफा ने कांग्रेस द्वारा इंडिया अलायंस के उम्मीदवार के रूप में नामग्याल को नामित किए जाने के बाद अपनी पार्टी और पूरी कारगिल इकाई से नाता तोड़ लिया. इसके बाद, हनीफा ने एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. उल्लेखनीय है कि हनीफा शिया मुस्लिम बहुल कारगिल क्षेत्र से एकमात्र उम्मीदवार थे, जबकि अन्य दो प्रमुख दावेदार लेह से थे.