रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में शनिवार 15 जून को बड़ा हादसा हो गया. यहां 26 यात्रियों से भरा टेंपो ट्रैवलर पहाड़ी से नीचे नदी में गिर गया. इस हादसे में 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार लोगों ने हॉस्पिटल में उपचार के दौरान दम तोड़ा. इस हादसे में अभीतक कुल 14 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं एक मजदूर जो यात्रियों के बचाने के लिए नदी में उतारा था, वो भी बह गया है. उसकी तलाश में सर्च टीम जुटी हुई है.
दरअसल, ये हादसा रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय से करीब पांच किमी आगे बदरीनाथ हाईवे पर रैंतोली के पास हुई. बताया जा रहा है जहां पर ये हादसा हुआ है, वहीं पर रेलवे लाइन का काम चल रहा था. रेलवे लाइन का काम कर रहे दो मजदूरों ने नदी में गिरे यात्रियों को बचाने की सोची और इसीलिए वे नदी में कूद पड़े. दोनों तैर के नदी के दूसरे छोर पर जाने लगे, लेकिन इस बीच एक मजदूर नदी के तेज बहाव में बह गया, जबकि एक ने नदी पार कर ली.
नदी में डूबे मजदूर का अभीतक कुछ पता नहीं चल पाया है. एसडीआरएफ की एक टीम नदी बहे मजदूर की तलाश में जुटी हुई है. रेल परियोजना का कार्य कर रही मेघा इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी में कार्यरत नवलेश गुप्ता ने बताया कि सामने घटना का दृश्य देखा तो दौड़कर अलकनंदा नदी की ओर भागा. वाहन गिरने के बाद जोर-जोर से बचाओ-बचाओ की आवाजें आ रही थी. उफनदी अलकनंदा नदी को तैरकर घटना स्थल पर पहुंचा और घायलों की मदद की. वहीं बताया जा रहा है कि घटना का दृश्य देखने के बाद दो अन्य मजदूर भी अलकनंदा नदी को तैरकर दूसरी छोर पर जा रहे थे. इस दौरान बीच नदी में एक मजदूर बहकर अकलनंदा नदी में समा गया और दूसरा पार हो गया.
प्राथमिक तौर पर हादसे का कारण ड्राइवर की झपकी और तेज रफ्तार बताया जा रहा है. अभी तक जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार टेंपो ट्रैवलर में सवार सभी लोग दिल्ली से चोपता जा रहे थे, लेकिन बीच रास्ते में ही ये हादसा हो गया. बता दें कि इस हासदे में घायल हुए 5 लोगों को उपचार ऋषिकेश एम्स में चल रहा है. वहीं 7 लोगों का जिला हॉस्टपिल रुद्रप्रयाग में इलाज चल रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी को सड़क हादसे की जांच के आदेश दिए हैं.
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