कुवैत सिटी: कुवैत में बुधवार को लेबर कैंप में आग लगने से एक बड़ा हादसा हुआ. इस हादसे में 16 केरलवासियों की मौत हो गई. इसके अलावा 50 से ज़्यादा घायलों में से 30 केरल के रहने वाले हैं. जानकारी के अनुसार, इस दुखद हादसे में कुल 49 लोगों की मौत हुई है. केरलवासियों को शवों को वायुसेना के विमान से भारत लाया जाएगा. इन 16 केरलवासियों की पहचान भी हो गई है.
- सोरानाड, कोल्लम निवासी शमीर उमरुद्दीन (30)
- चेंगाला, कासरगोड निवासी के. रंजीत (34)
- पिलिकोड, कासरगोड निवासी केलू पोनमलेरी (58)
- पम्पाडी, कोट्टायम निवासी स्टेफिन अब्राहम साबू (29)
- पथानामथिट्टा निवासी आकाश शशिधरन नायर (31)
- पुनालुर, कोल्लम निवासी साजन जॉर्ज (29)
- कोन्नी, पथानामथिट्टा निवासी साजू वर्गीस (56)
- वज़हमुत्तोम, पथानामथिट्टा निवासी पी.वी. मुरलीधरन (68)
- वेलिचिक्कला, कोल्लम निवासी लुकोस (साबू-48)
- तिरुवल्ला, पथानामथिट्टा निवासी थॉमस ओमन (37)
- धर्मदम, कन्नूर निवासी विश्वास कृष्णन
- तिरूर, मलप्पुरम निवासी नूह (40)
- पुलामंथोल, मलप्पुरम निवासी एम पी बहुलेयन (36)
- चंगनास्सेरी, कोट्टायम निवासी श्रीहरि प्रदीप (27)
- निरनम, पथानामथिट्टा निवासी मैथ्यू जॉर्ज (54)
- कीज़वैपुर, पथानामथिट्टा निवासी सिबिन टी अब्राहम (31)
बता दें कि इस हादसे के बाद विदेश मंत्रालय ने बताया था कि बुधवार को कुवैत के मंगफ इलाके में एक श्रमिक आवास सुविधा में आग लगने की घटना में करीब 40 भारतीयों की मौत हो गई. इस घटना में 50 से अधिक लोग घायल हो गए. घायलों का इलाज कुवैत के पांच सरकारी अस्पतालों में चल रहा है. जानकारी के अनुसार भारत सरकार सभी मृत भारतियों के शवों को स्वदेश लाने की तैयारी कर रही है.
कुवैत में आग लगने की घटना में पांच तमिलों की मौत : चेन्नई में तमिलनाडु के अल्पसंख्यक कल्याण और अनिवासी तमिल कल्याण मंत्री गिंगी केएस मस्तान ने गुरुवार को विदेश में स्थित तमिल संघों द्वारा अब तक साझा की गई जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि पता चला है कि कुवैत में आग लगने की घटना में मरने वालों में पांच तमिल भी शामिल हैं. उन्होंने यहां मीडिया को बताया कि पीड़ित राज्य के तंजावुर, रामनाथपुरम और पेरावुरानी क्षेत्रों के हैं और उनकी पहचान रामा करुप्पन, वीरसामी मरियप्पन, चिन्नादुरई कृष्णमूर्ति, मोहम्मद शेरिफ और रिचर्ड के रूप में हुई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के निर्देश के अनुसार शवों को घर लाने और घायलों के लिए आवश्यक चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं.