नई दिल्ली: नई दिल्ली स्थित कुवैत दूतावास ने गुरुवार को अपने कर्मचारियों के उत्पीड़न की घटना में शामिल होने की खबरों को खारिज कर दिया. दूतावास ने स्पष्ट किया कि घटना में स्थानीय स्तर पर कार्यरत कर्मचारी शामिल थे और पुलिस फिलहाल उन कर्मचारियों के साथ मामले को संभाल रही है.
18 जुलाई, गुरुवार को भारतीय समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार के संदर्भ में अपने स्पष्टीकरण वक्तव्य में, जिसमें स्थानीय स्तर पर कार्यरत श्रमिकों के साथ कथित उत्पीड़न की घटना की सूचना दी गई थी, नई दिल्ली स्थित कुवैत दूतावास ने कहा कि 'कथित आरोपी और शिकायतकर्ता दोनों भारतीय नागरिक हैं, तथा इस मामले में कोई भी कुवैती नागरिक शामिल नहीं है.'
शिकायत में कहा गया है कि 'शिकायतकर्ता दूतावास द्वारा हाउसकीपिंग ड्यूटी के लिए नियुक्त एक आउटसोर्सिंग कंपनी के मल्टी-टास्किंग स्टाफ का सदस्य है. चूंकि मामला पुलिस को सूचित किया गया था, इसलिए पुलिस ने शिकायतकर्ता और आरोपी दोनों से संपर्क किया और मामले की जांच के लिए उन्हें दूतावास के बाहर बुलाया.'
कुवैत दूतावास ने कहा कि 'चूंकि मामले की जांच पुलिस/न्यायालय द्वारा की जा रही है, इसलिए कुवैत राज्य का दूतावास कोई भी कार्रवाई करने से पहले जांच के नतीजे/अदालत के निर्देश का इंतजार करेगा. शिकायतकर्ता अभी भी नियमित काम करने के लिए दूतावास में रिपोर्ट कर रहा है.'
नई दिल्ली स्थित कुवैत दूतावास में कार्यरत एक हाउसकीपिंग कर्मचारी ने वहां काम करने वाले एक कर्मचारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. जिसके बाद पुलिस ने कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है. सूत्रों के अनुसार, आरोपी की पहचान 70 वर्षीय अबू बकर के रूप में हुई है. महिला के आरोप के बाद पुलिस ने गुरुवार को आरोपी अबू बकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.