चंडीगढ़: हरियाणा लोकसभा चुनाव के इतिहास में महिलाओं की भागीदारी बहुत कम है. हरियाणा से अभी तक केवल 6 महिला ही लोकसभा का चुनाव जीतकर सांसद बन पाई हैं. राजनीतिक दल भी महिला उम्मीदवारों को टिकट देने में कंजूसी करते हैं. लेकिन हरियाणा के इतिहास में एक महिला ऐसी है जो अब तक चार बार लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद तक पहुंची और केंद्र में मंत्री भी रहीं.
बेदाग छवि की मालकिन हैं कुमारी सैलजा
हम बात कर रहे हैं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा की. कुमारी सैलजा की गिनती हरियाणा की तेज तर्रार और पढ़े लिखे नेताओं में होती हैं. कई दशक से राजनीति में होने के बावजूद कुमारी सैलजा बेदाग हैं और विवादों से दूर रहती हैं. उनकी भाषा में कभी अमर्यादित बयानबाजी नहीं होती. यही वजह है कि कुमारी सैलजा अब तक चार बार लोकसभा का चुनाव जीत चुकी हैं और कांग्रेस आलाकमान की सबसे भरोसमंद नेताओं में हैं. यहां तक कि 1996 में कांग्रेस के खिलाफ लहर में भी कुमारी सैलजा अपनी सिरसा सीट पर विजय पताका फहरा चुकी हैं. 1996 में कांग्रेस को हरियाणा में केवल 2 सीटें मिली थीं.
कुमारी सैलजा 4 बार बन चुकीं सांसद
कुमारी सैलजा पहली बार 1991 में हरियाणा सी सिरसा सीट से सांसद बनीं. उसके बाद 1996, 2004 और 2009 में लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंची. सैलजा 1991 और 1996 में सिरसा सीट से चुनी गईं जबकि 2004 और 2009 में उन्होंने अंबाला सीट से कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीता. सैलजा ने अंबाला सीट पर दो बार बीजेपी के पुराने नेता रतनलाल कटारिया को हराया.
कुमारी सैलजा 4 बार बनीं सांसद |
1991- कुमारी सैलजा पहली बार सिरसा सीट से 99098 वोट से जीतकर सांसद बनीं |
1996- कुमारी सैलजा ने ये चुनाव 15147 वोट से जीता और संसद पहुंची |
2004- कुमारी सैलजा ने अंबाला सीट से बीजेपी के रतनलाल कटारिया को 234935 वोट से हराया |
2009- कुमारी सैलजा ने दूसरी बार रतनलाल कटारिया को 14570 वोट से मात देकर सांसद बनीं |
कांग्रेस के खिलाफ लहर में भी जीतीं सैलजा
कुमारी सैलजा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस की महिला मोर्चा की नेता के तौर पर की. 1990 में उन्हें महिला कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया. सैलजा नरसिम्हा राव के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में केंद्रीय शिक्षा और संस्कृति राज्य मंत्री भी रही हैं. 1996 में हरियाणा में कांग्रेस की हार के बावजूद वो 11वीं लोकसभा के लिए सिरसा से सांसद चुनी गईं. 1996 में सैलजा के अलावा केवल भूपेंद्र हुड्डा रोहतक सीट से जीते थे. कुमारी सैलजा 2019 से 2022 तक हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. सैलजा हरियाणा में कांग्रेस की बड़ी दलित नेता हैं.
सैलजा के पिता भी रह चुके हैं 4 बार सांसद
कुमारी सैलजा का जन्म हरियाणा के हिसार जिले में हुआ है. उनके पिता चौधरी दलबीर सिंह भी कांग्रेस के बड़े नेता रहे हैं. दलबीर सिंह हरियाणा की सिरसा लोकसभा सीट से 1967, 1971, 1980 और 1984 में लोकसभा सांसद बने. वो इंदिरा गांधी सरकार में केंद्र में मंत्री भी रहे. सैलजा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी, नई दिल्ली से की है. उसके बाद उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और अपनी मास्टर डिग्री हासिल की.
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