चंडीगढ़: हरियाणा में फरीदाबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी-कांग्रेस के बीच शुरुआत में कांटे की टक्कर देखी जा रही थी. यहां बीजेपी प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप को मात दी है. शुरुआत से ही गुर्जर कांग्रेस से आगे चल रहे थे. जिसके बाद धीरे-धीरे वोटों का अंतर बढ़ता गया और गुर्जर की लीड़ भी बढ़ती गई. यहां बीजेपी प्रत्याशी गुर्जर ने कांग्रेस को पछाड़ते हुए जीत दर्ज की है. बता दें कि फरीदाबाद में जिले की 6 विधानसभा सीटें हैं. इनमें एनआईटी, बड़खल, फरीदाबाद, पृथला, तिगांव, बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र आते हैं. वहीं, पलवल की 3 सीटें भी फरीदाबाद में है. इनमें पलवल, होडल और हथीन हलके शामिल हैं.
कृष्णपाल गुर्जर का सफरनामा: कृष्णपाल गुर्जर जब बीजेपी में शामिल हुए, तो उनके कामों को देखते हुए उन्हें प्रदेश सचिव बनाया गया. इसके बाद 1944 में फरीदाबाद जिले का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया. तभी फरीदाबाद नगर निगम का चुनाव हुआ. जिसमें वे पार्षद चुने गए. साल 1995 में ठीक एक साल बाद फरीदाबाद नगर निगम सदन में बीजेपी के चार पार्षद चुने गए. उस दौरान उन्हें पार्षद दल का भी नेता चुना गया.
इन चुनावों पर जीत हासिल की: साल 1966 में पहली बार गुर्जर को विधानसभा से बीजेपी ने टिकट दिया. इस चुनाव में गुर्जर ने महेंद्र प्रताप को करीब 37 हजार से ज्यादा वोटों से मात दी और विधायक बने. इसके बाद 1997 में बंसीलाल सरकार में ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर बने. इसके बाद 2000 में फिर से मेवला महाराजपुर विधानसभा से विधायक चुने गए. फिर कृष्णपाल गुर्जर 2008 में हरियाणा बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष भी चुने गए. इसके बाद 2009 में तिगांव विधानसभा से चुनाव लड़ा और वे विधायक चुने गए.
मोदी लहर में गुर्जर का वोट गणित: इसके बाद मोदी लहर में 2014 लोकसभा चुनाव में फरीदाबाद लोकसभा से 4 लाख 66 हजार वोटों से जीत कर सांसद बने और उन्हें 26 मई 2014 में मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया. 2019 में कृष्णपाल गुर्जर अपनी पिछली जीत का रिकॉर्ड तोड़ते हुए फरीदाबाद लोक सभा सीट से सांसद बने. कृष्णपाल गुर्जर ने कांग्रेस के प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना को 6 लाख 38 हजार वोटों से हराया और मोदी सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री बने.
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