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कोलकाता रेप-मर्डर केस: न्याय की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी - doctors continue protest

Kolkata rape murder case Junior doctors continue protest: कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर मामले में पीड़िता को न्याय की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है. वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने 10 सितंबर को ही डॉक्टरों से काम पर लौटने का आग्रह किया था.

Junior doctors continue protest
जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी (प्रतीकात्मक फोटो) (AND)
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By ANI

Published : Sep 14, 2024, 9:10 AM IST

Updated : Sep 14, 2024, 10:34 AM IST

कोलकाता: कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर मामले में न्याय की मांग को लेकर साल्ट लेक क्षेत्र के स्वास्थ्य भवन में भारी बारिश के बीच लगातार चौथी रात अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा. स्थिति पर नजर रखने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास में कोलकाता पुलिस ने विरोध स्थल और आसपास के इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं.

यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब जूनियर डॉक्टर न्याय की मांग कर रहे हैं और चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों को मंगलवार (10 सितंबर) को काम पर लौटने के लिए समय सीमा तय की थी. इससे पहले 13 सितंबर को कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की थी कि उन्होंने बैठक का सीधा प्रसारण करने के उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया और उनसे मुलाकात नहीं की.

उन्होंने तर्क दिया कि उनका अनुरोध उचित था, क्योंकि संसदीय चर्चाओं और कई प्रशासनिक बैठकों का सीधा प्रसारण किया जाता है. डॉक्टरों ने इस बात पर निराशा व्यक्त की कि उन्हें बैठक हॉल के बाहर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट छोड़ने के लिए कहा गया, जिससे वे कार्यवाही रिकॉर्ड नहीं कर पाए.

मीडिया से बात करते हुए डॉक्टरों में से एक अनुस्तुप मुखर्जी ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकार के साथ बैठक का सीधा प्रसारण करने के लिए बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन यह मुद्दा बातचीत योग्य नहीं रहा. उन्होंने कहा, 'यदि सभी संसदीय चर्चाओं का सीधा प्रसारण किया जा सकता है, यदि मुख्यमंत्री स्वयं अपनी सभी प्रशासनिक बैठकों का सीधा प्रसारण करने को प्रोत्साहित करती हैं, तो शायद हमारा अनुरोध अनुचित नहीं था.

साथ ही, चूंकि हम न्याय की अपनी मांगों के संबंध में चर्चा की ओर अग्रसर हैं, न कि किसी विचाराधीन मामले की ओर, इसलिए हमें लाइव प्रसारण के लिए हमारे अनुरोध में कानून संहिता का कोई उल्लंघन नहीं मिला. मुखर्जी ने संवाददाताओं से कहा, 'हमें अपने सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट मीटिंग हॉल के बाहर छोड़ने के लिए भी कहा गया है, जिससे हमारी ओर से वीडियो रिकॉर्डिंग की कोई संभावना नहीं रह जाती लेकिन दुर्भाग्य से यह मुद्दा बातचीत के लायक नहीं रहा.'

इससे पहले पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से काम पर लौटने का आग्रह किया और कहा कि उन्हें सीएम पद का कोई लालच नहीं है, बल्कि आरजी कर बलात्कार-हत्या पीड़िता के लिए न्याय और आम नागरिकों के इलाज को लेकर ज्यादा चिंतित हैं. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, 'मैं पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं.' मुझे पोस्ट की चिंता नहीं है. मैं पीड़िता के लिए न्याय चाहती हूं, मुझे बस इस बात की चिंता है कि आम लोगों को चिकित्सा सेवा मिले. बता दें कि 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल के अंदर द्वितीय वर्ष की पीजी मेडिकल छात्रा के साथ रेप किया गया और उसकी हत्या कर दी गई.

ये भी पढ़ें- इंतजार करती रहीं CM... जूनियर डॉक्टरों की बैठक विफल, ममता बोलीं, 'मैं इस्तीफा देने को तैयार'

कोलकाता: कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर रेप-मर्डर मामले में न्याय की मांग को लेकर साल्ट लेक क्षेत्र के स्वास्थ्य भवन में भारी बारिश के बीच लगातार चौथी रात अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखा. स्थिति पर नजर रखने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास में कोलकाता पुलिस ने विरोध स्थल और आसपास के इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं.

यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब जूनियर डॉक्टर न्याय की मांग कर रहे हैं और चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों को मंगलवार (10 सितंबर) को काम पर लौटने के लिए समय सीमा तय की थी. इससे पहले 13 सितंबर को कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की थी कि उन्होंने बैठक का सीधा प्रसारण करने के उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया और उनसे मुलाकात नहीं की.

उन्होंने तर्क दिया कि उनका अनुरोध उचित था, क्योंकि संसदीय चर्चाओं और कई प्रशासनिक बैठकों का सीधा प्रसारण किया जाता है. डॉक्टरों ने इस बात पर निराशा व्यक्त की कि उन्हें बैठक हॉल के बाहर इलेक्ट्रॉनिक गैजेट छोड़ने के लिए कहा गया, जिससे वे कार्यवाही रिकॉर्ड नहीं कर पाए.

मीडिया से बात करते हुए डॉक्टरों में से एक अनुस्तुप मुखर्जी ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकार के साथ बैठक का सीधा प्रसारण करने के लिए बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन यह मुद्दा बातचीत योग्य नहीं रहा. उन्होंने कहा, 'यदि सभी संसदीय चर्चाओं का सीधा प्रसारण किया जा सकता है, यदि मुख्यमंत्री स्वयं अपनी सभी प्रशासनिक बैठकों का सीधा प्रसारण करने को प्रोत्साहित करती हैं, तो शायद हमारा अनुरोध अनुचित नहीं था.

साथ ही, चूंकि हम न्याय की अपनी मांगों के संबंध में चर्चा की ओर अग्रसर हैं, न कि किसी विचाराधीन मामले की ओर, इसलिए हमें लाइव प्रसारण के लिए हमारे अनुरोध में कानून संहिता का कोई उल्लंघन नहीं मिला. मुखर्जी ने संवाददाताओं से कहा, 'हमें अपने सभी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट मीटिंग हॉल के बाहर छोड़ने के लिए भी कहा गया है, जिससे हमारी ओर से वीडियो रिकॉर्डिंग की कोई संभावना नहीं रह जाती लेकिन दुर्भाग्य से यह मुद्दा बातचीत के लायक नहीं रहा.'

इससे पहले पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से काम पर लौटने का आग्रह किया और कहा कि उन्हें सीएम पद का कोई लालच नहीं है, बल्कि आरजी कर बलात्कार-हत्या पीड़िता के लिए न्याय और आम नागरिकों के इलाज को लेकर ज्यादा चिंतित हैं. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, 'मैं पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं.' मुझे पोस्ट की चिंता नहीं है. मैं पीड़िता के लिए न्याय चाहती हूं, मुझे बस इस बात की चिंता है कि आम लोगों को चिकित्सा सेवा मिले. बता दें कि 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल के अंदर द्वितीय वर्ष की पीजी मेडिकल छात्रा के साथ रेप किया गया और उसकी हत्या कर दी गई.

ये भी पढ़ें- इंतजार करती रहीं CM... जूनियर डॉक्टरों की बैठक विफल, ममता बोलीं, 'मैं इस्तीफा देने को तैयार'
Last Updated : Sep 14, 2024, 10:34 AM IST
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