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कौन है नीट पेपर लीक केस का किंगपिन संजीव मुखिया? जिसने फैला रखा है देशभर में नेटवर्क - NEET Paper Leak Case - NEET PAPER LEAK CASE

NEET paper leak case : बिहार में किंगपिन संजीव मुखिया को पुलिस सरगर्मी से तलाश रही है. अच्छी बात ये है कि पिता-पुत्र की जोड़ी में से बेटा पहले से ही बीपीएससी पेपर लीक केस में गिरफ्तार है, हालांकि पिता संजीव मुखिया का कोई सुराग नहीं लग पाया है. सूत्रों की मानें तो नीट पेपर लीक केस में संजीव मुखिया का नाम किंगपिन के रूप में सामने आ रहा है. पुलिस उसे ढूंढ रही है. कौन है शातिर संजीव मुखिया जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर-

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jun 21, 2024, 8:00 PM IST

गांव वालों से जानें कौन है संजीव मुखिया (Etv Bharat)

नालंदा : देशभर में नीट पेपर लीक मामले में घमासान मचा हुआ है. आरोपियों के कबूलनामे के बाद ये तय माना जा रहा है कि नीट का पेपर लीक हुआ था. आरोपियों तक वही प्रश्न पत्र 24 घंटे पहले पहुंचे थे. उन्हें सॉल्व करके उनका उत्तर भी उन्हें रटवाया जा रहा था.

संजीव मुखिया की सरगर्मी से तलाश : इतनी बड़ी परीक्षा का पेपर लीक होना मामूली बात नहीं है. इसके लिए बड़े नेटवर्क और बड़ी सेटिंग की जरूरत होती है. नीट पेपर लीक मामले में सिकंदर यादुवेन्दु सिर्फ मोहरा भर है. इस मामले में नालंदा के पिता पुत्र की जोड़ी से नीट पेपर लीक केस के तार जोड़े जा रहे हैं. संजीव मुखिया का बेटा शिव कुमार फिलहाल जेल में है. वह भी बीपीएससी पेपर लीक केस में गिरफ्तार हुआ था.

कौन है संजीव मुखिया ऊर्फ लूटन? : पुलिस गिरफ्तार पुत्र को लेकर कभी भी नालंदा आ सकती है वहीं फरार संजीव मुखिया की तलाश के लिए पुलिस ने जाल बिछा दिए हैं लेकिन अभी तक वह पुलिस की पकड़ से दूर है. गांव वालों से संजीव मुखिया के बारे में पूछने पर झल्लाते हुए कहते हैं कि ''उसने हम लोगों के गांव का नाम बदनाम कर रखा है. हमें पिता पुत्र की करतूतों से शर्म आती है.''

देशभर में फैला है नेटवर्क : दरअसल, संजीव मुखिया कभी चतुर्थ ग्रेड का कर्मचारी था. लेकिन वह गांव का मुखिया भी बना. लेकिन कई पेपर लीक केस में इनके नाम आने के बाद जहां बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन संजीव मुखिया का अता पता नहीं लग पा रहा है. नीट पेपर लीक मामले में ही संजीव मुखिया का पहले भी नाम आ चुका है.

राजनीति में भी सक्रिय : ग्रामीणों ने बताया कि पैसे के बल पर संजीव मुखिया ने अपनी राजनीतिक पहचान बनाई और अपनी पत्नी ममता कुमारी को हरनौत विधानसभा से जेडीयू के खिलाफ लोक जनशक्ति पार्टी से चुनाव भी लड़वाया था. हालांकि इस चुनाव में उनकी पत्नी की करारी हार भी हुई थी.

''लगातार पेपर लीक मामले में पिता पुत्र का नाम आने के बाद इस पंचायत और का नाम काफी बदनाम हुआ है. मुखिया के कार्यकाल के दौरान भी कई प्रकार की अनियमिता इस पंचायत में आ चुका है.''- स्थानीय ग्रामीण

कई पेपर लीक केस में पिता-पुत्र का नाम : संजीव मुखिया उर्फ़ लूटन इसके पहले 2016 में सिपाही भर्ती परीक्षा से लेकर बीपीएससी समेत अन्य परीक्षाओं के पेपर लीक में इनका नाम सामने आया और जेल भी जा चुका है. भूतहाखार पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि लगातार पेपर लीक मामले में पिता पुत्र का नाम आने के बाद इस पंचायत और का नाम काफी बदनाम हुआ है.

नीट पेपर लीक का मुद्दा गर्म : पुलिस नीट पेपर लीक केस में नालंदा से तार जुड़ने पर संजीव मुखिया की सरगर्मी से तलाश कर रही है. पिता पुत्र की जोड़ी पर पिछले कई साल बड़े-बड़े पेपर आउट कराने का आरोप है. उन मामले की जांच चल ही रही है कि नीट पेपर लीक मामले में प्रदर्शन से देश की राजनीति भी गर्मा गई है. छात्र संगठनों से लेकर राजनीतिक दलों ने नीट पेपर लीक कांड के खिलाफ प्रदर्शन किया है.

अब तक क्या हुआ: नीट पेपर लीक मामले में ईओयू की टीम तह तक पहुंचने के लिए जांच कर रही है. पटना पुलिस की तारीफ खुद शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी कर चुके हैं. उन्होंने उम्मीद जताई है कि पटना पुलिस पेपर लीक में मास्टरमाइंड तक पहुंचने की ओर बढ़ रही है. ईओयू के एडीजी को भी जांच की प्रगति रिपोर्ट के साथ मंत्रालय ने तलब किया है. अब तक की रिपोर्ट और तथ्यों के आधार पर शिक्षा विभाग आगे का फैसला लेगा. इस मामले में अब तक बिहार में 14 गिरफ्तारियां हुईं हैं जिसमें 5 अभ्यर्थी शामिल हैं.

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गांव वालों से जानें कौन है संजीव मुखिया (Etv Bharat)

नालंदा : देशभर में नीट पेपर लीक मामले में घमासान मचा हुआ है. आरोपियों के कबूलनामे के बाद ये तय माना जा रहा है कि नीट का पेपर लीक हुआ था. आरोपियों तक वही प्रश्न पत्र 24 घंटे पहले पहुंचे थे. उन्हें सॉल्व करके उनका उत्तर भी उन्हें रटवाया जा रहा था.

संजीव मुखिया की सरगर्मी से तलाश : इतनी बड़ी परीक्षा का पेपर लीक होना मामूली बात नहीं है. इसके लिए बड़े नेटवर्क और बड़ी सेटिंग की जरूरत होती है. नीट पेपर लीक मामले में सिकंदर यादुवेन्दु सिर्फ मोहरा भर है. इस मामले में नालंदा के पिता पुत्र की जोड़ी से नीट पेपर लीक केस के तार जोड़े जा रहे हैं. संजीव मुखिया का बेटा शिव कुमार फिलहाल जेल में है. वह भी बीपीएससी पेपर लीक केस में गिरफ्तार हुआ था.

कौन है संजीव मुखिया ऊर्फ लूटन? : पुलिस गिरफ्तार पुत्र को लेकर कभी भी नालंदा आ सकती है वहीं फरार संजीव मुखिया की तलाश के लिए पुलिस ने जाल बिछा दिए हैं लेकिन अभी तक वह पुलिस की पकड़ से दूर है. गांव वालों से संजीव मुखिया के बारे में पूछने पर झल्लाते हुए कहते हैं कि ''उसने हम लोगों के गांव का नाम बदनाम कर रखा है. हमें पिता पुत्र की करतूतों से शर्म आती है.''

देशभर में फैला है नेटवर्क : दरअसल, संजीव मुखिया कभी चतुर्थ ग्रेड का कर्मचारी था. लेकिन वह गांव का मुखिया भी बना. लेकिन कई पेपर लीक केस में इनके नाम आने के बाद जहां बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन संजीव मुखिया का अता पता नहीं लग पा रहा है. नीट पेपर लीक मामले में ही संजीव मुखिया का पहले भी नाम आ चुका है.

राजनीति में भी सक्रिय : ग्रामीणों ने बताया कि पैसे के बल पर संजीव मुखिया ने अपनी राजनीतिक पहचान बनाई और अपनी पत्नी ममता कुमारी को हरनौत विधानसभा से जेडीयू के खिलाफ लोक जनशक्ति पार्टी से चुनाव भी लड़वाया था. हालांकि इस चुनाव में उनकी पत्नी की करारी हार भी हुई थी.

''लगातार पेपर लीक मामले में पिता पुत्र का नाम आने के बाद इस पंचायत और का नाम काफी बदनाम हुआ है. मुखिया के कार्यकाल के दौरान भी कई प्रकार की अनियमिता इस पंचायत में आ चुका है.''- स्थानीय ग्रामीण

कई पेपर लीक केस में पिता-पुत्र का नाम : संजीव मुखिया उर्फ़ लूटन इसके पहले 2016 में सिपाही भर्ती परीक्षा से लेकर बीपीएससी समेत अन्य परीक्षाओं के पेपर लीक में इनका नाम सामने आया और जेल भी जा चुका है. भूतहाखार पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि लगातार पेपर लीक मामले में पिता पुत्र का नाम आने के बाद इस पंचायत और का नाम काफी बदनाम हुआ है.

नीट पेपर लीक का मुद्दा गर्म : पुलिस नीट पेपर लीक केस में नालंदा से तार जुड़ने पर संजीव मुखिया की सरगर्मी से तलाश कर रही है. पिता पुत्र की जोड़ी पर पिछले कई साल बड़े-बड़े पेपर आउट कराने का आरोप है. उन मामले की जांच चल ही रही है कि नीट पेपर लीक मामले में प्रदर्शन से देश की राजनीति भी गर्मा गई है. छात्र संगठनों से लेकर राजनीतिक दलों ने नीट पेपर लीक कांड के खिलाफ प्रदर्शन किया है.

अब तक क्या हुआ: नीट पेपर लीक मामले में ईओयू की टीम तह तक पहुंचने के लिए जांच कर रही है. पटना पुलिस की तारीफ खुद शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी कर चुके हैं. उन्होंने उम्मीद जताई है कि पटना पुलिस पेपर लीक में मास्टरमाइंड तक पहुंचने की ओर बढ़ रही है. ईओयू के एडीजी को भी जांच की प्रगति रिपोर्ट के साथ मंत्रालय ने तलब किया है. अब तक की रिपोर्ट और तथ्यों के आधार पर शिक्षा विभाग आगे का फैसला लेगा. इस मामले में अब तक बिहार में 14 गिरफ्तारियां हुईं हैं जिसमें 5 अभ्यर्थी शामिल हैं.

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