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किशनगंज-बांग्लादेश के सीमावर्ती क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, BSF और स्थानीय पुलिस ने लौटाया - Bangladesh Violence

Bangladesh Violence : बिहार के किशनगंज सीमावर्ती क्षेत्र में बांग्लादेश की ओर से घुसपैठ की कोशिश की गई. हालांकि बीएसएफ और स्थानीय पुलिस ने इस घुसपैठ को नाकाम कर दिया. बांग्लादेश के सियासी संकट के बाद उत्पन्न हुए हिंसा से हालात बिगड़ने पर लोगों का पलायन जारी है. बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों के लोग भी मुस्तैद हैं और घुसपैठ रोकने के लिए सीमा पर डटे हुए हैं. पढ़ें पूरी खबर-

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घुसपैठ रोकने की कोशिश में जुटे लोग और बीएसएफ (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Aug 8, 2024, 5:37 PM IST

Updated : Aug 8, 2024, 5:49 PM IST

घुसपैठ की कोशिश नाकाम करती बीएसएफ और पुलिस (Etv Bharat)

किशनगंज : बांग्लादेश संकट के बाद बांग्लादेशीय नागरिकों द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिशें बढ़ गईं हैं. हालांकि बीएसएफ और स्थानीय पुलिस ने सभी घुसपैठियों को वापस लौटा दिया है. बीएसएफ और स्थानीय पुलिस के साथ स्थानीय ग्रामीण भी सीमा पर बैठकर अपने गांव में घुसपैठ रोकने के लिए मुस्तैदी से बैठे हुए हैं. पिछले कई दिनों से बांग्लादेश के राजनीतिक हालात ठीक नहीं है, जिसके चलते वहां पर अराजकता बढ़ गई है. लोग अपने जान-माल की सुरक्षा के लिए भारत में घुसना चाहते हैं लेकिन नाकाम हो रहे हैं.

घुसपैठ की कोशिश नाकाम : मालूम हो की बीते कई दिनों से बांग्लादेश में हिंसा जारी है. उपद्रव और हिंसा के भय से बड़े पैमाने पर बांग्लादेशी नागरिक देश छोड़ने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. ताकि उनके जान माल की रक्षा हो सके. उसी क्रम में किशनगंज से सटे बंगाल के इस्लामपुर थाना क्षेत्र से सटे बांग्लादेश की सीमा पर सैकड़ों बांग्लादेशी नागरिक आ गए और भारत से शरण मांगने लगे.

बीएसएफ का मोराघाटी बीओपी
बीएसएफ का मोराघाटी बीओपी (Etv Bharat)

बीएसएफ और स्थानीय पुलिस ने घुसपैठियों को लौटाया : बांग्लादेशी नागरिकों के बॉर्डर पर जमा होने की सूचना के बाद बीएसएफ कमांडेंट अजय शुक्ला, इस्लामपुर थाने के एसपी जेबी थॉमस पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और हालत का जायजा लेने के साथ साथ अधिकारियों ने बीजीबी के सहयोग से सभी नागरिकों को वापस उनके गांव भेज दिया है.

भारत के स्थानीय लोग बीएसएफ के साथ जुटे : सीमा सुरक्षा बल द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि नॉर्थ बंगाल फ्रंटियर के अधीनस्थ दो बीओपी पर घुसपैठ की कोशिश की गई. जहां अधिकारियों और जवानों द्वारा समझाबुझा कर सभी को वापस भेज दिया गया है. बीएसएफ द्वारा बताया गया की स्थिति को देखते हुए सभी बीओपी पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है.

पश्चिम बंगाल पुलिस और बीएसएफ
पश्चिम बंगाल पुलिस और बीएसएफ (Etv Bharat)

'हर हालात पर नजर'-BSF : आपात स्थिति से निपटने के लिए 24 घंटे सख्त निगरानी का निर्देश दिया गया है. जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है की ''बीएसएफ, उत्तर बंगाल फ्रंटियर सीमा सुरक्षा बनाए रखने और क्षेत्र में सभी व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है. हमारी सेनाएं स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही हैं और किसी भी घटनाक्रम का जवाब देने के लिए तैयार हैं.''

35 किलोमीटर दूर है बांग्लादेश की सीमा : बता दें कि किशनगंज से 35 किलोमीटर दूर बांग्लादेश की सीमा लगती है. इस बीच वेस्ट बंगाल का हिस्सा है. लेकिन घुसपैठ करके ज्यादातर बांग्लादेशी नागरिक बंगाल की सीमा पार करके इस्लामपुर थाने के पास वाले इलाके से किशनगंज में घुसने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन पहले से तैनात ग्रामीण और बीएसएफ ने ऐसा होने से रोक लिया और जितने भी घुसपैठ कर चुके थे उन्हें समझाकर वापस लौटाया.

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घुसपैठ की कोशिश नाकाम करती बीएसएफ और पुलिस (Etv Bharat)

किशनगंज : बांग्लादेश संकट के बाद बांग्लादेशीय नागरिकों द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिशें बढ़ गईं हैं. हालांकि बीएसएफ और स्थानीय पुलिस ने सभी घुसपैठियों को वापस लौटा दिया है. बीएसएफ और स्थानीय पुलिस के साथ स्थानीय ग्रामीण भी सीमा पर बैठकर अपने गांव में घुसपैठ रोकने के लिए मुस्तैदी से बैठे हुए हैं. पिछले कई दिनों से बांग्लादेश के राजनीतिक हालात ठीक नहीं है, जिसके चलते वहां पर अराजकता बढ़ गई है. लोग अपने जान-माल की सुरक्षा के लिए भारत में घुसना चाहते हैं लेकिन नाकाम हो रहे हैं.

घुसपैठ की कोशिश नाकाम : मालूम हो की बीते कई दिनों से बांग्लादेश में हिंसा जारी है. उपद्रव और हिंसा के भय से बड़े पैमाने पर बांग्लादेशी नागरिक देश छोड़ने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. ताकि उनके जान माल की रक्षा हो सके. उसी क्रम में किशनगंज से सटे बंगाल के इस्लामपुर थाना क्षेत्र से सटे बांग्लादेश की सीमा पर सैकड़ों बांग्लादेशी नागरिक आ गए और भारत से शरण मांगने लगे.

बीएसएफ का मोराघाटी बीओपी
बीएसएफ का मोराघाटी बीओपी (Etv Bharat)

बीएसएफ और स्थानीय पुलिस ने घुसपैठियों को लौटाया : बांग्लादेशी नागरिकों के बॉर्डर पर जमा होने की सूचना के बाद बीएसएफ कमांडेंट अजय शुक्ला, इस्लामपुर थाने के एसपी जेबी थॉमस पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और हालत का जायजा लेने के साथ साथ अधिकारियों ने बीजीबी के सहयोग से सभी नागरिकों को वापस उनके गांव भेज दिया है.

भारत के स्थानीय लोग बीएसएफ के साथ जुटे : सीमा सुरक्षा बल द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया कि नॉर्थ बंगाल फ्रंटियर के अधीनस्थ दो बीओपी पर घुसपैठ की कोशिश की गई. जहां अधिकारियों और जवानों द्वारा समझाबुझा कर सभी को वापस भेज दिया गया है. बीएसएफ द्वारा बताया गया की स्थिति को देखते हुए सभी बीओपी पर अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है.

पश्चिम बंगाल पुलिस और बीएसएफ
पश्चिम बंगाल पुलिस और बीएसएफ (Etv Bharat)

'हर हालात पर नजर'-BSF : आपात स्थिति से निपटने के लिए 24 घंटे सख्त निगरानी का निर्देश दिया गया है. जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है की ''बीएसएफ, उत्तर बंगाल फ्रंटियर सीमा सुरक्षा बनाए रखने और क्षेत्र में सभी व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है. हमारी सेनाएं स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही हैं और किसी भी घटनाक्रम का जवाब देने के लिए तैयार हैं.''

35 किलोमीटर दूर है बांग्लादेश की सीमा : बता दें कि किशनगंज से 35 किलोमीटर दूर बांग्लादेश की सीमा लगती है. इस बीच वेस्ट बंगाल का हिस्सा है. लेकिन घुसपैठ करके ज्यादातर बांग्लादेशी नागरिक बंगाल की सीमा पार करके इस्लामपुर थाने के पास वाले इलाके से किशनगंज में घुसने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन पहले से तैनात ग्रामीण और बीएसएफ ने ऐसा होने से रोक लिया और जितने भी घुसपैठ कर चुके थे उन्हें समझाकर वापस लौटाया.

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Last Updated : Aug 8, 2024, 5:49 PM IST
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