नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘मिस इंडिया ब्यूटी कॉम्पीटिशन लिस्ट' में दलित, आदिवासी और अन्य पिछड़ा वर्ग समुदायों की महिलाओं के प्रतिनिधित्व की कमी संबंधी टिप्पणी की आलोचना की.
रिजिजू ने लोकसभा में विपक्ष के नेता पर कटाक्ष करते हुए माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर लिखा, "अब वह मिस इंडिया कॉम्पीटिशन, फिल्मों और खेलों में आरक्षण चाहते हैं! यह केवल 'बाल-बुद्धि' का मुद्दा नहीं है, बल्कि जो लोग उनका समर्थन करते हैं, वे भी समान रूप से जिम्मेदार हैं!"
केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रव्यापी जाति जनगणना को लेकर अपनी नई टिप्पणियों के साथ-साथ राहुल गांधी पर देश में विभाजन को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया.
Now, He wants reservations in Miss India competitions, Films, sports! It is not only issue of " bal budhi", but people who cheer him are - equally responsible too!
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) August 25, 2024
बाल बुद्धि मनोरंजन के लिए अच्छी हो सकती है पर अपनी विभाजनकारी चालों में, हमारे पिछड़े समुदायों का मजाक न उड़ाएं। pic.twitter.com/9Vm7ITwMJX
पहला आदिवासी राष्ट्रपति और ओबीसी पीएम
उन्होंने आगे लिखा, "राहुल गांधी जी हमारे देश को विभाजित नहीं कर सकते. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि सुप्रीम कोर्ट को आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, सभी टॉप सर्विसेज की भर्ती में आरक्षण में बदलाव करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, लेकिन उन्हें पहला आदिवासी राष्ट्रपति, ओबीसी प्रधानमंत्री, एससी/एसटी कैबिनेट मंत्रियों की रिकॉर्ड संख्या नहीं दिख रही है."
उन्होंने कांग्रेस नेता से यह भी कहा कि सरकारें मिस इंडिया के लिए उम्मीदवारों, ओलंपिक के लिए एथलीटों या फिल्मों के लिए अभिनेताओं का चयन नहीं करती हैं.
राहुल गांधी ने क्या कहा
बता दें कि शनिवार को जाति जनगणना के लिए अपने आह्वान को दोहराते हुए, गांधी ने दावा किया कि मिस इंडिया विजेताओं की सूची में दलित, आदिवासी या ओबीसी समुदायों से संबंधित कोई महिला नहीं थी. उन्होंने यह भी दावा किया था कि मीडिया उद्योग में टॉप एंकर इन समुदायों से नहीं हैं.
उन्होंने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 'संविधान सम्मान सम्मेलन' में कहा, "मैंने मिस इंडिया की सूची की जांच की है, जिसमें कोई भी दलित, आदिवासी (आदिवासी) या ओबीसी महिला नहीं थी. कुछ लोग क्रिकेट या बॉलीवुड के बारे में बात करेंगे. कोई भी मोची या प्लंबर को नहीं दिखाएगा. हम जानना चाहते हैं कि संस्थानों, कॉरपोरेट्स, बॉलीवुड, मिस इंडिया में कितने लोग 90 प्रतिशत से हैं. मैं केवल यह कह रहा हूं कि 90 प्रतिशत में 'भागीदारी' (प्रतिभागी) नहीं थी और इसकी जांच होनी चाहिए."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस नेता ने सवाल किया, "वे कहेंगे कि मोदीजी ने किसी को गले लगाया और हम महाशक्ति बन गए. जब 90 प्रतिशत लोगों की कोई भागीदारी नहीं है तो हम महाशक्ति कैसे बन गए?"