ETV Bharat / bharat

दिल्ली में बन रहे केदारनाथ धाम मंदिर का बदलेगा नाम!, बैकफुट पर ट्रस्ट - Kedarnath Dham Delhi Controversy

दिल्ली के बुराड़ी में बन रहे केदारनाथ धाम मंदिर को लेकर हो रहे विवाद पर ट्रस्ट ने अपनी सफाई दी है. ट्रस्ट ने कहा कि दिल्ली में बनने वाले मंदिर का नाम केदारनाथ मंदिर रखने से भावनाएं आहत हो रही हैं तो नाम बदल दिया जाएगा.

केदारनाथ धाम के  फाउंडर का बयान,कहा लोगों की भावनाओं का ध्यान रख बदलेंगे नाम
दिल्ली केदारनाथ धाम मंदिर (ETV BHARAT REPORTER)
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jul 16, 2024, 4:59 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली में बन रहे केदारनाथ मंदिर के भूमि पूजन को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. चारों तरफ से आलोचना के बीच केदारनाथ धाम दिल्ली ट्रस्ट ने बड़ा बयान दिया है. ट्रस्ट के संस्थापक सुरेंद्र रौतेला ने मंगलवार को कहा कि अगर केदारनाथ धाम मंदिर नाम रखने से लोगों की भावनाएं आहत हो रही है तो मंदिर का नाम बदलने पर विचार करेंगे और जल्द ही इसकी प्रकिया शुरू की जाएगी.

वहीं, उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धर्म रक्षक हैं, इसलिए उन्हें मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था. मुख्यमंत्री का मंदिर ट्रस्ट से कोई लेना-देना नहीं है. उनको बेवजह घसीटा जा रहा है. केदारनाथ धाम मंदिर के फाउंडर ने कहा कि ये विवाद केवल राजनीतिक है. इसको बेवजह तूल दिया जा रहा है. पहले इंदौर में भी केदारनाथ धाम बना हुआ है. सैफई में अखिलेश यादव भी बहुत बड़ा केदारनाथ धाम मंदिर बना रहे हैं, जिस पर कोई सवाल नहीं उठाया जा रहा है. उसका विरोध नहीं किया जा रहा है.

10 जुलाई को हुआ था भूमिपूजनः 10 जुलाई को दिल्ली में केदारनाथ दिल्ली धाम का भूमि पूजन हुआ. इसके बाद उत्तराखंड में जगतगुरु और कई राजनीति दलों के नेताओं ने इसका विरोध शुरू कर दिया. कहा कि इस मंदिर के बनने से उत्तराखंड के मुख्य केदारनाथ धाम का महत्व कम हो जाएगा. इसीलिए दिल्ली में इसे ना खोला जाना जाए.

ये भी पढ़ें: केदारनाथ मंदिर ही नहीं हरिद्वार की भी हो चुकी 'कॉपी', जानिए क्या था ये मामला

रौतेला ने कहा कि बहुत जल्द मंदिर के निर्माण कार्य को शुरू कर दिया जाएगा और भव्य मंदिर जल्द बनाकर तैयार होगा. जिसकी पूरी रूपरेखा और लेआउट प्लान बना लिया गया है. लोगों की भावनाएं आहत ना हो, इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा.

ये भी पढ़ें: 'भगवान जगन्नाथ ने बचाई ट्रंप की जान', इस्कॉन ने किया दावा, कहा- एहसान चुकाया

नई दिल्ली: दिल्ली में बन रहे केदारनाथ मंदिर के भूमि पूजन को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. चारों तरफ से आलोचना के बीच केदारनाथ धाम दिल्ली ट्रस्ट ने बड़ा बयान दिया है. ट्रस्ट के संस्थापक सुरेंद्र रौतेला ने मंगलवार को कहा कि अगर केदारनाथ धाम मंदिर नाम रखने से लोगों की भावनाएं आहत हो रही है तो मंदिर का नाम बदलने पर विचार करेंगे और जल्द ही इसकी प्रकिया शुरू की जाएगी.

वहीं, उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धर्म रक्षक हैं, इसलिए उन्हें मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था. मुख्यमंत्री का मंदिर ट्रस्ट से कोई लेना-देना नहीं है. उनको बेवजह घसीटा जा रहा है. केदारनाथ धाम मंदिर के फाउंडर ने कहा कि ये विवाद केवल राजनीतिक है. इसको बेवजह तूल दिया जा रहा है. पहले इंदौर में भी केदारनाथ धाम बना हुआ है. सैफई में अखिलेश यादव भी बहुत बड़ा केदारनाथ धाम मंदिर बना रहे हैं, जिस पर कोई सवाल नहीं उठाया जा रहा है. उसका विरोध नहीं किया जा रहा है.

10 जुलाई को हुआ था भूमिपूजनः 10 जुलाई को दिल्ली में केदारनाथ दिल्ली धाम का भूमि पूजन हुआ. इसके बाद उत्तराखंड में जगतगुरु और कई राजनीति दलों के नेताओं ने इसका विरोध शुरू कर दिया. कहा कि इस मंदिर के बनने से उत्तराखंड के मुख्य केदारनाथ धाम का महत्व कम हो जाएगा. इसीलिए दिल्ली में इसे ना खोला जाना जाए.

ये भी पढ़ें: केदारनाथ मंदिर ही नहीं हरिद्वार की भी हो चुकी 'कॉपी', जानिए क्या था ये मामला

रौतेला ने कहा कि बहुत जल्द मंदिर के निर्माण कार्य को शुरू कर दिया जाएगा और भव्य मंदिर जल्द बनाकर तैयार होगा. जिसकी पूरी रूपरेखा और लेआउट प्लान बना लिया गया है. लोगों की भावनाएं आहत ना हो, इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा.

ये भी पढ़ें: 'भगवान जगन्नाथ ने बचाई ट्रंप की जान', इस्कॉन ने किया दावा, कहा- एहसान चुकाया

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.