देहरादून:उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अपने आखिरी दिनों में है. 2 नवंबर से चारधामों के कपाट बंद होने का सिलसिला शुरू हो गया है. 2 नवंबर को सबसे पहले गंगोत्री धाम के कपाट बंद हुये. इसके बाद 3 नवंबर को यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट बंद होंगे. इसके बाद 17 नवंबर को भगवान बदरी विशाल के कपाट बंद होंगे. यमुनोत्री और केदारनाथ धाम में कपाट बंद करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.
गर्भगृह में पंचमुखी डोली विराजमान: 3 नवंबर को केदारनाथ धाम के कपाट बंद होंगे. केदारनाथ धाम के कपाट भैयादूज के पर्व पर सुबह आठ बजकर तीस मिनट पर बंद किये जाएंगे. इसके बाद छह माह के लिए बाबा केदार के दर्शन ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में होंगे. कपाट बंद होने से पहले केदारनाथ धाम को भव्य तरीके से सजाया गया. सेना के बैंड के साथ बाबा केदार की पंचमुखी डोली धाम से रवाना होगी. बता दें इस साल तमाम दुश्वारियों के बीच केदारनाथ यात्रा सकुशल संपन्न होने जा रही है. इस साल अब तक 16 लाख 15 हजार से श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं.
यमुनोत्री धाम में तैयारियां तेज: बता दें इस साल 10 मई को यमुनोत्री धाम के कपाट खुले थे. मिसमैनेजमेंट, गेट सिस्टम के बाद भी यमुनोत्री धाम में लगातार भक्त पहुंचे. इस साल यमुनोत्री धाम में श्रद्धालु पहुंचे. 3 नवंबर को यमुनोत्री धाम के भी कपाट बंद होने जा रहे हैं. भैय़ादूज के पर्व पर यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होंगे. इसके बाद मां यमुना के दर्शन खरसाली में होंगे.
17 नवंबर को बंद होंगे बदरीनाथ के कपाट: गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ के बाद सबसे आखिर में बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे. बदरीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को बंद होंगे. जिसकी तैयारियां इन दिनों बदरीनाथ में जोरों शोरों से की जा रही है.
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