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राजस्थान से कुत्ते का मांस लाकर बेंगलुरु में बेचने का आरोप, गृह मंत्री ने दी लैब रिपोर्ट की जानकारी - Bengaluru Dog Meat Controversy

Bengaluru Dog Meat Controversy: कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने बेंगलुरु में कुत्ते के मांस की बिक्री के आरोपों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट से पुष्टि हुई है कि राजस्थान से आने वाला मांस बकरी का था.

Karnataka Home Minister on Bengaluru Dog Meat Controversy
कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 28, 2024, 10:55 PM IST

बेंगलुरु: कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने रविवार को स्पष्ट किया कि राजस्थान से बेंगलुरु लाया गया मांस कुत्ते का मांस नहीं बल्कि बकरी का मांस है. उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट से इसकी पुष्टि हुई है. परमेश्वर ने कहा कि शिकायत अनावश्यक और दुर्भावनापूर्ण इरादे से की गई थी.

दावणगेरे में पत्रकारों से बातचीत में गृह मंत्री ने बेंगलुरु में कुत्ते के मांस की बिक्री के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि प्रयोगशाला रिपोर्ट से पुष्टि हुई है कि यह बकरी का मांस था. परमेश्वर ने कहा कि राजस्थान से मांस लाना और इसे बेचना इसमें शामिल व्यक्तियों का पेशा है. वे हफ्ते में एक बार या 15 दिन में एक बार मांस बेचते हैं. रिपोर्ट ने पुष्टि की कि यह बकरी का मांस है, कुत्ते का नहीं.

आरोपों के बाद हिंदू कार्यकर्ताओं ने किया था प्रदर्शन
दरअसल, बीते शुक्रवार को कुछ समूहों ने आरोप लगाया कि बेंगलुरु के होटलों में कुत्ते का मांस सप्लाई किया जा रहा है, राजस्थान से लाया जाता है. हिंदू कार्यकर्ता पुनीत केरेहल्ली और अन्य लोगों ने शुक्रवार को बेंगलुरु के मैजेस्टिक रेलवे स्टेशन के पास विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें आरोप लगाया गया कि मटन के साथ-साथ कुत्ते का मांस भी राजस्थान से बेंगलुरु में बिक्री के लिए लाया जा रहा है.

पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी में बाधा डालने के लिए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. शुक्रवार आधी रात को प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. पुनीत केरेहल्ली के खिलाफ बीएनएस अधिनियम की धारा 132 (सरकारी अधिकारियों के कर्तव्यों में बाधा डालना) और शांति भंग करने के लिए धारा 351 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

यह भी पढ़ें- गेस्ट हाउस में आराम करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री, 10 मिनट तक खड़े रहे, कर्मचारियों ने नहीं खोला ताला

बेंगलुरु: कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने रविवार को स्पष्ट किया कि राजस्थान से बेंगलुरु लाया गया मांस कुत्ते का मांस नहीं बल्कि बकरी का मांस है. उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट से इसकी पुष्टि हुई है. परमेश्वर ने कहा कि शिकायत अनावश्यक और दुर्भावनापूर्ण इरादे से की गई थी.

दावणगेरे में पत्रकारों से बातचीत में गृह मंत्री ने बेंगलुरु में कुत्ते के मांस की बिक्री के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि प्रयोगशाला रिपोर्ट से पुष्टि हुई है कि यह बकरी का मांस था. परमेश्वर ने कहा कि राजस्थान से मांस लाना और इसे बेचना इसमें शामिल व्यक्तियों का पेशा है. वे हफ्ते में एक बार या 15 दिन में एक बार मांस बेचते हैं. रिपोर्ट ने पुष्टि की कि यह बकरी का मांस है, कुत्ते का नहीं.

आरोपों के बाद हिंदू कार्यकर्ताओं ने किया था प्रदर्शन
दरअसल, बीते शुक्रवार को कुछ समूहों ने आरोप लगाया कि बेंगलुरु के होटलों में कुत्ते का मांस सप्लाई किया जा रहा है, राजस्थान से लाया जाता है. हिंदू कार्यकर्ता पुनीत केरेहल्ली और अन्य लोगों ने शुक्रवार को बेंगलुरु के मैजेस्टिक रेलवे स्टेशन के पास विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें आरोप लगाया गया कि मटन के साथ-साथ कुत्ते का मांस भी राजस्थान से बेंगलुरु में बिक्री के लिए लाया जा रहा है.

पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी में बाधा डालने के लिए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. शुक्रवार आधी रात को प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. पुनीत केरेहल्ली के खिलाफ बीएनएस अधिनियम की धारा 132 (सरकारी अधिकारियों के कर्तव्यों में बाधा डालना) और शांति भंग करने के लिए धारा 351 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

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