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कर्नाटक सरकार एचडी रेवन्ना का चरित्र हनन करना चाहती है : कुमारस्वामी - Kumaraswamy slams karnataka govt - KUMARASWAMY SLAMS KARNATAKA GOVT

Kumaraswamy on Revanna case : कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कर्नाटक सरकार पर निशाना साधा है. कुमारस्वामी ने कहा कि सरकार एचडी रेवन्ना का हरित्रहनन करना चाहती है.

Kumaraswamy on Revanna case
कुमारस्वामी (ANI FILE PHOTO)
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By ANI

Published : May 7, 2024, 4:48 PM IST

बेंगलुरु (कर्नाटक): कर्नाटक के पूर्व सीएम और जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार पार्टी नेता एचडी रेवन्ना का चरित्र हनन करना चाहती है. रेवन्ना अपहरण का मामला दर्ज होने के बाद न्यायिक हिरासत में हैं.

कुमारस्वामी ने कहा, 'यह सरकार निष्पक्ष जांच नहीं चाहती. वे पद का दुरुपयोग कर रहे हैं. आखिरकार कुछ नहीं होने वाला. वे एचडी रेवन्ना का चरित्र हनन करना चाहते थे और इस कारण से, वे अपने कार्यालय का उपयोग कर रहे हैं.' यह पूछे जाने पर कि क्या वह कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत से मिलेंगे, उन्होंने कहा कि वे राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे.

उन्होंने आरोप लगाया, 'हम तमाम दस्तावेजी सबूतों के साथ इस सरकार के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने जा रहे हैं. जिस तरह से यह पूछताछ चल रही है, उससे लगता है कि यह विशेष जांच दल नहीं बल्कि सिद्धारमैया जांच दल और शिवकुमार जांच दल है.'

इससे पहले आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना से कथित तौर पर जुड़े अश्लील वीडियो वाली पेन ड्राइव पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रसारित की गई थी. कुमारस्वामी ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की. प्रज्वल रेवन्ना एचडी रेवन्ना के बेटे हैं.

कुमारस्वामी ने कहा, 'मैं इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को एक डर्टी घटना पर संबोधित कर रहा हूं जो समाज में नहीं होनी चाहिए थी. 21 अप्रैल को पूरे राज्य में एक पेन ड्राइव प्रसारित की गई. यह पुलिस अधिकारियों द्वारा किया गया था. उन्होंने जानबूझकर इसे बेंगलुरु ग्रामीण, मांड्या और हासन में भी प्रसारित किया.ट

कुमारस्वामी ने कहा कि 'पुलिस या चुनाव रिटर्निंग अधिकारी की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. वीडियो और पेन ड्राइव किसने शेयर की? जब वोटिंग हो रही थी तो सीएम ने कम से कम 100 बार कहा कि एचडी कुमारस्वामी और जेडीएस के उम्मीदवार निश्चित रूप से हारेंगे और जेडीएस हारेगी.'

शिवकुमार को कैबिनेट से हटाने की मांग : उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एसआईटी अधिकारी डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं. कुमारस्वामी ने डीके शिवकुमार को कैबिनेट से हटाने की मांग की. उन्होंने कहा कि 'हम जानते हैं, एक ऑडियो है जिसमें...आपने कहा है कि उस केस के लिए 30-40 करोड़ खर्च किए गए थे. कृपया इसे न्यायिक जांच के लिए दें क्योंकि हमें एसआईटी पर भरोसा नहीं है.... इस पूरे प्रकरण में डीके शिवकुमार की साजिश पीड़ितों की छवि खराब करने की है. डीके शिवकुमार को कैबिनेट मंत्री पद से हटाया जाना चाहिए. मैं इस केस को इतनी आसानी से छोड़ने वाला नहीं हूं, सब कुछ सामने आना चाहिए.'

उन्होंने कहा कि 'यदि इस मुख्यमंत्री में थोड़ी भी नैतिकता है तो इन सभी बातों को स्वीकार करें और उन्हें डीके शिवकुमार को मंत्रिमंडल से निलंबित करना चाहिए. एसआईटी अधिकारी डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं. एसआईटी के इन अधिकारियों ने उनके बयानों से कुछ पैराग्राफ हटाने के लिए क्यों कहा? हर कोई जानता है कि डीके शिवकुमार किस चीज में माहिर हैं, वह इन चीजों में माहिर हैं. जब आप कह रहे हैं कि ये सारी बातें सामने आनी चाहिए तो इसे सीबीआई को दे दीजिए, सब कुछ सामने लाने के लिए इसे सीबीआई को दे देना चाहिए.'

एचडी रेवन्ना को 'अश्लील वीडियो' मामले से जुड़े अपहरण के एक केस में 4 मई को गिरफ्तार किया गया था. बाद में उन्हें 8 मई तक राज्य जांच दल (एसआईटी) की हिरासत में भेज दिया गया. होलेनरसीपुरा विधायक और उनके सहयोगी पर आईपीसी की धारा 364ए (फिरौती के लिए अपहरण), 365 (नुकसान पहुंचाने के इरादे से अपहरण) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया था. वहीं, अश्लील वीडियो मामले की जांच के लिए कर्नाटक सरकार ने एसआईटी टीम का गठन किया है.

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कर्नाटक के पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना को 4 दिन की SIT हिरासत में भेजा, बोले- 'ये राजनीतिक साजिश है'


बेंगलुरु (कर्नाटक): कर्नाटक के पूर्व सीएम और जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार पार्टी नेता एचडी रेवन्ना का चरित्र हनन करना चाहती है. रेवन्ना अपहरण का मामला दर्ज होने के बाद न्यायिक हिरासत में हैं.

कुमारस्वामी ने कहा, 'यह सरकार निष्पक्ष जांच नहीं चाहती. वे पद का दुरुपयोग कर रहे हैं. आखिरकार कुछ नहीं होने वाला. वे एचडी रेवन्ना का चरित्र हनन करना चाहते थे और इस कारण से, वे अपने कार्यालय का उपयोग कर रहे हैं.' यह पूछे जाने पर कि क्या वह कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत से मिलेंगे, उन्होंने कहा कि वे राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे.

उन्होंने आरोप लगाया, 'हम तमाम दस्तावेजी सबूतों के साथ इस सरकार के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने जा रहे हैं. जिस तरह से यह पूछताछ चल रही है, उससे लगता है कि यह विशेष जांच दल नहीं बल्कि सिद्धारमैया जांच दल और शिवकुमार जांच दल है.'

इससे पहले आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना से कथित तौर पर जुड़े अश्लील वीडियो वाली पेन ड्राइव पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रसारित की गई थी. कुमारस्वामी ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की. प्रज्वल रेवन्ना एचडी रेवन्ना के बेटे हैं.

कुमारस्वामी ने कहा, 'मैं इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को एक डर्टी घटना पर संबोधित कर रहा हूं जो समाज में नहीं होनी चाहिए थी. 21 अप्रैल को पूरे राज्य में एक पेन ड्राइव प्रसारित की गई. यह पुलिस अधिकारियों द्वारा किया गया था. उन्होंने जानबूझकर इसे बेंगलुरु ग्रामीण, मांड्या और हासन में भी प्रसारित किया.ट

कुमारस्वामी ने कहा कि 'पुलिस या चुनाव रिटर्निंग अधिकारी की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. वीडियो और पेन ड्राइव किसने शेयर की? जब वोटिंग हो रही थी तो सीएम ने कम से कम 100 बार कहा कि एचडी कुमारस्वामी और जेडीएस के उम्मीदवार निश्चित रूप से हारेंगे और जेडीएस हारेगी.'

शिवकुमार को कैबिनेट से हटाने की मांग : उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एसआईटी अधिकारी डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं. कुमारस्वामी ने डीके शिवकुमार को कैबिनेट से हटाने की मांग की. उन्होंने कहा कि 'हम जानते हैं, एक ऑडियो है जिसमें...आपने कहा है कि उस केस के लिए 30-40 करोड़ खर्च किए गए थे. कृपया इसे न्यायिक जांच के लिए दें क्योंकि हमें एसआईटी पर भरोसा नहीं है.... इस पूरे प्रकरण में डीके शिवकुमार की साजिश पीड़ितों की छवि खराब करने की है. डीके शिवकुमार को कैबिनेट मंत्री पद से हटाया जाना चाहिए. मैं इस केस को इतनी आसानी से छोड़ने वाला नहीं हूं, सब कुछ सामने आना चाहिए.'

उन्होंने कहा कि 'यदि इस मुख्यमंत्री में थोड़ी भी नैतिकता है तो इन सभी बातों को स्वीकार करें और उन्हें डीके शिवकुमार को मंत्रिमंडल से निलंबित करना चाहिए. एसआईटी अधिकारी डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं. एसआईटी के इन अधिकारियों ने उनके बयानों से कुछ पैराग्राफ हटाने के लिए क्यों कहा? हर कोई जानता है कि डीके शिवकुमार किस चीज में माहिर हैं, वह इन चीजों में माहिर हैं. जब आप कह रहे हैं कि ये सारी बातें सामने आनी चाहिए तो इसे सीबीआई को दे दीजिए, सब कुछ सामने लाने के लिए इसे सीबीआई को दे देना चाहिए.'

एचडी रेवन्ना को 'अश्लील वीडियो' मामले से जुड़े अपहरण के एक केस में 4 मई को गिरफ्तार किया गया था. बाद में उन्हें 8 मई तक राज्य जांच दल (एसआईटी) की हिरासत में भेज दिया गया. होलेनरसीपुरा विधायक और उनके सहयोगी पर आईपीसी की धारा 364ए (फिरौती के लिए अपहरण), 365 (नुकसान पहुंचाने के इरादे से अपहरण) और 34 (सामान्य इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया था. वहीं, अश्लील वीडियो मामले की जांच के लिए कर्नाटक सरकार ने एसआईटी टीम का गठन किया है.

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