बेंगलुरु : कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस के 34 विधायकों को राज्य द्वारा संचालित विभिन्न बोर्डों और निगमों का प्रमुख नियुक्त किया. एक आधिकारिक अधिसूचना में बताया गया कि कैबिनेट पद वाली नियुक्ति का कार्यकाल दो वर्ष या अगले आदेश तक होगा. सरकार ने अभी तक ऐसे पदों पर नियुक्त किए जाने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं की सूची की घोषणा नहीं की है.
उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने हाल ही में कहा था कि इन नियुक्तियों में 36 विधायकों और 39 पार्टी कार्यकर्ताओं को स्थान दिया जाएगा. अधिसूचना में बताया गया कि गुब्बी के विधायक एस. आर. श्रीनिवास को कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम का अध्यक्ष बनाया गया है जबकि शांतिनगर के विधायक एन.ए. हारिस को बेंगलुरु विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष, चामराजनगर के विधायक सी पुट्टरंगशेट्टी को मैसूर सेल्स इंटरनेशनल लिमिटेड का अध्यक्ष और धारवाड़ विधायक विनय कुलकर्णी को कर्नाटक शहरी जल आपूर्ति और जल निकासी बोर्ड को नियुक्त किया गया.
कांग्रेस पार्टी के एक वर्ग के भीतर कुछ असंतोष और बढ़ती अधीरता है. पार्टी के जो विधायक मंत्रालय में स्थान नहीं ले सके और बोर्डों और निगमों में प्रमुख पदों के लिए इच्छुक थे वे नियुक्तियों में देरी से नाखुश हैं. इसके अलावा पार्टी के कई लोग ईमानदार कार्यकर्ताओं को पुरस्कृत करने में देरी से भी नाराज थे क्योंकि कांग्रेस को सत्ता में आए सात महीने से ज्यादा हो गए हैं. पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, जिन मुद्दों पर सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच कुछ मतभेद थे उनमें बोर्ड और निगमों में नियुक्तियां भी शामिल थीं.
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