पटना: काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार पवन सिंह के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने एक्शन लिया है. उनको बीजेपी से निष्कासित कर दिया गया है. पवन काराकाट में एनडीए कैंडिडट उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. उनको लगातार चुनावी मैदान से हटने के लिए कहा जा रहा था लेकिन वह पीछे हटने को तैयार नहीं थे. अब आखिरकार उनके खिलाफ कार्रवाई हुई है.
पवन सिंह बीजेपी से निष्कासित: प्रदेश मुख्यालय प्रभारी अरविंद शर्मा ने पत्र जारी कर लिखा है कि एनडीए गठबंधन के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ आप चुनाव लड़ रहे हैं. यह कार्य दल विरोधी है. जिस वजह से पार्टी की छवि धूमिल हुई है. आपका यह कार्य पार्टी के अनुशासन के खिलाफ है. पार्टी विरोधी कार्य को देखते हुए प्रदेश अध्यक्ष के निर्देशानुसार आपको पार्टी से निष्कासित किया जाता है.
क्या लिखा है बीजेपी के पत्र में?: बीजेपी की ओर से जारी निष्कासन पत्र में लिखा है, 'लोकसभा चुनाव में आप (पवन सिंह) एनडीए के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे हैं. आपका यह कार्य दल विरोधी है. जिससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है और पार्टी अनुशासन के विरुद्ध आपने यह कार्य किया है. लिहाजा आपको दल विरोधी कार्य के लिए प्रदेश अध्यक्ष (सम्राट चौधरी) के आदेशानुसार पार्टी से निष्कासित किया जाता है.'
पहले आसनसोल से मिला था टिकट: पवन सिंह को बीजेपी ने पहले पश्चिम बंगाल के आसनसोल से टिकट दिया था. बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ उनको अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन पवन सिंह ने आसनसोल से चुनाव लड़ने से मना कर दिया था. इसके कुछ दिन के बाद उन्होंने बिहार के काराकाट से चुनाव लड़ने की घोषणा की.
काराकाट में त्रिकोणीय मुकाबला: पवन सिंह काराकाट लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में. काराकाट से एनडीए के प्रत्याशी के तौर पर उपेंद्र कुशवाहा चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं. महागठबंधन की ओर से सीपीआई (एमएल) के राजाराम सिंह मैदान में हैं. पवन सिंह के कारण वहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. पवन सिंह के कारण बीजेपी के आधार वोट बैंक (राजपूत) में सेंध लगने की आशंका जताई जा रही है. इस वजह से उपेंद्र कुशवाहा की परेशानी बढ़ गई है. काराकाट में सातवें और अंतिम फेज में 1 जून को वोट डाले जाएंगे.
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