जोधपुर : विश्व हिन्दू परिषद की केन्द्रीय प्रबन्ध समिति की बैठक जोधपुर के माहेश्वरी भवन में रविवार को सम्पन्न हुई. विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता आलोक कुमार ने बताया कि बैठक में प्रत्येक विस्थापित हिन्दू को नागरिकता मिले. हिन्दू मान्यताओं व परम्पराओं की सात्विकता व पवित्रता सुनिश्चित करने के साथ, मंदिरों को जागरण, धर्म प्रचार, सेवा व समरसता के केन्द्र बनाने का संकल्प लिया गया.
ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि बहुत सारे ऐसे कानून हैं, जिसमें खान पान के हर दुकानदार को अपनी दुकान के सामने रजिस्ट्रेशन लगाना पड़ता है. इसमें उसका नाम होता है. इसके अलावा अन्य काफी जानकारियां होती हैं. यह कानून मनमोहन सिंह सरकार ने बनाए थे. इसके तहत ही कांवड़ यात्रा के दौरान खानपान की वस्तुएं का विक्रय करने वाले लोगों की जानकारी दुकान के बाहर प्रदर्शित करने की मांग रखी गई थी, जिसे प्रदेश की सरकारों ने मानते हुए आदेश दिए. मुस्लिम विक्रेता हिंदू देवी-देवता के नाम पर दुकान का नाम रखते हैं, यह गलत है. सुप्रीम कोर्ट ने इसपर रोक लगाई है, लेकिन अंत में निर्णय हमारे पक्ष में होगा. यह निर्णय पूरे देश में लागू होना चाहिए.
देश के हितों के विरोध में : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से बांग्लादेश से आने वाले लोगों का वेलकम करने के बयान पर आलोक कुमार ने गहरी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह गैर जिम्मेदाराना बयान है. देश के हितों के विरोध में है. इस पर विदेश मंत्रालय ने संज्ञान लिया है. बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स घुसपैठ को नियंत्रित करेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल में तृणमूल सरकार मुसलमानों के साथ है. हिंदुओं को प्रताड़ित किया जा रहा है. हम हिंदुओं को सक्षम बना रहे हैंं.
नियम सरल बनाने पर सरकार करेगी फैसला : देश में पाकिस्तान से परेशान होकर आए हिंदुओं को नागरिकता देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि 2 दिन की बैठक में यह निर्णय लिया है कि केंद्र सरकार से नागरिकता के लिए सरल करने के लिए कहेंगे. इससे जितने भी हिंदू विस्थापित बिना नागरिकता के हैं, उनको नागरिकता मिल सकेगा. यह आंकड़ा देश में एक करोड़ हो सकता है.
60 साल पूर्ण होंगे इस साल : विहिप अध्यक्ष ने कहा कि इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को विहिप के 60 वर्ष पूर्ण होंगे. बैठक में निर्णय लिया गया है कि देशभर में हजारों स्थानों पर व्यापक जनजागरण कार्यक्रम होंगे. 24 अगस्त से 1 सितंबर के बीच आयोजित होने वाले इन स्थापना दिवस महोत्सव कार्यक्रमों के अंतर्गत विहिप की 60 वर्षों की उपलब्धियां, वर्तमान में राष्ट्र, धर्म और हिन्दू समाज के समक्ष चुनौतियां और उनके निराकरण के सम्बंध में चर्चाएं, संगोष्ठियों व सार्वजनिक कार्यक्रम होंगे. इनके माध्यम से हम विहिप के कार्यों और हिन्दू जीवन मूल्यों को जन-जन तक लेकर जाएंगे.
तैयार करेंगे पंडित और पुरोहित : उन्होंने बताया कि दुनिया में जहां जहां हिंदू मंदिर हैं, वहां पुजारी की कमी है. ऐसे में हमने निर्णय लिया है कि देश में इस वर्ष दो संस्थान खोले जाएंगे, जिनमें सभी जाति वर्ग के लोग पंडित और पुरोहित कार्य का प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे. इसके लिए योग्यता का निर्धारण किया जाएगा. एक संस्थान हरियाणा में और दूसरा महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में होगा. धीरे धीरे अलग-अलग भाषाओं के लिए संस्थान खोलेंगे.