ETV Bharat / bharat

एलओसी के पास जंगलों में आग, बारूदी सुरंगों में विस्फोट ने बढ़ाई चिंता - बारूदी सुरंगों में विस्फोट

Forest fires along the LoC and landmine explosions : पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास जंगल में आग लगी है, जिसने विशाल पहाड़ी क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया है. बड़ी संख्या में पेड़ जल गए हैं, वहीं भूमिगत बारूदी सुरंगों में विस्फोट से भी लोग डरे हुए हैं.

Fire in the forests near LOC
एलओसी के पास जंगलों में आग (प्रतीकात्मक फोटो)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 27, 2024, 8:22 PM IST

जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास जंगल में लगी आग के कारण बारूदी सुरंगों में विस्फोट हो गया. सूत्रों ने बताया कि पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास जंगल में आग लग गई, जिसने एक बड़े इलाके को अपनी चपेट में ले लिया है. हालांकि विभिन्न सेक्टरों में लगी आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन लोगों को बारूदी सुरंगों के फटने का डर सता रहा है.

जानकारी मिली है कि पिछले कई दिनों से पुलिस, सेना और फायर एवं आपातकालीन विभाग की टीमें आग बुझाने में जुटी हुई हैं. आग की आड़ में जंगल में घुसपैठ की कोशिश हो सकती है, इसे लेकर भी नजर रखी जा रही है.

गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में लंबे शुष्क मौसम के कारण आए दिन जंगलों में आग लग जाती है. वन्यजीव विभाग का मानना ​​है कि आग लोगों द्वारा कैंपिंग के दौरान आग जलाने और उसे पूरी तरह से न बुझाने या जंगली इलाकों में सिगरेट आदि फेंकने से लगती है.

इस महीने की शुरुआत में चट्टीबांडी, अरगाम और अजास जंगलों में आग लगने की सूचना मिली थी, जिसके बाद अधिकारियों को आग पर काबू पाने के लिए कर्मियों और मशीनरी को तैनात करना पड़ा. स्थानीय निवासी बढ़ती स्थिति के बारे में चिंता व्यक्त कर रहे हैं. लंबे समय तक सूखे के कारण भड़की आग की लपटों ने न केवल समृद्ध जैव विविधता और प्राकृतिक परिदृश्यों को खतरे में डाल दिया है, बल्कि समुदाय के बीच उनकी सुरक्षा और भलाई के बारे में चिंताएं भी पैदा कर दी हैं.

ये भी पढ़ें

सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में जंगल की आग पर काबू पाया

जम्मू: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास जंगल में लगी आग के कारण बारूदी सुरंगों में विस्फोट हो गया. सूत्रों ने बताया कि पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास जंगल में आग लग गई, जिसने एक बड़े इलाके को अपनी चपेट में ले लिया है. हालांकि विभिन्न सेक्टरों में लगी आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन लोगों को बारूदी सुरंगों के फटने का डर सता रहा है.

जानकारी मिली है कि पिछले कई दिनों से पुलिस, सेना और फायर एवं आपातकालीन विभाग की टीमें आग बुझाने में जुटी हुई हैं. आग की आड़ में जंगल में घुसपैठ की कोशिश हो सकती है, इसे लेकर भी नजर रखी जा रही है.

गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में लंबे शुष्क मौसम के कारण आए दिन जंगलों में आग लग जाती है. वन्यजीव विभाग का मानना ​​है कि आग लोगों द्वारा कैंपिंग के दौरान आग जलाने और उसे पूरी तरह से न बुझाने या जंगली इलाकों में सिगरेट आदि फेंकने से लगती है.

इस महीने की शुरुआत में चट्टीबांडी, अरगाम और अजास जंगलों में आग लगने की सूचना मिली थी, जिसके बाद अधिकारियों को आग पर काबू पाने के लिए कर्मियों और मशीनरी को तैनात करना पड़ा. स्थानीय निवासी बढ़ती स्थिति के बारे में चिंता व्यक्त कर रहे हैं. लंबे समय तक सूखे के कारण भड़की आग की लपटों ने न केवल समृद्ध जैव विविधता और प्राकृतिक परिदृश्यों को खतरे में डाल दिया है, बल्कि समुदाय के बीच उनकी सुरक्षा और भलाई के बारे में चिंताएं भी पैदा कर दी हैं.

ये भी पढ़ें

सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में जंगल की आग पर काबू पाया

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.