ETV Bharat / bharat

राजनीतिक टिप्पणी पर विवाद के बाद डीजीपी स्वैन की सफाई, कहा- यह किसी दल के लिए नहीं थी - DGP RR Swain Clarification

Jammu Kashmir DGP RR Swain Clarification: डीजीपी आरआर स्वैन ने आईआईएम जम्मू में एक कार्यक्रम में कहा था कि जम्मू-कश्मीर की पार्टियां राजनीतिक लाभ के लिए आतंकवादियों से सांठगांठ कर रही हैं. नेताओं ने उनके इस बयान की कड़ी आलोचना की थी. जिसके बाद उन्होंने सफाई दी है.

Jammu Kashmir DGP RR Swain Clarification
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन (ANI)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 17, 2024, 7:23 PM IST

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आरआर स्वैन ने अपनी टिप्पणी को लेकर नेताओं की आलोचना के बाद सफाई दी है. उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी किसी राजनीतिक दल के लिए नहीं थी, बल्कि वह स्थिति का मूल्यांकन कर रहे थे. डीजीपी स्वैन ने मंगलवार को आईआईएम जम्मू में एक समारोह के दौरान कहा था कि जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक दल अपने लाभ के लिए आतंकवादियों से सांठगांठ कर रहे हैं.

स्वैन के इस बयान की जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों ने कड़ी आलोचना की. पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि डीजीपी अपनी जिम्मेदारी निभाने के बजाय 'राजनीतिक रूप से चीजों को ठीक करने' में व्यस्त हैं. पूर्व सीएम ने जम्मू क्षेत्र में सेना पर हुए आतंकवादी हमलों को लेकर उन्हें बर्खास्त करने की भी मांग की थी. इसके अलावा, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन और अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने भी डीजीपी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि उन्हें राजनीतिक टिप्पणी करने के बजाय स्थिति को नियंत्रित करना चाहिए.

राजनेताओं की आपत्ति के बाद डीजीपी स्वैन ने बुधवार को एक मीडिया समूह से बात करते हुए कहा कि उन्होंने यह टिप्पणी बिल्कुल अलग संदर्भ में की थी. उन्होंने कहा, मैं जम्मू में एक शैक्षणिक संस्थान में था. हम चर्चा कर रहे थे कि रणनीति तैयार करना कितना महत्वपूर्ण है, चाहे वह प्रबंधन संस्थानों के लिए हो या उन संस्थानों के लिए जो राष्ट्रीय सुरक्षा की रणनीति तैयार कर रहे हैं. इसलिए जब आप कोई रणनीति तैयार कर रहे होते हैं तो आपको विश्लेषण करने की आवश्यकता होती है कि आपको कहां हस्तक्षेप करने की आवश्यकता है और आपको वास्तव में यह पता लगाने की आवश्यकता होती है कि वास्तव में क्या करना है. अगर आप एक ही दिशा में जा रहे हैं और एक अलग लक्ष्य तक पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं, तो यह निश्चित रूप से नहीं होने वाला है.

उन्होंने आगे कहा, इसलिए मुझे नहीं लगता कि यह किसी विशेष व्यक्ति या किसी राजनीतिक दल को लक्षित करता है. मेरा इरादा मूल्यांकन और विश्लेषण करना था जो हमें इस निष्कर्ष पर पहुंचने में मदद करेगा. यह पूरी तरह से अलग विषय है. डीजीपी ने कहा कि एक पुलिस अधिकारी के रूप में वह ऐसी स्थिति का विश्लेषण करेंगे जिसमें व्यक्तिगत रूप से कुछ भी नहीं है. यह पूछे जाने पर कि क्या वह राजनीतिक विरोध के कारण अपने बयान से पीछे हट रहे हैं, डीजीपी ने कहा कि बिल्कुल नहीं. पीछे हटने की बात नहीं है. मैं कैसे पीछे हट गया? मैं सिर्फ यह कह रहा हूं कि यह एक आत्मनिरीक्षण है. मैं अपने लिए आत्मनिरीक्षण कर रहा हूं.

इस बीच, एडीजी (कानून-व्यवस्था) विजय कुमार ने डीजीपी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुलिस प्रमुख की टिप्पणी उनकी निजी राय थी और जम्मू-कश्मीर पुलिस निष्पक्ष, पेशेवर और गैर-राजनीतिक बल है.

यह भी पढ़ें- 'कश्मीरियों से पाकिस्तानियों जैसा व्यवहार', महबूबा मुफ्ती ने DGP स्वैन पर साधा निशाना

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आरआर स्वैन ने अपनी टिप्पणी को लेकर नेताओं की आलोचना के बाद सफाई दी है. उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी किसी राजनीतिक दल के लिए नहीं थी, बल्कि वह स्थिति का मूल्यांकन कर रहे थे. डीजीपी स्वैन ने मंगलवार को आईआईएम जम्मू में एक समारोह के दौरान कहा था कि जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक दल अपने लाभ के लिए आतंकवादियों से सांठगांठ कर रहे हैं.

स्वैन के इस बयान की जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों ने कड़ी आलोचना की. पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि डीजीपी अपनी जिम्मेदारी निभाने के बजाय 'राजनीतिक रूप से चीजों को ठीक करने' में व्यस्त हैं. पूर्व सीएम ने जम्मू क्षेत्र में सेना पर हुए आतंकवादी हमलों को लेकर उन्हें बर्खास्त करने की भी मांग की थी. इसके अलावा, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन और अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने भी डीजीपी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि उन्हें राजनीतिक टिप्पणी करने के बजाय स्थिति को नियंत्रित करना चाहिए.

राजनेताओं की आपत्ति के बाद डीजीपी स्वैन ने बुधवार को एक मीडिया समूह से बात करते हुए कहा कि उन्होंने यह टिप्पणी बिल्कुल अलग संदर्भ में की थी. उन्होंने कहा, मैं जम्मू में एक शैक्षणिक संस्थान में था. हम चर्चा कर रहे थे कि रणनीति तैयार करना कितना महत्वपूर्ण है, चाहे वह प्रबंधन संस्थानों के लिए हो या उन संस्थानों के लिए जो राष्ट्रीय सुरक्षा की रणनीति तैयार कर रहे हैं. इसलिए जब आप कोई रणनीति तैयार कर रहे होते हैं तो आपको विश्लेषण करने की आवश्यकता होती है कि आपको कहां हस्तक्षेप करने की आवश्यकता है और आपको वास्तव में यह पता लगाने की आवश्यकता होती है कि वास्तव में क्या करना है. अगर आप एक ही दिशा में जा रहे हैं और एक अलग लक्ष्य तक पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं, तो यह निश्चित रूप से नहीं होने वाला है.

उन्होंने आगे कहा, इसलिए मुझे नहीं लगता कि यह किसी विशेष व्यक्ति या किसी राजनीतिक दल को लक्षित करता है. मेरा इरादा मूल्यांकन और विश्लेषण करना था जो हमें इस निष्कर्ष पर पहुंचने में मदद करेगा. यह पूरी तरह से अलग विषय है. डीजीपी ने कहा कि एक पुलिस अधिकारी के रूप में वह ऐसी स्थिति का विश्लेषण करेंगे जिसमें व्यक्तिगत रूप से कुछ भी नहीं है. यह पूछे जाने पर कि क्या वह राजनीतिक विरोध के कारण अपने बयान से पीछे हट रहे हैं, डीजीपी ने कहा कि बिल्कुल नहीं. पीछे हटने की बात नहीं है. मैं कैसे पीछे हट गया? मैं सिर्फ यह कह रहा हूं कि यह एक आत्मनिरीक्षण है. मैं अपने लिए आत्मनिरीक्षण कर रहा हूं.

इस बीच, एडीजी (कानून-व्यवस्था) विजय कुमार ने डीजीपी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुलिस प्रमुख की टिप्पणी उनकी निजी राय थी और जम्मू-कश्मीर पुलिस निष्पक्ष, पेशेवर और गैर-राजनीतिक बल है.

यह भी पढ़ें- 'कश्मीरियों से पाकिस्तानियों जैसा व्यवहार', महबूबा मुफ्ती ने DGP स्वैन पर साधा निशाना

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.