नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पिछले सप्ताह पदभार ग्रहण करने के बाद राष्ट्रीय राजधानी के अपने पहले दौरे पर बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इस दौरान कानून-व्यवस्था के साथ-साथ राज्य के दर्जे के मुद्दे पर भी चर्चा की। अब्दुल्ला और अमित शाह के बीच करीब 40 मिनट तक बैठक चली.
सूत्रों के अनुसार अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने का मुद्दा भी उठाया. बता दें अपनी पहली कैबिनेट बैठक के दौरान एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर के राज्य के दर्जे को उसके मूल स्वरूप में बहाल करने का आग्रह करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया. इसे बहाली की प्रक्रिया शुरू करने, संवैधानिक अधिकारों को बहाल करने और क्षेत्र के निवासियों की विशिष्ट पहचान की सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है.
Jammu and Kashmir Chief Minister Omar Abdullah met Union Home Minister Amit Shah, in Delhi
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शाह के समक्ष इस मुद्दे को उठाने के अलावा मुख्यमंत्री अब्दुल्ला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष भी इस मुद्दे को उठाएंगे. अब्दुल्ला के गुरुवार को नई दिल्ली में मोदी से मुलाकात करने की संभावना है. शाह के साथ अपनी बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्र शासित प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति के बारे में भी विस्तार से चर्चा की. सूत्रों के अनुसार अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिक सुरक्षा बल और हर संभव मदद मांगी है. साथ ही उन्होंने आतंकवादी संगठनों के खिलाफ अभियान चलाने की भी मांग की है.
#WATCH | Jammu and Kashmir Chief Minister Omar Abdullah leaves from the residence of Union Home Minister Amit Shah, in Delhi pic.twitter.com/6B5V4NsZGg
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#WATCH | Jammu and Kashmir Chief Minister Omar Abdullah arrives at the residence of Union Home Minister Amit Shah, in Delhi pic.twitter.com/V0Km9XcStG
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अब्दुल्ला और शाह के बीच यह बैठक गांदरबल जिले के गंगनगीर इलाके में हुए आतंकी हमले के बाद हुई है, जहां आतंकवादियों ने तीन दिन पहले ही एक डॉक्टर समेत सात लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी थी. पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LET) की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है. रविवार शाम को हुए आतंकवादी हमले के बाद मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को इस तरह की और आतंकवादी घटनाओं को रोकने के लिए अलर्ट रहने को कहा है.
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