श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की नई विधानसभा का पहला सत्र 4 नवंबर को आयोजित किया जाएगा. केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहली कैबिनेट बैठक की सिफारिश पर विधानसभा सत्र बुलाने की मंजूरी दी. 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की अध्यक्षता में राज्य कैबिनेट की पहली बैठक हुई थी, जिसमें उपराज्यपाल से 4 नवंबर को विधानसभा सत्र बुलाने और उसे संबोधित करने की सिफारिश की गई थी.
नवनिर्वाचित विधानसभा का पहला सत्र 4 नवंबर को सुबह 11.30 बजे शुरू होगा. सत्र की शुरुआत उपराज्यपाल के सदन में संबोधन से होगी. इसके बाद स्पीकर का चुनाव किया जाएगा. इससे पहले, नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक मुबारक गुल को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया था, जिन्होंने 21 अक्टूबर को नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई.
अब्दुल रहीम राथर बन सकते हैं स्पीकर
नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के सबसे वरिष्ठ नेता और सात बार विधायक अब्दुल रहीम राथर को स्पीकर बनाया जा सकता है. चार-ए-शरीफ से विधायक राथर ने फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली दो पूर्ववर्ती सरकारों में वित्त मंत्री रह चुके हैं. 80 वर्षीय राथर 2002-2008 में पीडीपी-कांग्रेस सरकार के दौरान सदन में विपक्ष के नेता रहे.
एनसी के 90 सदस्यीय सदन में 42 विधायक हैं और कांग्रेस व निर्दलीय के साथ गठबंधन के कुल 55 सदस्य हैं. इससे पार्टी को अपनी पसंद का स्पीकर नियुक्त करने और कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने में आसानी होगी.
स्पीकर के लिए उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी भाजपा!
दूसरी ओर, सदन में प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास 29 सदस्य हैं, जो स्पीकर पद के लिए उम्मीदवार खड़ा करने के लिए पर्याप्त नहीं है. भाजपा ने कहा है कि उसके पास संख्या बल नहीं है और संभवतः पार्टी इस पद के लिए अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी.
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