श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर): जम्मू और कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को दावा किया कि उन्होंने इस साल 7 फरवरी को पंजाब के दो लोगों की हत्या से जुड़े मामले को सुलझा लिया है. प्राथमिक संदिग्ध की पहचान श्रीनगर के जलदागर के आदिल मंज़ूर लंगू के रूप में की गई है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है और अपराध में इस्तेमाल किया गया हथियार बरामद कर लिया गया है.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, एडीजीपी (कानून और व्यवस्था) विजय कुमार ने कहा, '7 फरवरी को पंजाब के दो गैर-स्थानीय लोगों की हत्या कर दी गई. हमने मामले को सफलतापूर्वक सुलझा लिया है और मुख्य आरोपी आदिल मंज़ूर लंगू, जिसने गोलियां चलाईं थी पकड़ लिया गया है. जांच से संकेत मिलता है कि वह पाकिस्तान स्थित हैंडलर के निर्देशों पर काम कर रहा था, जिससे वह सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में आया था.'
कश्मीर के आईजीपी वी के बर्डी ने कहा, 'पीड़ित लकड़ी के काम (बढ़ई) से जुड़े थे और प्राथमिकी दर्ज करने के तुरंत बाद एक व्यापक जांच शुरू की गई थी. श्रीनगर पुलिस ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जिसने गहन क्षेत्र और तकनीकी विश्लेषण किया.'
र्डी ने कहा, 'कई संदिग्धों को हिरासत में लेने पर आदिल मंज़ूर की भूमिका सामने आई, जिससे पर्याप्त सबूतों के आधार पर उसकी गिरफ्तारी हुई. मुख्य संदिग्ध एक पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में था जिसने उसे इस भयानक कृत्य को अंजाम देने का निर्देश दिया था.' 10 नवंबर, 2023 को आईजीपी कश्मीर के रूप में कार्यभार संभालने के बाद वी के बर्डी की यह पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस थी.
एडीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) विजय कुमार ने भारत के बाहर से युवाओं को भर्ती करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया. उन्होंने कहा, 'हम उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे, भले ही वे पाकिस्तान से बाहर हों.'
सुरक्षा स्थिति के एक और पहलू पर प्रकाश डालते हुए कुमार ने जिक्र किया, 'लश्कर/टीआरएफ से जुड़ा एकमात्र आतंकवादी मुमीन गुलज़ार (ईदगाह का निवासी) श्रीनगर में सक्रिय है. साथ ही, आज की तारीख में जम्मू-कश्मीर में 25 स्थानीय लोगों के अलावा 25-30 गैर-स्थानीय लोग भी सक्रिय थे. कई संदिग्धों से पूछताछ की गई, लेकिन केवल एक को गिरफ्तार किया गया है. जांच जारी है और उसके इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का विश्लेषण किया जा रहा है. हमने अपराध का हथियार, एक पिस्तौल भी बरामद कर लिया है.'