जबलपुर। इसरार अहमद अंसारी 4 जून को जबलपुर से हज करने के लिए मक्का गए थे. 15 जून तक इसरार अहमद अंसारी के बेटे अजीज अहमद अंसारी से बात हो रही थी, लेकिन इसके बाद उनकी बात होना बंद हो गई. अजीज अहमद अंसारी को लगा कि हो सकता है कि कोई समस्या खड़ी हो गई हो, जिसकी वजह से वह अपने पिता से बात नहीं कर पा रहे हैं. इसी बीच जिस एजेंट के जरिए इसरार अहमद अंसारी हज करने के लिए मक्का गए थे, उसने बताया कि इसरार की हीटवेव की वजह से मृत्यु हो गई है और सऊदी अरब सरकार उनका अंतिम संस्कार करना चाहती है, लेकिन इसके लिए परिवार वालों की अनुमति चाहिए.
पिता की मृत्यु का कोई सबूत नहीं मिला
अजीज अहमद अंसारी का कहना है "अभी तक उन्होंने ना तो अपने पिता की मृत्यु के बाद की कोई फोटो देखी है और ना उनसे बात हो पा रही है. यहां तक कि जिस लिस्ट के आधार पर उनसे अंतिम संस्कार की अनुमति चाही जा रही है, उसे लिस्ट में भी इसरार अहमद अंसारी का नाम नहीं बल्कि इदरीस अहमद अंसारी लिखा हुआ है. ऐसी स्थिति में अजीज अहमद का कहना है कि वे अनुमति नहीं दे सकते क्योंकि उनके पिता के गुमशुदा होने की जानकारी उनके पास है, मृत्यु से जुड़ा हुआ कोई सबूत नहीं है."
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गुमशुदा पिता को वापस लाने की मांग
मामले के अनुसार एजेंट फाजिल कैफ के जरिए इसरार अहमद अंसारी सऊदी गए थे. उसका कहना है कि यहां जहां डेडबॉडी रखी हुई है. वहां सैकड़ों डेडबॉडी रखी हैं और गर्मी से बहुत अधिक लोगों की मौत हुई है. ऐसी स्थिति में वहां जाकर फोटो बनाना बहुत मुश्किल है. अजीज अहमद अंसारी ने जबलपुर जिला कलेक्टर से मुलाकात की है और मांग की है कि सऊदी अरब एंबेसी के जरिए सऊदी अरब सरकार से बात करके फिर उनके गुम पिता को खोज कर वापस जबलपुर लाएं.