बाराबंकी: ईरान और इजरायल के बीच छिड़े युद्ध को लेकर जहां ग्रुप-7 के समेत तमाम देशों ने चिंता जताई है. वहीं बाराबंकी के एक गांव के लोगों को भी खासी चिंता हो रही है. दरअसल यहां के करीब दर्जन भर युवा इजरायल में हैं. यही नहीं काफी युवा जल्द ही इजरायल जाने वाले हैं. तीन महीने पहले रोजी रोटी की तलाश में गए इन युवाओं के परिजन अपने बच्चों को लेकर फिक्रमंद हैं. हालांकि इनका कहना है कि उनके बच्चे वहां सुरक्षित हैं. रोज फोन से बात हो रही है.
बताते चलें कि इजरायल में निर्माण श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने के लिए भारत से अनुबंध हुआ था. इसके बाद भारत की एनएसडीसी यानी नेशनल स्किल्ड डेवलपमेंट कारपोरेशन संस्था ने इजरायल की संस्था पीआईबीए यानी पॉपुलेशन, इमिग्रेशन एंड बॉर्डर अथॉरिटी के साथ समन्वय स्थापित करते हुए तमाम स्किल्ड लेबर इजरायल भेजे हैं. इनमें बाराबंकी जिले के भी तमाम युवा लेबर गए हैं.
देवां थाना क्षेत्र के सालेहनगर ग्राम प्रधान राजेन्द्र ने बताया कि गांव की नई बस्ती के भी दर्जन भर से ज्यादा युवा लेबर इजरायल गए हैं. वहीं गांव के ही अनिल और राजू सिंह ने बताया कि दर्जन भर युवा जल्द ही जाने की तैयारी में भी हैं. इंटरव्यू हो चुका है. गांव के ही विनोद ने बताया कि उनका बेटा राकेश इजरायल गया है. उसके साथ गांव के रंजीत, चंचल, कमलेश, बबलू सिंह समेत 10 से ज्यादा लड़के करीब 4 महीने पहले मजदूरी करने गए हैं. सभी लड़के ठीक और सुरक्षित हैं.
विनोद सिंह ने बताया कि मंगलवार को ईरान के हमले के बाद उनके बेटे राकेश ने वीडियो कॉल करके बताया कि वो सभी लोग सुरक्षित हैं. मंगलवार को हुए हमले की वीडियो भी उसने अपने घर भेजा है. राकेश ने पिता को बताया कि अलार्म बजने पर और अलर्ट जारी होने पर उन्हें तुरंत बंकरों में भेज दिया जाता है. इजरायली सरकार उनका ध्यान रख रही है लेकिन दहशत तो है ही.
गांव के ही राजू सिंह ने बताया कि उनके बड़े भाई राम सिंह का लड़का ललित कुमार भी है. उसके साथ प्रिंस सिंह भी है. लड़के सुरक्षित हैं लेकिन घर वालों को उनकी फिक्र है. हालांकि रोज लड़कों से वीडियो कॉल से बात होती है. उनके मुताबिक खतरा होने पर सायरन बजता है और अलर्ट मैसेज आता है तो तुरंत वे लोग पास में ही बने बंकरों में भाग कर अपनी जान बचाते हैं.
गांव के ही अनिल सिंह ने बताया कि उनके बहनोई सुनील सिंह पिछले तीन महीने से इजरायल में हैं. उनसे रोजाना बात होती है. मंगलवार को हुए हमले के बाद सुनील ने बताया कि करीब 100 मीटर दूर एक बम फटा तो दहशत फैल गई. हालांकि कुछ नुकसान नहीं हुआ. तुरंत एक सरकारी गाड़ी आई और उन्हें सुरक्षित ले जाकर बंकर में कर दिया. सुनील ने फोन पर बताया कि वह सुरक्षित है कोई खतरा नहीं है लेकिन गांव से जो लड़के और आने वाले हैं वो अभी न आएं.
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