कुरुक्षेत्र/कोलंबो: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन विदेशों में किया जा रहा है. इसी कड़ी में श्रीलंका के कोलंबों में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की शुरुआत मंत्रोच्चारण के साथ हुई. महोत्सव के पहले दिन ही हजारों बच्चों ने फैंसी ड्रेस, रंगोली, गीता श्लोक उच्चारण जैसी प्रतियोगिताओं में भाग लेकर महोत्सव के प्रति अपने उत्साह और जोश को दर्शाने का काम किया. इस महोत्सव के आयोजन में प्रदेश सरकार और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
कोलंबो में गीता महोत्सव: कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल से मिली जानकारी के अनुसार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में हो चुका है. महोत्सव के पहले दिन फैंसी ड्रेस, रंगोली, गीता श्लोक उच्चारण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. इन प्रतियोगिताओं में श्रीलंका के विभिन्न स्कूलों के लगभग 2 हजार विद्यार्थियों ने अपनी पारम्परिक रंग-बिरंगी वेशभूषा और स्कूली ड्रेस में भाग लिया. इन विद्यार्थियों ने अपनी रंगोली में पवित्र ग्रंथ गीता के संदेश को उकरने का अनोखा प्रयास किया.
भारतीय संस्कृति का प्रसार: कुरुक्षेत्र 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने कहा कि "श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में 1 मार्च से 3 मार्च तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का जोश और उल्लास के साथ शुभारंभ हो गया है. इस महोत्सव में पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश आम जन मानस तक पहुंचेंगे". उन्होंने कहा कि "मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से शुरु किए गए अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव ने एक बड़ा स्वरुप धारण कर लिया है. इस महोत्सव के माध्यम से देश-विदेश में भारतीय संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है".