चंडीगढ़: पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का मेडल का खाता खुल गया है. स्टार निशानेबाज मनु भाकर ने मेडल पर निशाना लगाया है. बता दें कि मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में 221.7 स्कोर के साथ ब्रॉन्ज जीतकर इतिहास रच दिया है. निशानेबाजी में मेडल जीतने वाली मनु भाकर देश की पहली भारतीय महिला बन गई है. मनु भाकर ने मेडल जीतने के बाद कहा कि वह मैच के दौरान भगवद गीता और अर्जुन के बारे में सोच रही थी. क्योंकि मैच से पहले भी मनु भाकर ने गीता ने पढ़ी थी. उन्होंने कहा कि भगवत गीता का ध्यान करते हुए मुझे तनाव के समय शांत रहने में भी मदद मिली. उन्होंने कहा कि इस पदक का बहुत लंबे समय से इंतजार था.
“I read Bhagavad Gita a lot. It has helped me. You focus on your KARMA, not on the outcome.”
— Awanish Sharan 🇮🇳 (@AwanishSharan) July 28, 2024
Well done #ManuBhakar 🇮🇳 pic.twitter.com/EdUCq5Se9X
टोक्यो के बाद निराश थीं स्टार प्लेयर: ओलंपिक मेडलिस्ट मनु भाकर ने कहा कि इस बार ज्यादा से ज्यादा पदक जीतने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि ये पदक मेरे लिए सपने जैसा है. मेडल पाने के लिए बहुत ज्यादा प्रयास किया है. भाकर ने कहा कि आखिरी निशाने तक मैं पूरी एनर्जी के साथ मैदान में डटी रही. इस बार तो यह कांस्य पदक है लेकिन हो सकता है कि अगली बार और बेहतर होगा. मैं वही कर रही थी, जो मुझे करना था. उन्होंने बताया कि टोक्यो के बाद से बहुत ज्यादा निराश थीं और इससे अभरने में काफी लंबा समय लगा और काफी ज्यादा संघर्ष भी करना पड़ा.
'कड़ी मेहनत से पाया मुकाम': मुन भाकर ने कहा कि क्वालिफिकेशन राउंड खत्म हुआ, तो पता ही नहीं था कैसे क्या हो रहा है. मनु ने कहा कि हमें बस कड़ा परिश्रम करना होता है और बाकी किस्मत और भगवान पर छोड़ देना चाहिए. मैं आगे भी कड़ी मेहनत करती रहूंगी और मैं कर सकती हूं. उन्होंने कहा की मैडल जीतने के बाद बहुत ज्यादा खुशी हो रही है. देश को ये मेडल जीतने के लिए मैं मात्र एक जरिया हूं. देश को यह मेडल जीतना ही था. उन्होंने अपनी जीत के लिए परिजनों का कोच का रिश्तेदारों का भी आभार जताया है.
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