नई दिल्ली: भारत और कनाडा के रिश्तों में काफी दिनों से तल्खी जारी है. कनाडा की ट्रूडो सरकार खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर को लेकर लगातार भारत के खिलाफ जहर उगल रही है. जानकारी के मुताबिक यहां की सरकार और मीडिया इससे संबंधित कोई कसर नहीं छोड़ रही है. वहीं, भारत भी मजबूती से अपना पक्ष रख रहा है. बता दें, मोदी सरकार ने बुधवार 20 नवंबर को एक कनाडाई अखबार में छपी उस खबर को एकसिरे से नकार दिया, जिसमें कहा गया कि पीएम मोदी को खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले की जानकारी थी.
विदेश मंत्रालय ने रिपोर्ट को बताया हास्यापद
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि इस तरह के बेतुके बयानों को एकदम खारिज कर देना चाहिए. इन बयानों का कोई वजूद नहीं है. ये रिपोर्ट खारिज करने की हकदार है. प्रवक्ता ने इन रिपोर्ट्स को हास्यापद बताया. रणधीर जायसवाल ने आगे कहा कि इस तरह के दुष्प्रचार अभियान हमारे पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और नुकसान पहुंचाते हैं. बता दें, जायसवाल कनाडाई अखबार द ग्लोब एंड मेल की रिपोर्ट के संबंध में मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे.
Our response to queries regarding a report in Canadian media: https://t.co/1IAURpKlfT pic.twitter.com/jIPlg05JM6
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) November 20, 2024
कनाडाई रिपोर्ट में यह हुआ प्रकाशित
जानकारी के मुताबिक कनाडा के एक अखबार में रिपोर्ट छपी है, जिसमें एक अज्ञात कनाडाई अधिकारी का जिक्र करते हुए इस बात का दावा किया गया कि कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की कथित हत्या मामले की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल को थी. हालांकि रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि उसके पास प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कोई सबूत नहीं है.
बता दें, निज्जर की पिछले वर्ष कनाडा की धरती पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पिछले महीने भारत-कनाडा संबंधों में उस समय कड़वाहट और बढ़ गई जब कनाडा ने भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा और कुछ अन्य राजनयिकों को इस मामले से जोड़ दिया. भारत ने इस मामले में ओटावा द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को दृढ़ता से खारिज कर दिया है और बाद में उच्चायुक्त को वापस बुला लिया है. कनाडा सरकार ने कहा था कि भारतीय राजनयिकों को देश से निकाल दिया गया है.
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