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भारत जलवायु लक्ष्यों को समय से पहले हासिल करने वाला एकमात्र जी-20 देश: प्रधानमंत्री मोदी - Prime Minister Modi

78th Independence Day Speech: 78वें स्वतंत्रता दिवस पर 11वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद पीएम मोदी ने दोहराया कि भारत 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म आधारित क्षमता स्थापित करने के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा. पढ़ें पूरी खबर...

PRIME MINISTER MODI
प्रधानमंत्री मोदी (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 15, 2024, 10:55 AM IST

नई दिल्ली: देश आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस अवसर पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11वीं बार ध्वजारोहण किया. उन्होंने देश को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत जी-20 देशों में एकमात्र देश है, जिसने 2015 के पेरिस समझौते के तहत अपने जलवायु लक्ष्यों को समय से पहले हासिल कर लिया है.

78वें स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के वैश्विक मुद्दे से निपटने के भारत के प्रयासों ने दुनिया को आश्वस्त और आश्चर्यचकित किया है. मैं दुनिया को अपने देश के लोगों की ताकत के बारे में बताना चाहता हूं. मेरे देश और इसके लोगों ने वह हासिल किया है जो अन्य जी-20 देश नहीं कर पाए हैं.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने पेरिस समझौते के तहत निर्धारित जलवायु लक्ष्यों को समय से पहले पूरा कर लिया है. भारत ऐसा करने वाला जी-20 देशों में एकमात्र देश है और हमें इस पर गर्व है. ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के लिए अपनी राष्ट्रीय जलवायु योजना या राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) के हिस्से के रूप में, भारत ने 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित बिजली स्थापित क्षमता हासिल करने की प्रतिबद्धता जताई है.

प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि भारत इस लक्ष्य को हासिल कर लेगा. उन्होंने कहा कि यह मानवता के लिए महत्वपूर्ण है और हमारे बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की गारंटी के रूप में काम करेगा. वर्तमान में, देश में 446 गीगावाट (जीडब्ल्यू) की बिजली उत्पादन क्षमता है, जिसमें गैर-जीवाश्म ऊर्जा स्रोतों से लगभग 195 गीगावाट शामिल है.

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नई दिल्ली: देश आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस अवसर पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11वीं बार ध्वजारोहण किया. उन्होंने देश को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत जी-20 देशों में एकमात्र देश है, जिसने 2015 के पेरिस समझौते के तहत अपने जलवायु लक्ष्यों को समय से पहले हासिल कर लिया है.

78वें स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के वैश्विक मुद्दे से निपटने के भारत के प्रयासों ने दुनिया को आश्वस्त और आश्चर्यचकित किया है. मैं दुनिया को अपने देश के लोगों की ताकत के बारे में बताना चाहता हूं. मेरे देश और इसके लोगों ने वह हासिल किया है जो अन्य जी-20 देश नहीं कर पाए हैं.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने पेरिस समझौते के तहत निर्धारित जलवायु लक्ष्यों को समय से पहले पूरा कर लिया है. भारत ऐसा करने वाला जी-20 देशों में एकमात्र देश है और हमें इस पर गर्व है. ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के लिए अपनी राष्ट्रीय जलवायु योजना या राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) के हिस्से के रूप में, भारत ने 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित बिजली स्थापित क्षमता हासिल करने की प्रतिबद्धता जताई है.

प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि भारत इस लक्ष्य को हासिल कर लेगा. उन्होंने कहा कि यह मानवता के लिए महत्वपूर्ण है और हमारे बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की गारंटी के रूप में काम करेगा. वर्तमान में, देश में 446 गीगावाट (जीडब्ल्यू) की बिजली उत्पादन क्षमता है, जिसमें गैर-जीवाश्म ऊर्जा स्रोतों से लगभग 195 गीगावाट शामिल है.

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