नई दिल्ली: भारत ने मंगलवार को सूडान में सुरक्षा स्थिति पर चिंता व्यक्त की है.सूडान की स्थिति पर मीडिया के सवालों के जवाब में, भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता, रणधीर जयसवाल ने कहा, "हम सूडान में सुरक्षा स्थिति पर नजर रख रहे हैं. बता दें कि, संयुक्त अरब अमीरात के मुताबिक, खार्तूम में उसके राजदूत के आवास पर सूडानी सैन्य विमान ने हमला किया, इसे यूएई ने अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन बताया और कड़ी निंदा की.
यूएई के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसके राजदूत के आवास पर हमले से इमारत को व्यापक नुकसान हुआ है. हालांकि, सूडानी सेना ने आरोप पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की है. इस बीच, सूडानी सेना ने आरोप से इनकार किया है. इसके बजाय उसने कायरतापूर्ण कृत्यों के लिए आरएसएफ-अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज को दोषी ठहराया है. सूडानी सेना ने पहले यूएई पर आरएसएफ को वित्तपोषण और हथियार देने का आरोप लगाया है.
खबरों के मुताबिक, विभिन्न राजनीतिक गठबंधनों और क्षेत्रीय संघर्षों में भागीदारी सहित कई वजहों से यूएई और सूडान के बीच तनाव बढ़ गया है.
पूर्व राष्ट्रपति उमर अल-बशीर के निष्कासन के बाद संक्रमण के दौरान यूएई सूडान में कुछ गुटों का समर्थक रहा है. इस बीच, सूडान की जटिल आंतरिक गतिशीलता, जिसमें अन्य देशों और विभिन्न विद्रोही समूहों के साथ इसके रिश्ते भी शामिल हैं, ने संघर्ष को जन्म दिया है. इसके अतिरिक्त, लाल सागर क्षेत्र में यूएई के हितों और ईरानी प्रभाव का मुकाबला करने जैसी व्यापक भू-राजनीतिक रणनीतियों में इसकी भागीदारी ने संबंधों को और अधिक जटिल बना दिया है. सूडान और क्षेत्र में चल रहे राजनीतिक विकास से प्रभावित होकर स्थिति अस्थिर बनी हुई है.
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