नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले दो बिंदुओं पर सैनिकों की वापसी पूरी हो गई है. इस बारे में भारतीय सेना के सूत्रों ने बुधवार को बताया कि पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक में भारत और चीन के बीच सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया आज पूरी हो गई.
उन्होंने कहा कि सैन्य वापसी के बाद, दोनों पक्ष जल्द ही अपने-अपने क्षेत्रों में समन्वित गश्त शुरू करेंगे. सूत्रों के मुताबिक पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक में भारत और चीन के बीच सैनिकों की वापसी पूरी हो गई है. दोनों पक्षों द्वारा जल्द ही समन्वित गश्त शुरू की जाएगी. वहीं ग्राउंड कमांडर बातचीत जारी रखेंगे. साथ ही दिवाली पर मिठाइयों का आदान-प्रदान कल होने वाला है.
Disengagement between India and China in Depsang and Demchok completed. Coordinated patrolling to start soon by both sides. Ground commanders will continue to hold talks. Exchange of sweets on Diwali to happen tomorrow: Indian Army sources pic.twitter.com/RpzGUpKjyG
— ANI (@ANI) October 30, 2024
भारत इस लंबे समय से चले आ रहे विवाद को सुलझाने की दिशा में काम कर रहा है ताकि क्षेत्र में चीनी आक्रामकता की शुरुआत से पहले अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति बहाल हो सके. चीनी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को पुष्टि की कि दोनों देशों के सीमावर्ती सैनिक सीमा मुद्दों पर हुए समझौते के अनुरूप प्रासंगिक कार्य में लगे हुए हैं. एक प्रेस वार्ता के दौरान, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि यह काम सुचारू रूप से आगे बढ़ रहा है.
यह पूछे जाने पर कि क्या भारत और चीन ने टकराव वाले बिंदुओं से सैनिकों की वापसी शुरू कर दी है, लिन जियान ने कहा, "सीमा मुद्दों पर हाल के प्रस्तावों के अनुसार, चीनी और भारतीय सीमावर्ती सैनिक प्रासंगिक कार्य में लगे हुए हैं, जो वर्तमान में सुचारू रूप से आगे बढ़ रहे हैं."
बता दें कि 21 अक्टूबर को, भारत ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर गश्त करने के लिए चीन के साथ एक समझौते की घोषणा की थी, जिससे चार साल से अधिक पुराना सैन्य गतिरोध समाप्त हो गया. इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी, जहां दोनों नेताओं ने पूर्वी लद्दाख में LAC पर गश्त व्यवस्था पर समझौते का स्वागत किया.
यह बैठक भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में LAC पर नई गश्त व्यवस्था के बारे में विदेश मंत्रालय (MEA) की घोषणा के बाद हुई. भारत और चीन के बीच सीमा गतिरोध, जो 2020 में LAC पर पूर्वी लद्दाख में शुरू हुआ था, चीनी सैन्य कार्रवाइयों के कारण शुरू हुआ था और इसके कारण द्विपक्षीय संबंधों में लंबे समय तक तनाव रहा.
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