नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना से पहले इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को चुनाव आयोग की फुल बेंच से मुलाकात की. उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त और दो अन्य चुनाव आयुक्तों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि 4 जून को मतों की गिनती के दौरान आयोग के सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए. विपक्ष की मांग है कि ईवीएम मतों के रिजल्ट घोषित होने से पहले पोस्टल बैलेट के नतीजे घोषित किए जाएं.
आयोग से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान तीसरी बार विपक्षी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल आयोग के पास आया. हमने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है कि पहले डाक मतपत्रों की गिनती हो और ईवीएम मतों के नतीजे घोषित होने से पहले उनके नतीजे घोषित हो जाएं.
सिंघवी ने कहा कि हमारा मुख्य मुद्दा था डाक मतपत्रों की गिनती और पहले परिणाम घोषित करना. उन्होंने कहा कि यह बहुत स्पष्ट नियम है कि डाक मतपत्रों की गितनी पहले होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारी शिकायत यह है कि इस दिशानिर्देश को दरकिनार कर दिया गया है और इस प्रथा को खत्म कर दिया गया है. इंडिया गठबंधन के नेताओं ने चुनाव आयोग से अपने अधिकारियों को निर्देश देने का अनुरोध किया कि वे दिशा-निर्देशों का पालन करें.
सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि मतगणना को लेकर सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाए, जिसमें ईवीएम कंट्रोल यूनिट को सीसीटीवी-निगरानी में रखा जाए और कंट्रोल यूनिट की वर्तमान तिथि और टाइम का सत्यापन किया जाए. उन्होंने कहा कि सत्यापन महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके बगैर इस बात की कोई प्रामाणिकता नहीं है कि यह वही कंट्रोल यूनिट है जो मतदान केंद्र से आई थी और इसे बदला नहीं गया है.
ये भी पढ़ें- जानिए कब-कब गलत साबित हुए एग्जिट पोल, दिल्ली-बिहार समेत इन राज्यों ने चौंकाया