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Stock Market Scam: शेयर बाजार के नाम पर धोखाधड़ी, उद्योगपति से 4.8 करोड़ रुपये ठगे

साइबर अपराधियों ने निवेश सलाहकार बनकर एक उद्योगपति से 4.8 करोड़ रुपये ठग लिए. तेलंगाना साइबर सुरक्षा ब्यूरो मामले की जांच कर रही हैं.

Hyderabad Industrialist duped of Rs 4-8 Crores in Stock Market Scam
Stock Market Scam: शेयर बाजार के नाम पर धोखाधड़ी, उद्योगपति से 4.8 करोड़ रुपये ठगे (IANS)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 2 hours ago

हैदराबाद: देश में साइबर धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहा है और साइबर अपराधी नए-नए तरीके से लोगों को जाल में फंसा है. अब शेयर बाजार में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी का चौंकाने वाले मामला सामने आया है. हैदराबाद के एक उद्योगपति से शेयर बाजार निवेश सलाहकार बनकर साइबर अपराधियों ने 4.8 करोड़ रुपये ठग लिए. तेलंगाना साइबर सुरक्षा ब्यूरो (TGCSB) ने मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है.

शिकायत के मुताबिक, यह घोटाला अक्टूबर की शुरुआत में शुरू हुआ, जब जुबली हिल्स इलाके में रहने वाले उद्योगपति को दो व्हॉट्सएप ग्रुपों में जोड़ा गया, जिनके नाम फ्रैंकलिन टेम्पलटन एसेट मैनेजमेंट (FTAM) और VIP एलीट इन्वेस्टमेंट ग्रुप थे. इन ग्रुपों में केवल कुछ ही सदस्य थे और इनका दावा था कि उन्होंने शेयर बाजार में निवेश से काफी मुनाफा कमाया है.

30 दिनों के भीतर निवेश पर 800 प्रतिशत रिटर्न के जालसाजों के दावों से आकर्षित होकर उद्योगपति ने उनकी सेवाएं लेने के लिए सहमति दे दी. इसके बाद उन्हें नेट बैंकिंग और RTGS लेनदेन के माध्यम से एक बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने का निर्देश दिया गया था. दो महीनों में, उन्होंने कुल 4.8 करोड़ रुपये का निवेश किया.

इस दौरान, उद्योगपति को एक ऐप के जरिये फर्जी मुनाफा दिखाया गया, जिसमें उनके निवेश पर लाभ को गलत तरीके से दर्शाया गया था. जब उन्होंने मुनाफा निकालने का प्रयास किया, तो जालसाजों ने अतिरिक्त 8 करोड़ रुपये की मांग की और बताया कि लेनदेन को पूरा करने के लिए पैसे जमा करना जरूरी है. जब उद्योगपति ने अतिरिक्त राशि को कवर करने के लिए मुनाफे का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया, तो जालसाजों ने मना कर दिया.

इसके बाद उद्योगपति को अपने साथ धोखाधड़ी का अहसास हुआ और पीड़ित ने TGCSB से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई.

उद्योगपति की शिकायत पर TGCSB ने मामला दर्ज कर लिया है और संदिग्धों की पहचान करने की कोशिश में लगी है. शुरुआती जांच से पता चला है कि अपराधियों ने उद्योगपति को लुभाने के लिए जटिल तकनीकों का इस्तेमाल किया, जिसमें झूठी ब्रांडिंग और सुरक्षित संचार चैनल शामिल हैं.

यह मामला साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे को लेकर सतर्क करता है. अधिकारियों ने व्यक्तियों से निवेश के अवसरों की प्रामाणिकता को सत्यापित करने और पूरी तरह से जांच किए बिना पैसे ट्रांसफर करने से बचने का आग्रह किया है.

यह भी पढ़ें- 117 करोड़ की धोखाधड़ी: लेनदेन वाले 3295 बैंक खातों की पहचान, CBI की 10 स्थानों पर छापेमारी

हैदराबाद: देश में साइबर धोखाधड़ी के मामले बढ़ते जा रहा है और साइबर अपराधी नए-नए तरीके से लोगों को जाल में फंसा है. अब शेयर बाजार में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी का चौंकाने वाले मामला सामने आया है. हैदराबाद के एक उद्योगपति से शेयर बाजार निवेश सलाहकार बनकर साइबर अपराधियों ने 4.8 करोड़ रुपये ठग लिए. तेलंगाना साइबर सुरक्षा ब्यूरो (TGCSB) ने मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है.

शिकायत के मुताबिक, यह घोटाला अक्टूबर की शुरुआत में शुरू हुआ, जब जुबली हिल्स इलाके में रहने वाले उद्योगपति को दो व्हॉट्सएप ग्रुपों में जोड़ा गया, जिनके नाम फ्रैंकलिन टेम्पलटन एसेट मैनेजमेंट (FTAM) और VIP एलीट इन्वेस्टमेंट ग्रुप थे. इन ग्रुपों में केवल कुछ ही सदस्य थे और इनका दावा था कि उन्होंने शेयर बाजार में निवेश से काफी मुनाफा कमाया है.

30 दिनों के भीतर निवेश पर 800 प्रतिशत रिटर्न के जालसाजों के दावों से आकर्षित होकर उद्योगपति ने उनकी सेवाएं लेने के लिए सहमति दे दी. इसके बाद उन्हें नेट बैंकिंग और RTGS लेनदेन के माध्यम से एक बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने का निर्देश दिया गया था. दो महीनों में, उन्होंने कुल 4.8 करोड़ रुपये का निवेश किया.

इस दौरान, उद्योगपति को एक ऐप के जरिये फर्जी मुनाफा दिखाया गया, जिसमें उनके निवेश पर लाभ को गलत तरीके से दर्शाया गया था. जब उन्होंने मुनाफा निकालने का प्रयास किया, तो जालसाजों ने अतिरिक्त 8 करोड़ रुपये की मांग की और बताया कि लेनदेन को पूरा करने के लिए पैसे जमा करना जरूरी है. जब उद्योगपति ने अतिरिक्त राशि को कवर करने के लिए मुनाफे का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया, तो जालसाजों ने मना कर दिया.

इसके बाद उद्योगपति को अपने साथ धोखाधड़ी का अहसास हुआ और पीड़ित ने TGCSB से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई.

उद्योगपति की शिकायत पर TGCSB ने मामला दर्ज कर लिया है और संदिग्धों की पहचान करने की कोशिश में लगी है. शुरुआती जांच से पता चला है कि अपराधियों ने उद्योगपति को लुभाने के लिए जटिल तकनीकों का इस्तेमाल किया, जिसमें झूठी ब्रांडिंग और सुरक्षित संचार चैनल शामिल हैं.

यह मामला साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे को लेकर सतर्क करता है. अधिकारियों ने व्यक्तियों से निवेश के अवसरों की प्रामाणिकता को सत्यापित करने और पूरी तरह से जांच किए बिना पैसे ट्रांसफर करने से बचने का आग्रह किया है.

यह भी पढ़ें- 117 करोड़ की धोखाधड़ी: लेनदेन वाले 3295 बैंक खातों की पहचान, CBI की 10 स्थानों पर छापेमारी

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