आगरा: ताजनगरी आगरा में एक छोटी सी बात पर आए दिन पति-पत्नी में झगड़ा होता था. एक दिन मामला इतना बढ़ा कि पत्नी घर छोड़कर मायके चली गई. पति ने परिवार परामर्श केंद्र में शिकायत की तो दोनों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया. यहां पत्नी ने झगड़े का जो कारण बताया उसे सुनकर सभी पुलिस कर्मी हैरान और परेशान हो गए.
दरअसल, पत्नी अक्सर पति से मोमोज खिलाने की बात करती थी. लेकिन, पति उसके लिए लाकर नहीं देता था. इसी बात से नाराज होकर पत्नी घर छोड़कर चली गई. जब काउंसिलिंग के लिए दोनों को परिवार परामर्श केंद्र में बुलाया गया तो वहां पर पत्नी ने कहा, पति मेरे लिए मोमोज नहीं लाता है, इसलिए मैं उसके साथ नहीं रह सकती. वह मेरी बात नहीं मानता.
आगरा के परिवार परामर्श केंद्र में हर रविवार को एक मामला काउंसलर डॉ. अमित गौड़ के पास पहुंचा. उन्होंने बताया कि मलपुरा की रहने वाली एक युवती का विवाह छह माह पूर्व पिनाहट निवासी युवक से हुआ था. विवाहिता का पति जूता कारीगर है. पत्नी को मोमोज बहुत पसंद हैं. वह रोज मोमोज खाने की आदि है.
शादी के बाद पति रोज मोमोज लेकर आता था. लेकिन कुछ महीने बाद पति ने मोमोज लाना बन्द कर दिया. पत्नी के पूछने पर बहाना बनाता था. इस बात पर दोनों पति-पत्नी के बीच झगड़ा होने लगा. विवाद बढ़ने पर दो महीने पहले विवाहिता ससुराल छोड़कर मायके आकर रहने लगी.
पति ने पत्नी का विवाद पुलिस की चौखट तक आ पहुंचा. पुलिस ने मामला परिवार परामर्श केंद्र भेज दिया. दोनों पति-पत्नी को काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया था. पत्नी ने आरोप लगाया कि पति मोमोज लेकर नहीं आते. इस बात पर पति ने तर्क दिया कि काम से छुट्टी देर से मिलने के कारण मोमोज लाने की याद नहीं रहती.
जिसके चलते मोमोज नहीं ला पाता था. दोनों के बीच समझौता कराने का प्रयास किया गया. बहुत देर समझाने के बाद पत्नी ने पति के आगे एक शर्त रख दी. पत्नी ने शर्त रखी कि पति रोज मोमोज लाकर खिलाएगा तभी साथ रहूंगी. इस शर्त को पति ने मान लिया और रोज मोमोज खिलाने की बात मान ली. तब जाकर दोनों के बीच समझौता हो सका.
इससे पहले भी परिवार परामर्श केंद्र में कई अजीब मामलें आ चुके हैं. एक बहू ने सिर्फ इसलिए ससुराल छोड़ दिया था, क्योंकि उसकी सास बहू की श्रंगारदानी में से श्रंगार का सामान चोरी कर लगा लेती थी. वहीं एक पति अपने पत्नी के गुटखा खाने की आदत से परेशान था.
परिवार परामर्श केंद्र पर इस बार एक ऐसा भी मामला आया जिसमें पत्नी, पति की फरमाइशों से परेशान थी. पत्नी का कहना था कि पति हर रोज अपने पसंद की साड़ी पहनने का दबाव बनाता है. जिससे विवाहिता तंग आ चुकी है. उसे अपनी पसंद के कपड़े नहीं पहनने देता है. दोनों समझौते के लिए अगली तारीख पर बुलाया गया है.