पलामू: झारखंड की राजधानी रांची से करीब 270 किलोमीटर दूर गढ़वा में सैकड़ों चमगादड़ों की मौत हो गई है. इससे पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है. आशंका जताई जा रही है कि भीषण गर्मी की वजह से सभी चमगादड़ों की मौत हुई है. अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं.
दरअसल, गढ़वा के कांडी प्रखंड के सुरीपुर और कासंप गांव के इलाके में मंगलवार रात और बुधवार सुबह सैकड़ों चमगादड़ों की मौत हो गई. प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंच जांच में जुट गए हैं.
"मामले की जांच की जा रही है और पता लगाया जा रहा है कि चमगादड़ों की मौत कैसे हुई." - आफताब आलम, प्रखंड विकास पदाधिकारी, कांडी
ग्रामीणों के मुताबिक, दोनों गांवों में चमगादड़ पेड़ पर रहते थे. सभी पेड़ सोन नदी के तटीय इलाके में हैं. बुधवार को जब स्थानीय ग्रामीण इलाके में गए तो देखा कि कुछ चमगादड़ मर चुके थे और वे पेड़ से नीचे गिरे हुए थे. कुछ देर बाद अचानक पेड़ से चमगादड़ों के शव नीचे गिरने लगे. चमगादड़ों की मौत के बाद ग्रामीण दहशत में हैं.
गर्मी की वजह से मौत की आशंका
आशंका जताई जा रही है कि चमगादड़ों की मौत गर्मी की वजह से हुई है. मंगलवार को पलामू प्रमंडल में रिकॉर्ड तापमान के आंकड़े दर्ज किए गए. 47 साल बाद पलामू में 47.8 डिग्री सेल्सियस जबकि गढ़वा में 47.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. 1978 के बाद यह सबसे अधिक तापमान का आंकड़ा रहा. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि गर्मी के कारण चमगादड़ों की मौत हो रही है.
"प्रथम दृष्टया गर्मी के कारण सभी चमगादड़ों की मौत की आशंका जताई जा रही है, लेकिन मामले में जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है." - प्रदीप, पशु चिकित्सक
यह भी पढ़ें: प्रतापगढ़ के इस गांव में 70 सालों से हजारों चमगादड़ों ने बना रखा है अपना आशियाना, जानिए पूरी कहानी
यह भी पढ़ें: रांची में भी निपाह वायरस का खतरा! केरल से ट्रेन कनेक्शन बन सकता है कारण, वीआईपी इलाके में हैं हजारों चमगादड़
यह भी पढ़ें: कोरोना वायरस शायद चमगादड़ों के बीच कई दशकों से फैल चुका था : रिसर्च