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हावड़ा-मुंबई रेल हादसे का चश्मदीद, सुनिए घटना की पूरी कहानी - Howrah Mumbai train accident

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jul 30, 2024, 8:17 PM IST

Howrah-Mumbai Train Accident. झारखंड के चक्रधरपुर में हावड़ा-मुंबई मेल हादसे के बाद यात्री दहशत में हैं. ट्रेन के जनरल कोच में चना और बादाम बेचने वाला सूर्यबली यादव हादसे के वक्त कोच में मौजूद थे. सुनिए हादसे की पूरी कहानी, सूर्यबली यादव की जुबानी.

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हावड़ा-मुंबई रेल हादसे की तस्वीर (ETV BHARAT)

जमशेदपुर: झारखंड में सरायकेला के बड़ाबम्बू के पास हावड़ा-मुंबई रेल हादसा के बाद यात्री भय के माहौल में है. घटना अहले सुबह यानी चार बजे से पहले की है. 24 कोच वाली इस ट्रेन के हादसे में सबसे पीछे का जनरल कोच में सफर करने वाले यात्री सुरक्षित रहे. जनरल कोच में जमशेदपुर रेलवे कॉलोनी का रहने वाला 48 वर्षीय सूर्यबली यादव भी मौजूद थे. दरअसल, सूर्यबली यादव पिछले 25 सालों से हावड़ा-मुंबई मेले में चना और बादाम बेचकर अपना गुजारा कर रहे हैं.

रेल हादसे की जानकारी देते चश्मदीद सूर्यबली यादव (ETV BHARAT)

रेल दुर्घटना की पूरी कहानी

घटना के बाद सूर्यबली किसी तरह बस के जरिए जमशेदपुर पहुंचे. जमशेदपुर में सूर्यबली यादव ने ईटीवी भारत से पूरी घटनाक्रम के बारे में बताया. सूर्यबली ने कहा कि वह टाटानगर से चना बादाम लेकर चढ़ते हैं और चक्रधरपुर तक फेरी कर वापस टाटानगर लौट आते हैं. मंगलवार को ट्रेन देर से टाटानगर पहुंची और वह सामान्य कोच में चढ़ गए. 3 बजकर 20 मिनट पर अचानक जोरदार धमाके के साथ ट्रेन रुक गई और उसका सारा चना बादाम टोकरी समेत कोच में गिर गया. इसी बीच यात्रियों ने भी शोर मचाना शुरू कर दिया और भगदड़ का माहौल उत्पन्न हो गया. सूर्यबली ने बताया कि ट्रेन से नीचे उतरकर देखे तो एसी के सारे कोच और स्लीपर का एक कोच एक के ऊपर एक चढ़ा हुआ दिखाई दिया. उसने बताया कि हादसे के दौरान काफी अंधेरा था. सभी यात्री अपने मोबाइल के लाइट का इस्तेमाल कर रहे थे. हादसे के कुछ ही देर बाद पास के गांव वाले घटनास्थल पहुंचे थे.

हादसे से कुछ देर पहले ही पलटी थी एक अन्य मालगाड़ी

सूर्यबली ने बताया कि महज कुछ मिनट पूर्व दूसरी लाइन पर कोयला से लदी मालगाड़ी ट्रेन पलटी थी. इधर तेज रफ्तार में हावड़ा-मुंबई मेल उससे पलटी ट्रेन से जाकर टकरा गई. इस दौरान मालगाड़ी में कोयले पर बंधी प्लास्टिक उड़कर यात्री ट्रेन के इंजन के सामने आ गयी और इंजन सामने से पूरी तरह से ढक गया. सूर्यबली ने बताया कि हादसे के बाद सुबह 5 बजे एम्बुलेंस और रेस्कयू की टीम और मिलिट्री वाले भी पहुंचे. जहां आगे यात्रियों को बाहर निकाला और घायलों को मौके पर अस्पताल पहुंचाया गया. वहीं, घटना को देखते हुए अधिकारी आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

ये भी पढ़ें: हावड़ा मुंबई मेल रेल हादसा: दो यात्रियों की मौत, 8 घायल, रेलवे ने की मृतकों के परिजनों को दस लाख का मुआवजा देने की घोषणा

ये भी पढ़ें: हावड़ा-मुंबई ट्रेन हादसा: रेलवे की बड़ी लापरवाही, मालगाड़ी पहले से थी बेपटरी, फिर भी 120 की रफ्तार में आ रही थी ट्रेन

जमशेदपुर: झारखंड में सरायकेला के बड़ाबम्बू के पास हावड़ा-मुंबई रेल हादसा के बाद यात्री भय के माहौल में है. घटना अहले सुबह यानी चार बजे से पहले की है. 24 कोच वाली इस ट्रेन के हादसे में सबसे पीछे का जनरल कोच में सफर करने वाले यात्री सुरक्षित रहे. जनरल कोच में जमशेदपुर रेलवे कॉलोनी का रहने वाला 48 वर्षीय सूर्यबली यादव भी मौजूद थे. दरअसल, सूर्यबली यादव पिछले 25 सालों से हावड़ा-मुंबई मेले में चना और बादाम बेचकर अपना गुजारा कर रहे हैं.

रेल हादसे की जानकारी देते चश्मदीद सूर्यबली यादव (ETV BHARAT)

रेल दुर्घटना की पूरी कहानी

घटना के बाद सूर्यबली किसी तरह बस के जरिए जमशेदपुर पहुंचे. जमशेदपुर में सूर्यबली यादव ने ईटीवी भारत से पूरी घटनाक्रम के बारे में बताया. सूर्यबली ने कहा कि वह टाटानगर से चना बादाम लेकर चढ़ते हैं और चक्रधरपुर तक फेरी कर वापस टाटानगर लौट आते हैं. मंगलवार को ट्रेन देर से टाटानगर पहुंची और वह सामान्य कोच में चढ़ गए. 3 बजकर 20 मिनट पर अचानक जोरदार धमाके के साथ ट्रेन रुक गई और उसका सारा चना बादाम टोकरी समेत कोच में गिर गया. इसी बीच यात्रियों ने भी शोर मचाना शुरू कर दिया और भगदड़ का माहौल उत्पन्न हो गया. सूर्यबली ने बताया कि ट्रेन से नीचे उतरकर देखे तो एसी के सारे कोच और स्लीपर का एक कोच एक के ऊपर एक चढ़ा हुआ दिखाई दिया. उसने बताया कि हादसे के दौरान काफी अंधेरा था. सभी यात्री अपने मोबाइल के लाइट का इस्तेमाल कर रहे थे. हादसे के कुछ ही देर बाद पास के गांव वाले घटनास्थल पहुंचे थे.

हादसे से कुछ देर पहले ही पलटी थी एक अन्य मालगाड़ी

सूर्यबली ने बताया कि महज कुछ मिनट पूर्व दूसरी लाइन पर कोयला से लदी मालगाड़ी ट्रेन पलटी थी. इधर तेज रफ्तार में हावड़ा-मुंबई मेल उससे पलटी ट्रेन से जाकर टकरा गई. इस दौरान मालगाड़ी में कोयले पर बंधी प्लास्टिक उड़कर यात्री ट्रेन के इंजन के सामने आ गयी और इंजन सामने से पूरी तरह से ढक गया. सूर्यबली ने बताया कि हादसे के बाद सुबह 5 बजे एम्बुलेंस और रेस्कयू की टीम और मिलिट्री वाले भी पहुंचे. जहां आगे यात्रियों को बाहर निकाला और घायलों को मौके पर अस्पताल पहुंचाया गया. वहीं, घटना को देखते हुए अधिकारी आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

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