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UPI ऑटोपे की रिक्वेस्ट आए, तो हो जाएं सावधान, वरना गंवा देंगे गाढ़ी कमाई, ऐसे बचें - Online Fraud

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 28, 2024, 1:51 PM IST

UPI AutoPay Scam: यूपीआई की वजह से अब शॉपिंग करने के लिए कैश की जरूरत खत्म हो गई है. एक तरफ जहां यूपीआई के आने से शॉपिंग और पैसे का लेन-देन आसान हुआ है. वहीं, दूसरी ओर इसका इस्तेमाल फ्रॉड के लिए भी किया जा रहा है.

UPI ऑटोपे स्कैम
UPI ऑटोपे स्कैम (IANS)

नई दिल्ली: आज लगभग सभी लोग पैसे के लेन-देन के लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) का इस्तेमाल कर रहे हैं. आज लगभग हर तरह की खरीदारी के लिए यूपीआई का इस्तेमाल हो रहा है. सब्जी से लेकर ज्वेलरी की खरीदारी तक लोग यूपीआई के जरिए ही पेमेंट कर रहे हैं.

यूपीआई की वजह से अब शॉपिंग करने के लिए कैश की जरूरत खत्म हो गई है. शॉपिंग के लिए अब आपको पास कैश नहीं बल्कि आपका स्मार्टफोन होना चाहिए. एक तरफ जहां यूपीआई के आने से शॉपिंग और पैसे का लेन-देन आसान हुआ है. वहीं, दूसरी ओर इसका इस्तेमाल फ्रॉड के लिए भी किया जा रहा है.

इसके चलते लोगों में चिंता बनी रहती है कि कहीं उनके साथ कोई फ्रॉड न हो जाए. साथ ही साइबर क्रिमिनल लोगों से ठगी करने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं. साइबर अपराधी इन दिनों लोगों को ऑटोपे रिक्वेस्ट (UPI AutoPay Request) के नाम पर ठगी का शिकार बना रहे हैं.

ऑटोपे रिक्वेस्ट भेज रहे हैं साइबर ठग
दरअसल, फ्रॉडस्टर इन दिनों यूपीआई यूजर्स को ऑटोपे रिक्वेस्ट का फर्जी मैसेज भेज रहे हैं. खास बात यह है कि फ्रॉडस्टर लोगों को आम तौर पर ऐसी कंपनियों के नाम से यूपीआई कलेक्ट मनी या ऑटोपे रिक्वेस्ट भेज रहे हैं, जो आम तौर पर यूजर्स को मंथली पेमेंट के लिए इस तरह की रिक्वेस्ट भेजती हैं.हैरान करने वाली बात यह है कि यह रिक्वेस्ट देखने में बिलकुल सही लगती है और जैसे ही यूजर्स इस रिक्वेस्ट को अप्रूव करता है, वह फ्रॉड का शिकार हो जाता है.

ओटीटी सब्सक्रिप्शन के लिए ऑटोपे रिक्वेस्ट भेजती हैं कंपनियां
बता दें कि आजकल ज्यादातर लोग ओटीटी सब्सक्रिप्शन का इस्तेमाल करते हैं. ओटीटी सब्सक्रिप्शन के लिए कंपनियां ग्राहकों को कलेक्ट मनी या ऑटोपे रिक्वेस्ट भेजती हैं और ग्राहक उन्हें पेमेंट कर देते हैं. ऐसे में फ्रॉड करने वाले भी इसी तरीके को अपना रहे हैं. वे इस तरह कंपनियों नाम पर कलेक्ट मनी या ऑटोपे रिक्वेस्ट भेजते हैं और लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं.

फ्रॉड करने वालों को कैसे मिलते हैं यूजर्स के फोन नंबर
फ्रॉड करने वाले इस तरीके का इस्तेमाल इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि ग्राहकों की यूपीआई आईडी में उनका फोन नंबर होता है. यूजर कई जगह अपने फोन नंबर का इस्तेमाल करते हैं, जिससे फ्रॉडस्टर आसानी से उनका नंबर हासिल कर लेते हैं और फिर उन्हें अपना शिकार बना लेते हैं.

फ्रॉड से बचने के लिए क्या करें?
अगर आपको भी ऐसी ही ऑटोपे रिक्वेस्ट मिलती हैं तो आपको पिन डालने से पहले मैसेज को वेरिफाई करें. अगर आपको किसी ऐसे सर्विस प्रोवाइडर ने मैसेज भेजा है, जिसके आप ग्राहक नहीं हैं तो भूलकर पर रिक्वेस्ट को अप्रूव न करें.

उल्लेखनीय है जब आप किसी सर्विस या गुड्स के लिए ट्रांजेक्शन करते हैं तो आपके ई वॉलेट ऐप पर पेमेंट का रिक्वेस्ट आता है. ऐसे में आपको पता होता है कि आप किस लिए और किसे पेमेंट कर रहे हैं, लेकिन, बगैर किसी ट्रांजेक्शन के अगर आपके पास ऑटोपे रिक्वसेट आया है तो आपको सावधान रहना चाहिए.

यह भी पढ़ें- 5 रुपये के पुराने नोट से लगाया 64 लाख का चूना, साइबर अपराधियों का नया खेल, हो जाएं सावधान

नई दिल्ली: आज लगभग सभी लोग पैसे के लेन-देन के लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) का इस्तेमाल कर रहे हैं. आज लगभग हर तरह की खरीदारी के लिए यूपीआई का इस्तेमाल हो रहा है. सब्जी से लेकर ज्वेलरी की खरीदारी तक लोग यूपीआई के जरिए ही पेमेंट कर रहे हैं.

यूपीआई की वजह से अब शॉपिंग करने के लिए कैश की जरूरत खत्म हो गई है. शॉपिंग के लिए अब आपको पास कैश नहीं बल्कि आपका स्मार्टफोन होना चाहिए. एक तरफ जहां यूपीआई के आने से शॉपिंग और पैसे का लेन-देन आसान हुआ है. वहीं, दूसरी ओर इसका इस्तेमाल फ्रॉड के लिए भी किया जा रहा है.

इसके चलते लोगों में चिंता बनी रहती है कि कहीं उनके साथ कोई फ्रॉड न हो जाए. साथ ही साइबर क्रिमिनल लोगों से ठगी करने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं. साइबर अपराधी इन दिनों लोगों को ऑटोपे रिक्वेस्ट (UPI AutoPay Request) के नाम पर ठगी का शिकार बना रहे हैं.

ऑटोपे रिक्वेस्ट भेज रहे हैं साइबर ठग
दरअसल, फ्रॉडस्टर इन दिनों यूपीआई यूजर्स को ऑटोपे रिक्वेस्ट का फर्जी मैसेज भेज रहे हैं. खास बात यह है कि फ्रॉडस्टर लोगों को आम तौर पर ऐसी कंपनियों के नाम से यूपीआई कलेक्ट मनी या ऑटोपे रिक्वेस्ट भेज रहे हैं, जो आम तौर पर यूजर्स को मंथली पेमेंट के लिए इस तरह की रिक्वेस्ट भेजती हैं.हैरान करने वाली बात यह है कि यह रिक्वेस्ट देखने में बिलकुल सही लगती है और जैसे ही यूजर्स इस रिक्वेस्ट को अप्रूव करता है, वह फ्रॉड का शिकार हो जाता है.

ओटीटी सब्सक्रिप्शन के लिए ऑटोपे रिक्वेस्ट भेजती हैं कंपनियां
बता दें कि आजकल ज्यादातर लोग ओटीटी सब्सक्रिप्शन का इस्तेमाल करते हैं. ओटीटी सब्सक्रिप्शन के लिए कंपनियां ग्राहकों को कलेक्ट मनी या ऑटोपे रिक्वेस्ट भेजती हैं और ग्राहक उन्हें पेमेंट कर देते हैं. ऐसे में फ्रॉड करने वाले भी इसी तरीके को अपना रहे हैं. वे इस तरह कंपनियों नाम पर कलेक्ट मनी या ऑटोपे रिक्वेस्ट भेजते हैं और लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं.

फ्रॉड करने वालों को कैसे मिलते हैं यूजर्स के फोन नंबर
फ्रॉड करने वाले इस तरीके का इस्तेमाल इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि ग्राहकों की यूपीआई आईडी में उनका फोन नंबर होता है. यूजर कई जगह अपने फोन नंबर का इस्तेमाल करते हैं, जिससे फ्रॉडस्टर आसानी से उनका नंबर हासिल कर लेते हैं और फिर उन्हें अपना शिकार बना लेते हैं.

फ्रॉड से बचने के लिए क्या करें?
अगर आपको भी ऐसी ही ऑटोपे रिक्वेस्ट मिलती हैं तो आपको पिन डालने से पहले मैसेज को वेरिफाई करें. अगर आपको किसी ऐसे सर्विस प्रोवाइडर ने मैसेज भेजा है, जिसके आप ग्राहक नहीं हैं तो भूलकर पर रिक्वेस्ट को अप्रूव न करें.

उल्लेखनीय है जब आप किसी सर्विस या गुड्स के लिए ट्रांजेक्शन करते हैं तो आपके ई वॉलेट ऐप पर पेमेंट का रिक्वेस्ट आता है. ऐसे में आपको पता होता है कि आप किस लिए और किसे पेमेंट कर रहे हैं, लेकिन, बगैर किसी ट्रांजेक्शन के अगर आपके पास ऑटोपे रिक्वसेट आया है तो आपको सावधान रहना चाहिए.

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