नई दिल्ली: बैंक लॉकर एक सुरक्षित स्थान होता है. जिसमें आप अपने कीमती सामान जैसे ज्वेलरी और महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट रखते हैं. बता दें, बैंक लॉकर की सर्विस ज्यादातर बैंकों में मिलती है. हालांकि, यह सुविधा हर बैंक में उपलब्ध नहीं होती.
बैंक लॉकर ओपन करने के लिए आपको ऐसा बैंक चुनना चाहिए, जो आपके घर के करीब हो और उसकी सर्विस भी अच्छी हो. इसके अलावा उसमें आपका अकाउंट भी पहले से हो. बैंक अकाउंट के चलते आप आसानी से लॉकर को एक्सेस कर सकते हैं. तो चलिए अब आपको बताते हैं कि आप कैसे बैंक से लॉकर प्राप्त कर सकते हैं.
बैंक अकाउंट होना जरूरी
बैंक लॉकर के लिए आवेदन करने से पहले बैंक में अपना सेविंग या करेंट अकाउंट ओपन करें. बैंक लॉकर के लिए बैंक में आपका अकाउंट होना जरूरी है. इसके अलावा आपके पास पहचान और पते के प्रमाण के लिए पैन कार्ड या आधार कार्ड होना चाहिए. साथ ही बैंक में एक पासपोर्ट साइज फोटो भी जमा करना होगा.
अलग-अलग साइज में मिलते हैं लॉकर
बता दें कि बैंकों में छोटे, मध्यम, और बड़े साइज के लॉकर होते हैं. लॉकर का आवंटन उनकी उपलब्धता के आधार पर किया जाता है. इसलिए, हो सकता है कभी आपको लॉकर के लिए इंतेजार भी करना पड़े. जब आपका नंबर आता है, तो आपको लॉकर की चाबी दे दी जाती है. गौरतलब है कि बैंक के पास लॉकर की एक मास्टर चाबी होती है.
कितना होता है सिक्योरिटी अमाउंट?
बैंक लॉकर लेने के लिए आपको एक सिक्योरिटी अमाउंट देना होता है. यह अमाउंट रिफंडेबल होता है और जब आप लॉकर बंद करते हैं तो बैंक आपको ये राशि वापस कर देती है.
कितना होता है लॉकर का किराया?
लॉकर का किराया बैंक की लोकेशन और लॉकर के साइज पर निर्भर करता है. अगर आप तय सीमा से ज्यादा बार लॉकर ओपन करते हैं, तो आपको एक्स्ट्रा शुल्क भी देना पड़ सकता है. बता दें कि बैंक लॉकर सुरक्षित होते हैं, लेकिन पूरी तरह रिस्क फ्री नहीं होते.
लॉकर से गायब हुआ सामान तो कौन होगा जिम्मेदार?
ज्यादातर बैंक यह स्पष्ट करते हैं कि वे लॉकर में रखी चीजों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं. इसलिए, कीमती सामान का बीमा कराना बेहतर होता है. इसके अलावा, लॉकर खोलने के लिए परिवार के किसी सदस्य को नामित करना भी जरूरी होता है, ताकि अकाउंट होल्डर्स की मौत के बाद भी लॉकर का इस्तेमाल किया जा सके.
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