रांची: बांग्लादेशी घुसपैठ के बाद बीजेपी हवलदार चौहन की हत्या को मुद्दा बनाना चाहती है. पुलिसकर्मी की हत्या 11 अगस्त की रात को हुई थी लेकिन अब तक हत्यारे को पुलिस पकड़ नहीं पाई है. हत्यारा शाहिद अंसारी रेप के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था. अब बीजेपी हेमंत सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगा रही है.
असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा और झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी मृतक के घर जाकर उनकी मां से मिले. हिमंता ने आरोप लगाया है कि तुष्टिकरण की राजनीति के कारण आज तक आरोपी नहीं पकड़ा गया है और ना ही सरकार की तरफ से कोई पीड़ित परिवार से मिलने गया है. उन्होंने कहा कि जब मेरा वहां कार्यक्रम बना तब पुलिस ने सुबह साढ़े चार बजे चौहन हेंब्रम के पूरे परिवार को बच्चे के साथ वहां से उठा लिया. नौकरी देने की बात कह हजारीबाग ले जाया गया.
पिछले कुछ महीनों से बीजेपी आदिवासी समाज की उपेक्षा और मुस्लिम समाज की तरफदारी करने का आरोप सत्ताधारी दल जेएमएम पर लगा रही है. इसमें संथाल में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा बेहद अहम है. इसे लेकर हिमंत बिस्वा सरमा, बाबूलाल मरांडी और निशिकांत दुबे समेत कई बीजेपी नेता लगातार हेमंत सरकार को घेरने की कोशिश में हैं.
हिमंता को गोपीनाथपुर जाने से रोका था
पिछेल दिनों पाकुड़ में बांग्लादेशी घुसपैठियों द्वारा एक आदिवासी परिवार के साथ मारपीट की घटना के बाद एक अगस्त को हिमंता बिस्वा सरमा उनके परिजन से मिलने जा रहे थे, लेकिन प्रशासन ने सुरक्षा का हवाला देते हुए उन्हें गोपीनाथपुर जाने से रोक दिया था. हालांकि गायबथान में पीड़ितों से उन्होंने मुलाकात की थी. वहीं आदिवासी हॉस्टल में छात्र और पुलिस के बीच झड़प मामले में घायल छात्रों से भी मिले थे. इस दौरान उन्होंने कहा था कि झारखंड में आदिवासी और हिन्दू सुरक्षित नहीं है.
संथाल की स्थिति खराब, घर छोड़ रहे लोग
एक अगस्त को संथाल दौरा के दौरान हिमंता ने कहा था कि संथाल की स्थिति बहुत खराब है. लोग अपना घर छोड़कर दूसरे जगह जाने को मजबूर है. उन्होंने कहा था कि पाकुड़ के तारानगर और गोपीनाथपुर के लोग अपने ग्रामीण इलाकों को छोड़कर शहरी इलाकों में रहने को मजबूर हैं. अब एक बार फिर हिमंत बिस्वा सरमा मृतक हवलदार के परिजन से मिलने गिरिडीह पहुंचे और वहां भी प्रशासन की भूमिका पर सवाल कर रहे हैं.
11 अगस्त की रात हुई थी चौहन हेंब्रम की हत्या
चौहन हेंब्रम शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज करा रहे कैदी शाहिद अंसारी की सुरक्षा में तैनात थे. इस दौरान कैदी ने लोहे की रॉड से मारकर हवलदार हेंब्रम की हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया. शाहिद अंसारी को इलाज के लिए धनबाद जेल से हजारीबाग इलाज के लिए शिफ्ट किया गया था. 14 दिनों से उसका इलाज चल रहा था. शाहिद अंसारी को एक मामले में उसे कोर्ट की ओर से उम्रकैद की सजा सुनाई जा चुकी है, वहीं उसपर दो और मामले चल रहे हैं, जिसमें रेप का भी आरोप है.
ये भी पढ़ें-
झारखंड में बीजेपी बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ेगी: हिमंता - Himanta Biswa Sarma